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महिला को मारने वालों के निशाने पर थे 20 घर:पता था ​किसके खाते में कितने रुपए,अमीर बनने की चाह में साइबर ठगी भी कर चुके थे

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महिला को मारने वालों के निशाने पर थे 20 घर:पता था ​किसके खाते में कितने रुपए,अमीर बनने की चाह में साइबर ठगी भी कर चुके थे

जोधपुर के बिलाड़ा में महिला की निर्मम हत्या करने और दो मासूम बच्चियों का गला काटने वाले बदमाशों के निशाने पर गांव के 20 घर थे। अमीर बनने की चाह में ​वे पिछले 1 महीने से पूरी प्लानिंग कर रहे थे। इसके बाद दोनों आरोपी अनिल और साहिल को पता चला कि महेंद्र लांबा का परिवार शादी में गया है।

इसी के बाद उन्होंने चोरी की घटना का अंजाम देने का प्लान बनाया। लेकिन, वारदात से पहले जब अंजू नींद से जाग गई तो उसकी हत्या कर दी। इसके साथ ही 12 साल की कुसुम और 1 साल की कव्या का भी गला काट दिया था। हालांकि दोनों बच गई और अभी जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल में एडमिट हैं।

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि ये इस वारदात से पहले कई लोगों से साइबर ठगी कर चुके थे। एक आरोपी अनिल ई-मित्र का काम करता था, ऐसे में उसे गांव के इन 20 लोगों के खातों की पूरी जानकारी थी और पता था कि किस के खाते में कितने रुपए हैं।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए…पढ़िए ये रिपोर्ट…।

दोनों आरोपी साहिल और अनिल पुलिस की हिरासत में है। वारदात के बाद दोनों साहिल के घर छुपे थे।

दोनों आरोपी साहिल और अनिल पुलिस की हिरासत में है। वारदात के बाद दोनों साहिल के घर छुपे थे।

अनिल 1 साल से चला रहा था ई-मित्र, यहीं से हुई पहचान

अनिल के पिता लांबा गांव में ही खेती करते हैं और 1 साल से वह गांव में ई-मित्र का काम करता है। इसी दौरान उसकी साहिल से मुलाकात हुई। साहिल बैंक अकाउंट खुलवाने समेत अन्य ई-मित्र से संबंधित दूसरे काम में अनिल की सहायता करता था।

ऐसे में दोनों के पास गांव के अधिकांश लोगों की बैंक डिटेल भी थी। इसी का फायदा अनिल ने उठाया और उसने ये जानकारी जुटा ली थी कि गांव में किस व्यक्ति के पास कितने रुपए है। वहीं एक ही समाज का होने की वजह से उसे ये भी जानकारी थी कि किस के घर में कितना गोल्ड और अन्य ज्वेलरी मिल सकती है।

साइबर ठगी से की थी शुरुआत, 20 से ज्यादा दुकान वालों को ठग चुके थे

​​बिलाड़ा सीओ राजवीर सिंह चंपावत ने बताया कि दोनों ने इसकी शुरुआत करीब 5 से 6 महीने पहले साइबर ठगी से कर ली थी। अनिल ई-मित्र चलाता था ​तो उसे पता था कि कैसे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के बाद बैंक में रिक्वेस्ट कर रुपए दोबारा मंगवा सकते हैं। ऐसे में अनिल और साहिल ने यूको बैंक के सर्वर डाउन के दौरान साइबर फ्रॉड भी किया था। हालांकि, ये कितने रुपए का फ्रॉड था इसकी जानकारी पुलिस जुटा रही है।

आरोपियों ने अंजलि की निर्मम हत्या कर दी थी। शरीर में करीब 15 से ज्यादा बार चाकू से वार किया।

आरोपियों ने अंजलि की निर्मम हत्या कर दी थी। शरीर में करीब 15 से ज्यादा बार चाकू से वार किया।

इसके बाद दोनों ने मिलकर किराने की दुकान से लेकर पेट्रोल पंप और फैंसी स्टेार संचालकों से ठगी की। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे दुकान पर जाकर 2 से 5 हजार रुपए तक का सामान खरीदते और इसके बाद ऑनलाइन पेमेंट करते।

कुछ देर बाद वे इसी ट्रांजैक्शन को गलत बता रिफंड की रिक्वेस्ट भेजते थे और जिस दुकान पर ऑनलाइन पेमेंट करते, वहां से रुपए दोबारा इनके खाते में आ जाते। इन्होंने बताया कि ऐसी करीब 20 से ज्यादा वे ठगी कर चुके है। हालांकि इस मामले को लेकिन किसी ने भी थाने में ​शिकायत नहीं दी थी लेकिन अब पुलिस इनकी भी जानकारी जुटा रही है।

हादसे में अंजलि की भतीजी और 1 साल की बेटी भी गंभीर घायल हो गए थे।

हादसे में अंजलि की भतीजी और 1 साल की बेटी भी गंभीर घायल हो गए थे।

10 दिन पहले तय कर लिया था लूट करेंगे या फिर बड़ी वारदात

अनिल और साहिल का अगला प्लान था कि वे नेशनल हाईवे पर या तो किसी ट्रक को लूटेंगे या फिर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देंगे। इसके लिए 10 दिन पहले प्लानिंग बनाई कि वे हाईवे किसी ट्रक को लूटेंगे। आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि इसके लिए उन्होंने तैयारी भी कर ली थी, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पाया।

आखिर जब हाईवे पर लूट नहीं कर सके तो तय किया कि अब वे गांव में ही किसी घर में वारदात को अंजाम देंगे। आखिर शनिवार को जब अनिल को पता चला कि महेंद्र का परिवार आज शादी में जाने वाला है तो दोनों ने इसी घर में चोरी का प्लान बनाया। हालांकि, उन्हें ये नहीं पता था कि अंजलि, उसकी बच्ची और भतीजी तीनों ही घर में होंगे।

इधर, घटना के बाद सोमवार को गांव में बैठक

इधर, घटना के बाद सोमवार को ग्रामीणों ने बैठक भी की। जिसमें उन्होंने पुलिस से मामले में कड़ी कार्रवाई और दर्दनाक तरीके से महिला का मर्डर करने वाले आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की। वहीं सोशल मीडिया पर दोनों आरोपियों के सामाजिक बहिष्कार को लेकर भी अफवाह चलती रही। हालांकि, पुलिस ने इस बात से साफ इनकार किया है। सीओ ने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है और गांव-परिवार के लोगों ने पुलिस कार्रवाई पर भी संतुष्टि जताई।

काव्या और कुसुम अभी एमडीएम हॉस्पिटल के ईएनटी वार्ड में एडमिट है, जहां दोनों का इलाज चल रहा है।

काव्या और कुसुम अभी एमडीएम हॉस्पिटल के ईएनटी वार्ड में एडमिट है, जहां दोनों का इलाज चल रहा है।

अंजू पर किए थे 15 से ज्यादा वार, दोनों बच्चियां अब भी हॉस्पिटल में

अनिल और साहिल ने अंजू पर करीब 15 से ज्यादा बार चाकू से वार किया। आरोपियों ने सिर से लेकर सीने, पेट, गला, हाथ-पैर और गर्दन पर चाकू से हमला किया। इतना ही नहीं आरोपियों ने अंजू की 1 साल की बेटी का गला भी बुरी तरह से रेत दिया था, उसे 25 टांके आए हैं। 12 साल की कुसुम भी इस हमले में घायल हो गई थी, जिसके सिर और गले पर आरोपियों ने चाकू से वार किया था।

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