मध्यप्रदेश का अगला मुख्य सचिव कौन, या फिर से इकबाल को एक्सटेंशन
मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस 29 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। उनका यह दूसरा एक्सटेंशन है, जिसे वह पूरा कर रहे हैं। जबकि मतगणना 3 दिसंबर को होनी है, ऐसे में सवाल यह है कि अगला मुख्य सचिव कौन होगा? क्या इकबाल सिंह को वापस एक्सटेंशन मिलेगा या फिर किसी वरिष्ठ अफसर को मौका मिलेगा, क्या गेंद अब चुनाव आयोग के पाले में है या फिर सरकार खुद निर्णय लेगी…
मध्यप्रदेश में चुनावों का परिणाम तीन दिसंबर को आना है, पूरे प्रदेश में सबकी जुबां पर यही सवाल है कि आखिर सरकार किसकी बन रही है। दूसरी ओर, मंत्रालय में सरकार से ज्यादा बड़ा सवाल यह है कि क्या इकबाल सिंह रिटायर हो रहे हैं, या फिर एक्सटेंशन के साथ मंत्रालय में वापस आ रहे हैं। दरअसल, इकबाल सिंह मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव हैं और दो बार छह—छह महीने का एक्सटेंशन लेकर मुख्य सचिव बने हुए हैं। उनका अब रिटायरमेंट 29 नवंबर को है। ऐसे में सवाल है कि क्या उन्हें एक्सटेंशन मिलेगा या फिर किसी दूसरे अफसर को यह जिम्मेदारी मिलेगी?
इकबाल सिंह क्यों?
इकबाल सिंह को भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का बड़ा करीबी माना जाता है। यही वजह है कि चुनावी साल में उन्होंने दूसरे अफसरों को नाराज करके भी इकबाल सिंह को दो बार एक्सटेंशन दिलवाया। महत्वपूर्ण यह है कि वह एक्सटेंशन के बाद भी तीन दिसंबर से पहले रिटायर हो रहे हैं। मतलब, वह मतगणना के वक्त कुर्सी पर नहीं रहेंगे। अब कहानी यहां से बदल रही है, कहा जा रहा है कि उन्हें एक और एक्सटेंशन देने के लिए सरकार ने केंद्र से सिफारिश कर दी है…हालांकि इसकी पुष्टि सरकारी स्तर पर कोई नहीं कर रहा है। हालांकि कांग्रेस कतई नहीं चाहती है कि इकबाल सिंह को एक्सटेंशन मिले। ऐसे में गेंद चुनाव आयोग के पाले में भी जा सकती है। महत्वपूर्ण बिंदु यह भी है कि मुख्य सचिव की भूमिका चुनाव में नहीं होती है, ऐसे में चुनाव आयोग इससे पल्ला भी झाड़ सकता है कि किसको मध्यप्रदेश का नया मुख्य सचिव होना चाहिए।
कार्यवाहक मुख्यसचिव संभालेगा कुर्सी
अगर इकबाल सिंह को एक्सटेंशन नहीं मिला तो वह रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में प्रक्रिया साफ कहती है कि सरकार किसी सीनियर अफसर को कार्यवाहक मुख्य सचिव नियुक्त कर सकती है। लेकिन इसके लिए उसे आदेश जारी करने होंगे। जब नई सरकार गठित होगी वह नए मुख्य सचिव की नियुक्ति करेगी। अब सवाल यह है कि मुख्य सचिव जरूरी क्यों है, तो इसकी वजह है… यह सरकार का सबसे प्रमुख अंग है। चुनाव परिणाम तक चुनाव आयोग जिम्मेदारी संभालेगा। उसके बाद सरकार के गठन की प्रक्रिया पूरी करने, नई सरकार के शपथ ग्रहण से लेकर दूसरी तैयारी मुख्य सचिव के जिम्मे ही होती है।
कौन होगा अगला मुख्य सचिव
अगर सरकार कार्यवाहक मुख्य सचिव नियुक्त करती है तो वीरा राणा को भूमिका मिल सकती है, वह वर्तमान में सबसे वरिष्ठ प्रशासनिक अफसर हैं। मार्च 2024 में उनका रिटायरमेंट भी है। ऐसे में सरकार किसी विवाद को हवा देने के बजाय सीनियरिटी को प्राथमिकता देगी, जिससे कोई सवाल खड़े नहीं हों। लेकिन इससे भी बड़ा सवाल यह है कि सरकार आने के बाद कौन मुख्य सचिव होगा, इसको लेकर कयास शुरू हो गए हैं। प्रशासनिक क्षमताओं से लेकर संबंधों तक का हिसाब—किताब निकाला जा रहा है। उसके आधार पर अगले मुख्य सचिव को लेकर चर्चा हो रही है।
नए मुख्य सचिव के लिए दावेदार
– अनुराग जैन, अगर भाजपा सरकार आती है तो अनुराग जैन एक पसंद के तौर पर उभर सकते हैं। उनका रिटायरमेंट अगस्त 2025 में है, ऐसेे में उनके नाम पर सहमति बन सकती है।
– मलय श्रीवास्तव, 1990 बैच के अफसरों में शुमार, कमलनाथ के करीबी अफसरों में गिने जाते हैं। अगर कांग्रेस सरकार आई तो इनकी दावेदारी सबसे ज्यादा मजबूत, अभी लूप लाइन में हैं।
– डॉ. राजेश राजौरा, यह भी 1990 बैच के अफसर हैं, एक्टिव और अपने काम में माहिर हैं। सरकार किसी की भी है, हर किसी को अपना बना लेते हैं। ऐसे में इनका नाम भी दावेदारों में।
– एसएन मिश्रा, ये भी 1990 बैच के अफसर हैं। इनकी शालीनता ही इनके लिए मुश्किल खड़ी कर देती है। लेकिन विवादों से दूर रहने के कारण दावेदार।
– आशीष उपाध्याय, 1989 बैच के अफसर, सितंबर 2024 में रिटायरमेंट। ऐसे में शॉर्ट टर्म मुख्य सचिव के तौर पर देखा जा रहा है।
– एके राय, 1990 बैच के अफसर, लूप लाइन में हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस सरकार आई तो वापसी की उम्मीद है।
Add Comment