मणिपुर सरकार ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा को मंजूरी दी:कहा- कानून एवं व्यवस्था को देखते हुए इसमें सीमित संख्या में ही लोग शामिल हों
दिल्ली/इंफाल
दिल्ली में कांग्रेस नेता जयराम रमेश और केसी वेणुगोपाल ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रोड मैप और पैम्फ्लेट जारी किया।
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले से ही शुरू होगी। राज्य सरकार ने बुधवार शाम इसकी मंजूरी दे दी। हालांकि जिला मजिस्ट्रेट के आदेश में कहा गया कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था को देखते हुए इस यात्रा में सीमित संख्या में ही लोग शामिल हों। इसके साथ ही यात्रा में शामिल होने वालों की संख्या और उनके नाम मजिस्ट्रेट ऑफिस को पहले से देना होंगे।
आदेश में आगे बताया गया कि इंफाल पूर्वी जिले के SP ने एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें कहा गया है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के उद्घाटन समारोह के दौरान भारी भीड़ होने की उम्मीद है। राज्य में मौजूदा कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, भारी भीड़ से समस्या पैदा हो सकती है। इसके अलावा इंफाल पूर्वी जिले में धारा 144 भी लागू है।
आठ दिन पहले कांग्रेस ने इंफाल के हप्ता कांगजीबुंग मैदान से यात्रा को हरी झंडी दिखाने की अनुमति मांगी थी। लेकिन, पहले सुरक्षा का हवाला देते हुए प्रशासन ने यात्रा की अनुमति नहीं दी थी।
इधर, दिल्ली में आज सुबह कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश और केसी वेणुगोपाल ने इस यात्रा का रोड मैप और पैम्फलेट जारी किया।
मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष इस यात्रा के लिए परमिशन मांगने के लिए बुधवार को सीएम एन बीरेन सिंह से मिले।
बुधवार सुबह CM से मिले थे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
आज (10 जनवरी) को राज्य के कांग्रेस चीफ केशम मेघचंद्रा ने CM एन बीरेन से मुलाकात की और उनसे इस यात्रा को इंफाल के पैलेस ग्राउंस से शुरू करने की अनुमति देने की गुजारिश की।
उन्होंने मीडिया को बताया कि मैंने मुख्यमंत्री से कहा है कि हम इस यात्रा के दौरान कांग्रेस का झंडा नहीं फहराएंगे, न ही ये यात्रा राजनीतिक होगी। अब हम इस यात्रा को थोउबल जिले में प्राइवेट प्रॉपर्टी से शुरू करने पर विचार कर रहे हैं।
इससे पहले, CM बीरेन सिंह ने मंगलवार (9 जनवरी) को कहा था कि कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को अनुमति देने पर सक्रियता से विचार चल रहा है। सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मिलने के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा।
तब वेणुगोपाल ने कहा था कि यह राजनीतिक यात्रा नहीं है, इसलिए सरकार को इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। यात्रा का मकसद अशांत मणिपुर के लोगों के घावों को भरना और नफरत खत्म करके प्रेम का संदेश फैलाना है।
मणिपुर कांग्रेस चीफ केशम मेघचंद्रा ने बुधवार (10 जनवरी) को CM एन बीरेन से मुलाकात की और उनसे इस यात्रा को इंफाल से शुरू करने की इजाजत मांगी।
14 राज्य और 85 जिलों को कवर करेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करेंगे। यह यात्रा मणिपुर से शुरू होकर 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी। लोकसभा चुनाव से करीब 4 महीने पहले होने वाली यह यात्रा 14 राज्य और 85 जिलों को कवर करेगी। इस दौरान राहुल पैदल और बस से 6 हजार 200 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करेंगे।
दोनों तस्वीरें भारत जोड़ो यात्रा की हैं। राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक यह यात्रा की थी, जो कन्याकुमारी से शुरू होकर श्रीनगर में खत्म हुई थी।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश ने 27 दिसंबर को पार्टी हेडक्वार्टर में मीडिया को भारत न्याय यात्रा की जानकारी दी थी। पार्टी नेताओं ने बताया कि कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के बाद भारत न्याय यात्रा करेगी।
यह मणिपुर से शुरू होकर नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र में समाप्त होगी।
मल्लिकार्जुन खड़गे यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे
वेणुगोपाल ने कहा था कि पार्टी अध्यक्ष खड़गे इस यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। भारत जोड़ो न्याय यात्रा का मकसद आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय है। इस यात्रा में राहुल युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर पड़े लोगों से मुलाकात करेंगे। बस यात्रा से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा जाएगा। यात्रा में कुछ छोटे हिस्से को रुक-रुककर पैदल भी कवर किया जाएगा।
145 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा कर चुके हैं राहुल
इससे पहले राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक भारत जोड़ो यात्रा की थी। 145 दिनों की यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर जम्मू-कश्मीर में खत्म हुई थी। तब राहुल ने 3570 किलोमीटर की यात्रा में 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया था।
