राजस्थान का पहला मंत्रिमंडल विस्तार आज:25 मंत्री ले सकते हैं शपथ; राज्यवर्धन राठौड़, महंत प्रतापपुरी समेत कई विधायक भाजपा कार्यालय पहुंचे
जयपुर
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्यपाल से मुलाकात कर मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों की सूची सौंपी।
राजस्थान में आज मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। दोपहर 3:15 बजे राज्यपाल कलराज मिश्र नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। सीएम भजनलाल राज्यपाल कलराज मिश्र को विधायकों की लिस्ट सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक आज करीब 25 मंत्री शपथ लेंगे, राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में मनोनित मंत्रियों के लिए 25 कुर्सियां लगाई गई हैं। माना जा रहा है कि नए मंत्रिमंडल में कई चौंकाने वाले नाम भी शामिल हैं।
इधर, मंत्री पद की शपथ लेने के लिए विधायकाें के पास फोन पहुंचना शुरू हो गए हैं। श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा के पास शपथ के लिए फोन आया है। वे जयपुर पहुंच गए हैं। झाबर सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा- भाजपा नेतृत्व का आभार जो उन्होंने मंत्री बनाने योग्य समझा।
मंत्री बनने वाले विधायक पहले बीजेपी ऑफिस पहुंचेंगे, बीजेपी ऑफिस से मंत्री बनने वालों को तिलक लगाकर रवाना किया जाएगा। महिला मोर्चा की पदाधिकारी तिलक लगाकर स्वागत करेंगी। यह पुरानी परंपरा है, इस बार भी यह परंपरा निभाई जाएगी।
राजभवन में शपथ लेने वाले मंत्रियों के लिए मंच से नीचे 25 कुर्सी लगाई गई है।
बड़े अपडेट्स :
- राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि भजनलाल सरकार में अनुभव के साथ नए चेहरे को भी मंत्रिमंडल में मौका दिया जाएगा। यह मंत्रिमंडल बिल्कुल संतुलित होगा और जन भावनाओं के अनुरूप होगा। खुद को मंत्री बनाए जाने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि मैं पराजित व्यक्ति हूं, इसलिए मेरा कोई अधिकार भी नहीं है। पार्टी जो काम देगी, करूंगा।
- रामगंज मंडी से विधायक मदन दिलावर सुबह प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। मालपुरा विधायक कन्हैयालाल चौधरी, पोकरण से महंत प्रतापपुरी, लूणी से जोगाराम पटेल भी बीजेपी कार्यालय पहुंचे हैं।
- जवाहर सिंह बेढम ने मंत्री बनने के सवाल पर कहा कि गिरिराजजी जो करेंगे, अच्छा करेंगे।
- बाली से विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत और निंबाहेड़ा से विधायक श्रीचंद कृपलानी कल से जयपुर में हैं। कृपलानी और पुष्पेंद्र सिंह ने राजेंद्र राठौड़ से लंबी चर्चा की। दोनों वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रहे।
- डेगाना विधायक अजय सिंह किलक और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के आज डेगाना में पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों और पार्टी आयोजनों को निरस्त कर दिया गया है। वहीं अजय सिंह किलक अब डेगाना पहुंचने की जगह जयपुर में ही रुक गए हैं। गढ़ी विधायक कैलाश मीना उदयपुर से जयपुर फ्लाइट से पहुंचे। श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार से जुड़ी तस्वीरें…
शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयार किया मंच। मंच पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के लिए तीन कुर्सी लगाई गई है।
झाबर सिंह ने मंत्री बनाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया है।
लालसोट से विधायक रामविलास मीणा भाजपा मुख्यालय पहुंचे। मीणा ने कहा- मुझे तो कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलाया है।
जैतारण से विधायक अविनाश गहलोत भाजपा मुख्यालय पहुंचे।
मांडलगढ़ से विधायक गोपाल लाल शर्मा ऑफिस पहुंचे।
उदयपुर विधायक ताराचंद जैन को जयपुर रवाना होने से पहले परिजनों ने तिलक लगाया।
झोटवाड़ा से विधायक राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भाजपा मुख्यालय पहुंचे।
स्टेट मोटर गैराज में शनिवार की छुट्टी होती है, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार के कारण मंत्रियों की गाड़ी तैयार करने के लिए कर्मचारियों को बुलाया गया।
