मौका कमिश्नर को नहीं मिली लालगढ़ में एंट्री:कोर्ट ने जिनको कमिश्नर बनाकर शिव विलास भेजा; गार्ड ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया
बीकानेर
मौका कमिश्नर त्रिलोचन शर्मा लालगढ़ के गेट पर ही अपनी रिपोर्ट तैयार करते हुए।
बीकानेर के पूर्व राजघराने का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अदालत की ओर से नियुक्त मौका कमिश्नर को शनिवार को लालगढ़ में प्रवेश नहीं करने दिया। मैन गेट पर गार्ड ने ये कहते हुए वापस रवाना कर दिया कि अंदर जाने की अनुमति नहीं है। अब मौका कमिश्नर तीन दिसम्बर को इस संबंध में अदालत में अपना पक्ष रखेंगे।
दरअसल, राज्यश्री कुमारी ने जिला न्यायाधीश के समक्ष राजमाता सुशीला कुमारी की सम्पति को खुर्द-बुर्द होने से बचाने के लिए अपील दायर की थी। इस अपील पर सुनवाई करते हुए 21 नवंबर को न्यायालय ने स्व. महाराजा डा. करणीसिंह की वसीयत से राजमाता सुशीला कुमारी को मिली सम्पति की सूची तैयार करने के निर्देश दिए। इसके लिए सीनियर एडवोकेट त्रिलोचन शर्मा को मौका कमिश्नर नियुक्त किया गया। एडवोकेट शर्मा को तीन दिसम्बर को इस संबंध में एक रिपोर्ट अदालत में पेश करनी है।
कोर्ट से नियुक्त कमिश्नर त्रिलोचन शर्मा मौका-मुआईना के लिए नोटिस जारी कर शनिवार को दोपहर साढ़े बारह बजे का समय निश्चित किया। निश्चित समय पर कमिश्नर त्रिलोचन शर्मा, अधिवक्ता कमल नारायण पुरोहित, अधिवक्त सुरेन्द्र पुरोहित तथा त्रिलोचन शर्मा के दो जूनियर एडवोकेट लालगढ़ पहुंचे। फोटोग्राफर के साथ शिव विलास जाने के लिए लालगढ़ पैलेस के गेट पर पहुंचे तो गेट पर ताला लगाकर अंदर जानें से रोक दिया गया। कमिश्नर ने कोर्ट के आदेश की जानकारी देने पर भी मौके पर नहीं जाने दिया गया। काफी देर तक प्रयास करने के बाद भी मौका कमिश्नर को लालगढ़ में प्रवेश नहीं दिया गया तो मौके पर ही विधिक कार्रवाई की गई। फोटो भी लिए गए। अब तीन दिसम्बर को शर्मा अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश करेंगे। जिसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
उधर, इस संबंध में मौका कमिश्नर त्रिलोचन शर्मा से बात की तो उन्होंने किसी भी टिप्पणी से इनकार करते हुए कहा कि वो अदालत के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे, इससे पहले इस मुद्दे पर बात नहीं करेंगे।
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