सरकारी हॉस्पिटल में हीटर से झुलसा नवजात, जोधपुर रेफर:वॉर्मर नहीं होने पर हॉस्पिटल स्टाफ ने बच्चे को रूम हीटर के पास लेटाया
पोकरण
पोकरण (जैसलमेर) के सरकारी हॉस्पिटल के स्टाफ की लापरवाही से नवजात झुलस गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन हॉस्पिटल के स्टाफ ने उस नवजात को जोधपुर रेफर कर दिया। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। नवजात के परिवार वालों का आरोप है- हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने अपनी गलती छिपाने के लिए रेफर किया है। संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीड़ित परिवार ने प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर (पीएमओ) अनिल गुप्ता से शिकायत की है।
पीड़ित परिवार जैसलमेर जिले के पोकरण के भीखूराई गांव के रहने वाला है। नवजात के ताऊ सुमेर जोशी (50) ने बताया- गुरुवार, 25 जनवरी को रात 11.30 बजे की घटना है। पोकरण अस्पताल में उनके छोटे भाई डूंगर जोशी (40) की पत्नी पेंपो देवी (38) के जुड़वां बच्चे हुए थे। इनकी डिलीवरी डॉ. बाबूलाल गर्ग और नर्स पूनम ने करवाई थी। डिलीवरी के बाद दोनों बच्चों को जच्चा-बच्चा वार्ड में बेड पर लेटा दिया गया। इन बच्चों के पास रूम हीटर रख दिया गया। हीटर की आंच तेज होने से उस तरफ लेटे एक बच्चे की स्किन एक घंटे में ही लाल हो गई। परिजनों ने डॉक्टर्स को बताया तो उन्होंने नवजात में ऑक्सीजन की कमी बताकर जोधपुर रेफर कर दिया। जोधपुर पहुंचने पर पता चला कि बच्चा हीटर की तेज आंच से जला है।
जैसलमेर के पूर्व विधायक सांग सिंह ने परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएमओ अनिल गुप्ता से निष्पक्ष जांच की मांग की।
बच्चे की हालत देखकर जोधपुर के उम्मेद हॉस्पिटल में बच्चे को भर्ती करने से मना कर दिया। परिजनों की विनती के बाद अस्पताल प्रशासन ने बच्चे को भर्ती किया। अभी बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है। पीएमओ अनिल गुप्ता ने बताया कि बच्चे के साथ हुए हादसे की जांच की जाएगी। जांच में ये पता लगाएंगे कि किसकी गलती है। इसके बाद दोषी स्टाफ पर कार्रवाई करेंगे।
Add Comment