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राजस्थान में बाढ़ के हालात, नदी में फंसे स्टूडेंट:चंबल, कालीसिंध और पार्वती नदियों में उफान; सड़क पर बहने लगीं गाड़ियां

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राजस्थान में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश जारी है। शनिवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई है। वहीं, मध्य प्रदेश में भारी बारिश का असर राजस्थान में देखा गया। यहां तेज बारिश के बाद प्रदेश की चंबल, पार्वती नदियों का जलस्तर बढ़ा है। कोटा में पार्वती नदी में पानी आने के बाद कोटा-श्योपुर स्टेट हाईवे शुक्रवार काे एक बार फिर बंद हो गया। वहीं, बारां में नदी में कुछ कॉलेज स्टूडेंट्स फंस गए। इन्हें एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स) की टीम ने बचाया।

श्रीगंगानगर में भी बाढ़ की स्थिति के बाद सेना और प्रशासन की टीमें लोगों को राहत पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं। अब तक राज्य में सामान्य से 52 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। इसमें बीकानेर, गंगानगर और जैसलमेर ऐसे जिले हैं, जहां सामान्य से लगभग 2 गुना ज्यादा पानी बरसा है।

गंगानगर जिले में तेज बारिश के बाद पानी भरने से घरों में फंसे लोगों को खाने के पैकेट्स घर-घर जाकर उपलब्ध करवाते ग्रुरूद्वारा सेवा समिति के सेवादार।

गंगानगर जिले में तेज बारिश के बाद पानी भरने से घरों में फंसे लोगों को खाने के पैकेट्स घर-घर जाकर उपलब्ध करवाते ग्रुरूद्वारा सेवा समिति के सेवादार।

जयपुर मौसम केन्द्र और जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 48 घंटे में गंगानगर शहर में 277MM तक बारिश दर्ज हुई। बारिश के बाद सड़कों पर बहे पानी में बाइक-स्कूटर बहते नजर आए। प्रशासन ने सेना की मदद से मौके पर पानी निकासी का काम शुरू करवाया। गंगानगर में कई ऐसी कॉलोनियां हैं जहां लोग घरों में फंस गए। ऐसे लोगों की खाने-पीने की सामाग्री उपलब्ध करवाने के लिए स्थानीय संस्थाएं आग आई हैं।

पिछले 24 घंटे में 125MM बरसात नागौर के मकराना में और गंगानगर के चुनावाध में 154MM बरिश दर्ज हुई। वहीं, धौलपुर, चूरू, जयपुर, उदयपुर, हनुमानगढ़, धौलपुर, भीलवाड़ा और अजमेर में कई जगहों पर 50MM या उससे ज्यादा बरसात दर्ज हुई।

कोटा के इटावा में पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से पुल को बंद कर दिया है। आवाजाही बंद होने से स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है।

कोटा के इटावा में पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से पुल को बंद कर दिया है। आवाजाही बंद होने से स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है।

चंबल का जलस्तर बढ़ने से कोटा बैराज के खोले गेट
भले ही पूर्वी राजस्थान के कोटा संभाग में बारिश कम हो रही हो, लेकिन MP में हो रही तेज बारिश से कालीसिंध और चंबल नदियों का जलस्तर बढ़ गया। चंबल नदी में पानी की तेज आवक होने के बाद 3 गेट करीब 2.75 मीटर तक खोलकर वहां से 11,200 क्यूसेक, जबकि जवाहर सागर से 7256 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इधर, झालावाड़ के कालीसिंध बांध का एक गेट 2 मीटर तक खोलकर 7889 क्यूसेक की निकासी की गई।

पार्वती नदी में उफान, संपर्क कटा
कोटा में पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद यहां दोबारा खातोली में पुलिया पर ट्रैफिक को बंद कर दिया गया। इससे कोटा-श्योपुर स्टेट हाईवे का संपर्क कट गया। वहीं, बारां जिले में ग्राम हानोतिया का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया, इस दौरान गांव के 5 युवक-युवतियां जो कॉलेज परीक्षा देने जाने वाले थे, वह फंस गए। इसके बाद SDRF की टीम ने नाव के जरिए नदी पार करवाई।

बारां जिले में नदियां उफान पर हैं। इस दौरान एसडीआरएफ की मदद भी जिला प्रशासन ने ली है।

बारां जिले में नदियां उफान पर हैं। इस दौरान एसडीआरएफ की मदद भी जिला प्रशासन ने ली है।

जवाई का गेज 3 सेमी. तक बढ़ा
सूखे और पीने के पानी से जूझ रहे पाली जिले के लिए भी थोड़ी राहत की खबर है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही हल्की-हल्की बारिश के बाद जवाई बांध में भी पानी आना शुरू हाे गया है। पिछले 48 घंटे के दौरान बांध का गेज 1.04 आरएल मीटर से बढ़कर 3.99 तक पहुंच गया। इस दौरान बांध में 9.28 मिलीयन क्यूबिक मीटर पानी आया है।

अब आगे क्या?
अगले 24 घंटे में राज्य के जयपुर, अजमेर, सीकर ,भीलवाड़ा,बूंदी, कोटा, बारां, दौसा,अलवर,सवाईमाधोपुर, भरतपुर, झुंझुनू और चूरू में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश का अलर्ट मौसम केंद्र जयपुर ने जारी किया है।

नागौर जिले में तेज बारिश के बाद लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। यहां के अधिकतर क्षेत्रों में बारिश हो रही है।

नागौर जिले में तेज बारिश के बाद लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। यहां के अधिकतर क्षेत्रों में बारिश हो रही है।

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