लवर्स, पति-पत्नी या तस्कर?:आरोपी बोला-बचपन का प्यार, भागकर शादी की, गलती से शराब तस्करी कर दी
पाली में 10 अक्टूबर को पुलिस ने नाकाबंदी केे दौरान एक गाड़ी को पकड़ा। गाड़ी में भरी हुई थी अवैध शराब। पुलिस ने शराब जब्त कर झुंझुनूं के रहने वाले लोकेश (22) पुत्र राजकुमार नायक और अमिता (20) पुत्री आजाद सिंह जाट को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में माना कि दोनों गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड हैं और साथ में तस्करी कर रहे थे, लेकिन अब आरोपी लोकेश से पुलिस पूछताछ में नई कहानी सामने निकल कर आई है।
लोकेश का कहना है कि दोनों बचपन से एक साथ स्कूल में पढ़ते थे। घरवाले राजी नहीं हुए तो भागकर शादी कर ली। उन्हें तो पता भी नहीं था कि गाड़ी में अवैध शराब है।
दरअसल, पाली के गुड़ा एंदला थाना क्षेत्र में नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने अवैध शराब जब्त कर दोनों को गिरफ्तार किया था।
ट्रांसपोर्ट नगर के थाना प्रभारी SHO विक्रम सांदू ने बताया कि मामले में अमिता को जमानत पर छोड़ दिया गया है। उसके परिजन झुंझुनूं लेकर गए हैं। लोकेश ने जो कहानी बताई है, उसकी जांच कराई जा रही है कि वे वाकई पति-पत्नी हैं या पुलिस से बचने के लिए मनगढ़ंत कहानी रच रहे हैं।
नाकाबंदी में पकड़े गए लोकेश ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसका कहना है कि घर के भागकर शादी की। उसके बाद दिल्ली में तस्कर से मुलाकात हुई। लेकिन वह तस्कर है इस बारे में उसे कुछ पता नहीं था।
पहले पढ़िए आरोपी ने पुलिस को क्या बताया…
स्कूल में साथ पढ़ें, फिर भागकर दिल्ली में शादी की
लोकेश ने बताया कि मलसीसर में एक निजी स्कूल में 7th क्लास में अमिता से मुलाकात हुई थी। दोनों की दोस्ती बड़े होने पर प्यार में बदल गई। ग्रेजुएशन के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया।
मगर घरवालों के नहीं मानने पर घर से भागने का प्लान बनाया। घर से डेढ़ लाख रुपए लेकर 6 अगस्त 2022 को दिल्ली में अपने दोस्त के चले गए। दिल्ली जाकर 8 अगस्त को गाजियाबाद में आर्य समाज में और 25 अगस्त को कोर्ट मैरिज की। पुलिस से बचने के लिए दोनों ने फोन भी बंद कर लिया था।
दिल्ली के दोस्त ने बाड़मेर के तस्कर से मिलवाया
दिल्ली में रहने के दौरान रुपए खत्म होने लगे। ऐसे में दोस्त ने बाड़मेर जिले के बालाराम जाट से मिलवाया। उसने पाली के रोहट में कमरा दिलवाने की बात कहीं। दोनों अगस्त महीने रोहट आ गए।
यहां आने पर बालाराम ने कहा कि कमरे का किराया और खाने-पीने का सामान देगा। पुलिस भी तलाश नहीं कर पाएगी। बस, मेरे कहने पर साथ में गुजरात चलना। दोनों के बीच इस तरीके की डील होने के बाद लोकेश ने बालाराम के साथ गुजरात जाना शुरू कर दिया। लोकेश ने पुलिस को बताया कि, यहां से जाने-अनजाने तस्करी के अवैध धंधे में एंट्री हो गई।
बाड़मेर का तस्कर नाकाबंदी के दौरान भाग गया था। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उसके बाद ही मामले की सच्चाई सामने आ पाएगी।
तस्कर के साथ दोनों गुजरात गए
आरोपी लोकेश नायक ने बताया कि बालाराम 6 बार अपनी गाड़ी से गुजरात लेकर गया था। उसने पत्नी अमिता को भी साथ लाने का दबाव दिया था। दोनों को कभी भनक तक नहीं लगी कि वह शराब तस्कर है। गाड़ी में भी कभी शराब नजर नहीं आने पर शक नहीं हुआ। लोकेश ने बताया कि गुजरात जाने के बाद बालाराम उन्हें कुछ रुपए देकर घूमने के लिए छोड़ देता था। वापस जाते समय दोनों को साथ ले जाता था।
पुलिस से बचने के लिए पत्नी को रखा साथ
लोकेश ने बताया कि 7वीं बार बालाराम गुजरात लेकर जाने लगा। तब उससे पूछा था कि बार-बार गुजरात क्यों जाते है। तब उसने कहा कि, शराब तस्करी के लिए जाते है। यह सुनकर मैं डर गया और कुछ नहीं बोल पाया। बालाराम ने पकड़े जाने पर जमानत की बात कही थी। पुलिस को शक न हो, इस कारण अमिता को साथ रखने को कहा था।
ट्रांसपोर्ट नगर के थाना प्रभारी SHO विक्रम सांदू ने बताया कि लोकेश ने जो भी बयान दिए हैं, उनकी तस्दीक की जा रही है। तीसरे तस्कर बालाराम के पकड़े जाने के बाद ही सच्चाई का खुलासा हो पाएगा।
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