श्रीनगर में यात्रा के समापन के मौके पर शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में राहुल ने कहा था- मैंने यह यात्रा अपने लिए या कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश की जनता के लिए की है। हमारा उद्देश्य उस विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है जो इस देश की नींव को नष्ट करना चाहती है।
यात्रा के दौरान राहुल ने 12 सभाओं को संबोधित किया था, 100 से ज्यादा बैठकें और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस की थीं। उन्होंने चलते हुए 275 से ज्यादा चर्चाओं में हिस्सा लिया, जबकि कहीं रुककर 100 के करीब चर्चाएं कीं
सियासी मकसद से ज्यादा राहुल के लुक और टी-शर्ट की चर्चा
राहुल के इस सफर में सियासत से ज्यादा उनका लुक चर्चा में रहा है। कन्याकुमारी में 7 सिंतबर को यात्रा की शुरुआत के समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद उनकी शक्ल पूरी तरह बदल चुकी थी। चेहरे पर घनी दाढ़ी थी, तो सिर के बाल भी बढ़े हुए थे। इधर, राहुल की सफेद टी-शर्ट भी चर्चा में रही, जिसे पहनकर वे कड़ाके की सर्दी में भी चलते नजर आए।
भारत जोड़ो यात्रा में कितने बदल गए थे राहुल गांधी, 10 तस्वीरें…
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सियासत से ज्यादा उनका लुक चर्चा में रहा। कन्याकुमारी में 7 सिंतबर को यात्रा की शुरुआत के समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद चेहरे पर घनी दाढ़ी थी, तो सिर के बाल भी बढ़े हुए थे।
राहुल गांधी ने 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी। तब राहुल सफेद टी-शर्ट और ट्रैक पेंट के साथ स्पोर्ट्स शू पहनकर चलते नजर आए थे। उस समय राहुल के चेहरे पर हल्की दाढ़ी थी।
राहुल की यात्रा 2 अक्टूबर को कर्नाटक के मैसूर पहुंची थी। दिनभर यात्रा के बाद देर शाम राहुल लोगों को संबोधित करने के लिए मंच की तरफ बढ़े, तो बारिश होने लगी। राहुल ने बारिश रुकने का इंतजार नहीं किया। भीगते हुए उन्होंने भाषण जारी रखा।
राहुल गांधी की यात्रा जब तेलंगाना पहुंची, तो वे किसानों के समर्थन में गन्ना उठाकर चलते दिखाई दिए। यहां पहुंचने तक राहुल का लुक भी बदल चुका था और उनकी दाढ़ी भी बढ़ने लगी थी। हालांकि वे सफेद टी-शर्ट पहनकर ही यात्रा कर रहे थे।
हिंदी बेल्ट में पहले कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान पहुंचकर राहुल ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से चर्चा की थी। इस वक्त तक सर्दी पड़ने लगी थी, लेकिन राहुल केवल सफेद टी-शर्ट ही पहने रहे। उनकी दाढ़ी भी घनी हो चुकी थी।
राहुल गांधी ने 24 दिसंबर को मां सोनिया गांधी के साथ यह तस्वीर शेयर की थी। लिखा था कि इनसे मिला प्यार देश में बांट रहा हूं।
कांग्रेस के 138वें स्थापना दिवस समारोह पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी की ये तस्वीर सामने आई थी। तब राहुल अपनी मां के गाल छूते नजर आए थे। इस दौरान अंबिका सोनी भी मौजूद थीं। राहुल ने नेहरू टोपी पहन रखी थी। उनकी दाढ़ी और बाल काफी बड़े हो चुके थे।
राहुल गांधी जब जम्मू-कश्मीर के बनिहाल पहुंचे, तो कड़ाके की सर्दी थी। राहुल ने यहां टोपी तो पहनी, लेकिन वे हाफ स्लीव्स की सफेद टी-शर्ट ही पहने रहे, जबकि उनके साथ मौजूद लोगों ने गर्म कपड़े पहन रखे थे। दाढ़ी और बड़ी हो चुकी थी।
श्रीनगर में यात्रा के समापन से पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का हाथ पकड़े हुए राहुल गांधी। पीछे उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी दिखाई दे रही हैं। तब राहुल कश्मीरी ड्रेस में दिखे थे।
श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के समापन से पहले बर्फबारी शुरू हो चुकी थी। इस दौरान राहुल और प्रियंका ने जमकर बर्फ में मस्ती की। तब राहुल ने सफेद टी-शर्ट और हाफ जैकेट पहन रखी थी। उनकी दाढ़ी बहुत बढ़ चुकी थी।
भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में समाप्त हो गई। इस दौरान कैप और कश्मीरी ड्रेस पहने राहुल ने भारी बर्फबारी के बीच अपनी स्पीच पूरी की थी।
नेता, लेखक, सैन्य दिग्गज भी यात्रा में शामिल हुए
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मशहूर हस्तियों, लेखकों, सैन्य दिग्गजों की भागीदारी भी रही। इनमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) दीपक कपूर, पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल (रिटायर्ड) एल रामदास और पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन, पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम भी शामिल हुए थे।
यात्रा में विपक्ष के नेता भी शामिल हुए थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, PDP चीफ महबूबा मुफ्ती, शिवसेना बाल ठाकरे के आदित्य ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी, संजय राउत और NCP की सुप्रिया सुले जैसे विपक्षी नेता भी मार्च के दौरान कहीं-कहीं राहुल के साथ चले थे।
मंदिर-मस्जिद, चर्च-गुरुद्वारा भी गए
यात्रा के बीच राहुल अलग-अलग राज्यों में कई धर्मस्थलों पर भी गए। राहुल जहां गए, उनकी वेशभूषा वहां के मुताबिक नजर आई। राहुल मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे गए। पूजा-अर्चना की और धर्मगुरुओं से भी मिले।
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