लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के आरोपी आतंकी हरप्रीत सिंह को NIA ने दबोचा, 10 लाख का था इनाम
हरप्रीत जैसे ही मलेशिया के कुआलालम्पुर से नई दिल्ली पहुंचा, NIA ने उसे धर दबोचा। NIA पहले से ही उस पर नजर गड़ाए थी। सूचना मिलते ही एनआई की टीम एयरपोर्ट पर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के आरोपी फरार आतंकी हरप्रीत सिंह को नई दिल्ली में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। हरप्रीत जैसे ही मलेशिया के कुआलालम्पुर से नई दिल्ली पहुंचा, NIA ने उसे धर दबोचा। NIA पहले से ही उस पर नजर गड़ाए थी। सूचना मिलते ही एनआई की टीम एयरपोर्ट पर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
हरप्रीत, पाकिस्तान स्थित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) के स्वयंभू प्रमुख, लखबीर सिंह रोड का सहयोगी है और पिछले साल दिसंबर 2021 में लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग में ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं में से एक है। इस भीषण बम विस्फोट में एक की मौत हो गई छी, जबकि छह लोग घायल हो गए थे।
हरप्रीत पंजाब के अमृतसर जिले का रहने वाला है। उसे गुरुवार को मलेशिया से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आते ही गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला शुरू में पंजाब पुलिस द्वारा 23 दिसंबर, 2021 को दर्ज किया गया था। इसके बाद उसे एनआईए को दे दिया गया। जांच एजेंसी ने इस साल एक जनवरी को फिर से केस दर्ज किया था।
एनआईए ने एक बयान में कहा, “जांच में पता चला है कि हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी मलेशिया, लखबीर सिंह रोड का सहयोगी और लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं में से एक था।” एनआई ने बताया कि रोड के निर्देश पर काम करते हुए ही हरप्रीत ने कस्टम-मेड इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) को कोर्ट में लगाया था, जिसे पाकिस्तान स्थित उसके सहयोगियों ने भेजा था।.
एनआईए ने कहा कि इसी IED का लुधियाना कोर्ट कॉम्प्लेक्स विस्फोट में इसका इस्तेमाल किया गया था। उसमें हरप्रीत भी शामिल था और वह विभिन्न मामलों में वांछित था, जिसमें विस्फोटकों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी भी शामिल है। इससे पहले, एनआईए ने हरप्रीत सिंह पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। हरप्रीत के खिलाफ विशेष एनआईए अदालत से गैर-जमानती वारंट भी जारी किया गया था और एक लुक-आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था।
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