रामगंज मंडी विधायक और पूर्व मंत्री मदन दिलावर शनिवार सुबह भाजपा कार्यालय पहुंचे। वहीं, किरोड़ीलाल मीणा के घर पर समर्थकों की भीड़ जुटी।
लूणी विधायक जोगाराम पटेल भाजपा कार्यालय पहुंचे।
मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राजभवन के आसपास चौराहों को भी सजाया गया है।
भजनलाल शर्मा देर रात को दिल्ली से जयपुर आए थे।
दो दिन पहले ही फाइनल हो गए थे नाम
सूत्रों के अनुसार बुधवार देर रात तक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर के बीच लंबी बैठक हुई थी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में लगभग सभी नाम फाइनल कर लिए गए थे।
35 से ज्यादा विधायक मंत्री बनने के दावेदार
35 से ज्यादा विधायक मंत्री बनने के दावेदारों में आगे माने जा रहे हैं। किरोड़ीलाल मीणा, महंत बालकनाथ, महंत प्रतापपुरी, विश्वराज सिंह मेवाड़, जेठानंद व्यास, मदन दिलावर, जोगेश्वर गर्ग, पुष्पेंद्र सिंह राणावत, जितेंद्र गोठवाल, झाबर सिंह खर्रा, नौक्षम चौधरी, दीप्ति किरण माहेश्वरी, अनिता भदेल, जवाहर सिंह बेडम, जगत सिंह, हंसराज पटेल, पब्बाराम विश्नोई, हीरालाल नागर, भैराराम चौधरी, लालाराम बैरवा, संजय शर्मा, गोपाल शर्मा, लादूलाल पितलिया, जयदीप बिहाणी और ताराचंद जैन के नाम प्रमुख दावेदारों में हैं।
तीन से चार महिला मंत्री बन सकती हैं, अनिता-नौक्षम-दीप्ति रेस में आगे
तीन से चार महिला मंत्री बन सकती हैं। इस बार बीजेपी ने केंद्र में महिला आरक्षण बिल पास करवाया है। वह लागू बाद में होगा, लेकिन मैसेज देने के हिसाब से राजस्थान में महिला मंत्रियों की संख्या में बढ़ोतरी भी की जा सकती है। दीया कुमारी को डिप्टी सीएम बनाकर मैसेज दिया जा चुका है।
महिलाओं में दीप्ति किरण माहेश्वरी, अनिता भदेल, नौक्षम चौधरी, सिद्धि कुमारी के नाम दावेदारों में हैं। वसुंधरा राजे सरकार में किरण माहेश्वरी, अनिता भदेल और कमसा मेघवाल मंत्री थीं। इस संख्या को बढ़ाया जा सकता है।
दलित वर्ग: डिप्टी सीएम देने के बाद दो से तीन मंत्री संभव
दलित वर्ग पर बीजेपी मजबूत पकड़ बनाने का प्रयास कर रही है। बीजेपी में 16 विधायक दलित हैं। बीजेपी ने प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाकर दलित वर्ग को साधने का मैसेज दिया है। ये चेहरे हैं मंत्री की कतार में…
जोगेश्वर गर्ग (जालोर): तीसरी बार विधायक। RSS की पसंद हैं। पार्टी में लंबे समय से काम कर रहे हैं। गोडवाड़ क्षेत्र में बीजेपी के प्रमुख दलित चेहरे के तौर पर गिनती होती है।
मदन दिलावर (रामगंजमंडी): दो बार मंत्री रह चुके हैं। पार्टी का हिंदूवादी चेहरा हैं।
जितेंद्र गोठवाल (खंडार): दूसरी बार विधायक। वसुंधरा सरकार में संसदीय सचिव रहे। विपक्ष में रहते हुए गहलोत सरकार के खिलाफ स्थानीय मुद्दों पर आंदोलन किए, इसी सिलसिले में जेल भी गए। RSS से जुड़े हैं। बीजेपी एससी मोर्चा में भी सक्रिय रहे हैं।
लालाराम बैरवा (शाहपुरा): बीजेपी से बागी होकर लड़ने वाले पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल को हराकर पहली बार विधायक बने हैं।
आदिवासी : बीएपी के प्रभाव को कम करने 2 से 3 मंत्री बनाए जा सकते हैं
आदिवासी बहुल क्षेत्रों में भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इस इलाके से नए चेहरों को मंत्री बनाया जाएगा। मेवाड़ और आदिवासी बेल्ट में बीजेपी हमेशा से मजबूत रही है। इस बार भी मेवाड़ में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन आदिवासी इलाके में बीएपी ने उसकी चिंताएं बढ़ा दी हैं। आदिवासी इलाके से दो से तीन मंत्री बनाए जा सकते हैं।
फूलसिंह मीणा: उदयपुर ग्रामीण सीट से तीसरी बार विधायक बने हैं। बीजेपी के प्रमुख आदिवासी चेहरों में शामिल हैं।
शंकरलाल डेचा: डूंगरपुर से एकमात्र विधायक। सागवाड़ा सीट से जीते। बीटीपी-बीएपी के प्रभाव को देखते हुए मंत्री बनाया जा सकता है।
कैलाश मीणा: बांसवाड़ा की गढ़ी सीट से दूसरी बार विधायक बने हैं। बीटीपी-बीएपी के प्रभाव को काउंटर करने के लिए मंत्री बनाया जा सकता है।
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