राजस्थान बन रहा आतंक का सॉफ्ट टारगेट:500 से ज्यादा ‘टेरर प्रोफेसर्स’ सोशल मीडिया पर पढ़ा रहे दंगों का सिलेबस
राजस्थान सहित पूरे देश में आतंकवाद का नया चेहरा सामने आ रहा है। दहशत फैलाने वालों के हाथ में AK-47 नहीं है। न ही बस और ट्रेन में बम प्लांट किए जा रहे हैं। निशाने पर दिल्ली-मुंबई नहीं, भीलवाड़ा और करौली जैसे छोटे शहर हैं, लेकिन मकसद अब भी वही है- पूरे देश में नफरत, दहशत और दंगे फैलाना।
इंटेलिजेंस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि राजस्थान में 4-5 आतंकी और कट्टर संगठन एक्टिव हैं। जिनके 500 से ज्यादा ‘टेरर प्रोफेसर्स’ 1500 से ज्यादा वॉट्सऐप ग्रुप, फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब के जरिए आतंक के क्लासरूम चला रहे हैं। ऑनलाइन ‘दंगों का सिलेबस’ अपलोड किया जा रहा है। स्लीपर सेल तैयार की जा रहे हैं, जिनमें बेरोजगारों से लेकर इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स शामिल हैं।इस साल हिंदू नववर्ष पर निकाली गई रैली के दौरान करौली में प्रीप्लांड दंगे हुए, जिसमें बाहर से आए दंगाइयों का इनवॉल्वमेंट सामने आया। अक्षय तृतीया और ईद के दिन जोधपुर में बाहर से आए दहशतगर्दों ने दंगे भड़काए। इसके बाद भीलवाड़ा में युवक की हत्या से माहौल बिगाड़ा और उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या का मकसद भी देश में दंगे भड़काना ही था।
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