NATIONAL NEWS

लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस में भाजपा की सेंध:गहलोत-पायलट के करीबी बड़े नेता कल बीजेपी में होगें शामिल

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस में भाजपा की सेंध:गहलोत-पायलट के करीबी बड़े नेता कल बीजेपी में होगें शामिल

जयपुर

करीब आधा दर्जन कांग्रेस नेता भाजपा जॉइन करेंगे। इनमें पायलट ग्रुप के नेता भी शामिल हैं। - Dainik Bhaskar

करीब आधा दर्जन कांग्रेस नेता भाजपा जॉइन करेंगे। इनमें पायलट ग्रुप के नेता भी शामिल हैं।

लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी कांग्रेस में बड़ी सेंध लगाने जा रही है। बड़ी संख्या में कांग्रेस के पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं।

पूर्व कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, पूर्व गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा, विजयपाल मिर्धा, खिलाड़ीलाल बैरवा, आलोक बेनीवाल, कांग्रेस नेता रामपाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता बीजेपी में शामिल होंगे।

बीजेपी सूत्रों के अनुसार रविवार को 11 बजे बीजेपी मुख्यालय में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं की जॉइनिंग होने जा रही है। सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी की मौजूदगी में कांग्रेसी नेता बीजेपी में शामिल होंगे।

पूर्व मंत्री खिलाड़ीलाल बैरवा पायलट कैंप के नेता माने जाते हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था।

पूर्व मंत्री खिलाड़ीलाल बैरवा पायलट कैंप के नेता माने जाते हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था।

दामाद और समधी सहित बीजेपी में जाएंगे पूर्व मंत्री लालचंद कटारिया

गहलोत सरकार में कृषि मंत्री और यूपीए सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रहे लालचंद कटारिया की विधानसभा चुनावों के दौरान भी बीजेपी में जाने की चर्चा थी।

लालचंद कटारिया ने इस बार झोटवाड़ा से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। लालचंद कटारिया के साथ उनके दामाद और डेगाना से पूर्व विधायक ​विजयपाल मिर्धा, उनके समधी पूर्व कांग्रेस विधायक रिछपाल मिर्धा भी बीजेपी जॉइन करेंगे। ​

ज्योति मिर्धा के बीजेपी में जाने के वक्त से थी चर्चा

ज्योति मिर्धा के बीजेपी में जाने के वक्त से ही रिछपाल मिर्धा और विजयपाल मिर्धा के बीजेपी में जाने के कयास लग रहे थे। विजयपाल मिर्धा को डेगाना से कांग्रेस का टिकट मिला, लेकिन हार गए। रिछपाल मिर्धा ने हाल ही बीजेपी के पक्ष में खुलकर बयान दिए थे।

नागौर के दिग्गज मिर्धा परिवार से आने वाली डॉ ज्योति मिर्धा ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा जॉइन की थी। हालांकि, वे विधानसभा चुनाव हार गई थीं। भाजपा ने उन्हें फिर से चुनावी मैदान में उतारा है।

नागौर के दिग्गज मिर्धा परिवार से आने वाली डॉ ज्योति मिर्धा ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा जॉइन की थी। हालांकि, वे विधानसभा चुनाव हार गई थीं। भाजपा ने उन्हें फिर से चुनावी मैदान में उतारा है।

रिछपाल मिर्धा ने कहा था कि बीजेपी राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज करेगी। कांग्रेस में जनाधार वाले नेताओं की कद्र नहीं बची है। लालचंद कटारिया विधानसभा चुनावों के वक्त से ही साइलेंट हैं, लेकिन वे बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के संपर्क में थे। कटारिया और राजेंद्र यादव कई बार दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मिल चुके हैं।

राजेंद्र यादव के ठिकानों पर हुई थी छापेमारी

राजेंद्र यादव, गहलोत सरकार में गृह राज्य मंत्री थे। वे लंबे समय तक जयपुर ग्रामीण के कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी रहे थे। राजेंद्र यादव के ठिकानों पर विधानसभा चुनाव से पहले आयकर ने छापे मारे थे।

पोषाहार घोटाले को लेकर भी उनकी कंपनी पर छापेमारी हुई थी। उस वक्त राजेंद्र यादव ने खुलकर कहा था कि उन्होंने कोई गड़बड़ नहीं की और वे झुकेंगे नहीं।

आलोक बेनीवाल और उनके समधी सुरेश चौधरी टिकट कटने से नाराज

आलोक बेनीवाल गुजरात की पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमला बेनीवाल के पुत्र हैं। आलोक बेनीवाल पिछली बार कांग्रेस टिकट कटने पर बगावत करके शाहपुरा से निर्दलीय चुनाव जीते थे।

इसके बाद उन्होंने पूरे पांच साल अशोक गहलोत और उनकी सरकार को सम​र्थन दिया था। इस बार विधानसभा चुनावों में आलोक बेनीवाल का टिकट काट दिया तो फिर निर्दलीय लड़े, लेकिन चुनाव हार गए। आलोक बेनीवाल के समधी और कांग्रेस सेवादल के पूर्व प्रदेश प्रमुख सुरेश चौधरी भी उनके साथ बीजेपी जॉइन करेंगे।

कांग्रेस के प्रमुख आदिवासी नेता रहे महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने भी करीब 20 दिन पहले भाजपा जॉइन की थी। उन्हें भी पार्टी ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है।

कांग्रेस के प्रमुख आदिवासी नेता रहे महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने भी करीब 20 दिन पहले भाजपा जॉइन की थी। उन्हें भी पार्टी ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है।

विधानसभा चुनाव से कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला जारी

विधानसभा चुनावों से लेकर अब तक बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता बीजेपी में जा चुके हैं। पूर्व सासंद ज्योति मिर्धा और पूर्व उम्मीदवार सवाई सिंह चौधरी ने एक साथ विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी जॉइन की थी। गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा ने मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद शिवसेना जॉइन कर ली थी और उन्होंने शिवसेना के सिंबल पर ही उदयपुररवाटी से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।

बाड़ी से पूर्व विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस छोड़ बीजेपी जॉइन की थी, उन्हें बीजेपी ने बाड़ी से टिकट दिया, लेकिन वे हार गए। जयपुर से मेयर रहीं और पिछली बार जयपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार रही ज्योति खंडेलवाल भी बीजेपी जॉइन कर चुकी हैं।

पीपल्दा से पूर्व कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री राम गोपाल बैरवा, कोटा के कांग्रेस नेता और उम्मीदवार रहे खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता, तारानगर से पूर्व विधायक और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे चंदनमल बैद के बेटे चंद्रशेखर बैद, पूर्व विधायक नंदलाल पूनिया भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

About the author

THE INTERNAL NEWS

Add Comment

Click here to post a comment

error: Content is protected !!