हिमाचल हाईकोर्ट में निशांत शर्मा केस में 14 दिसंबर को:अब 14 पुलिस जांच की स्टेटस रिपोर्ट रखेगी; DGP को बदलने की अटकलें तेज; IPS ओझा के बनने की चर्चा
हिमाचल हाईकोर्ट में मंगलवार DGP संजय कुंडू व नोएडा के कारोबारी निशांत शर्मा मामले में सुनवाई हुई। यह मामला अब दोबारा 14 दिसंबर को सुना जाएगा। लिहाजा अगली सुनवाई में कांगड़ा पुलिस निशांत शर्मा की शिकायत पर धर्मशाला के मैकलोड़गंज पुलिस थाना में दर्ज FIR की जांच की स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेगी।
इस बीच हिमाचल में नए पुलिस महानिदेशक (DGP) को लेकर प्रदेश सचिवालय और पुलिस मुख्यालय में चर्चाएं तेज हो गई है। DGP संजय कुंडू के बैच के ही सीनियर IPS अफसर संजीव रत्न ओझा के केंद्रीय प्रतिनियुक्त से लौटने से इन अटकलों को ज्यादा बल मिला है। वहीं सेंटर डेपुटेशन पर चल रहे अतुल वर्मा के भी जल्द प्रदेश लौटने की चर्चा है। मगर, उन्होंने अभी प्रदेश में जॉइनिंग नहीं दी।
सूत्र बताते हैं कि सचिवालय में DGP बदलने को लेकर फाइल भी मूव कर दी गई है। मगर इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अंतिम फैसला लेना है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे एसआर ओझा हो सकते हैं हिमाचल के अगले पुलिस महानिदेशक
सरकार पर इसलिए DGP बदलने का दबाव
DGP संजय कुंडू पर कारोबारी निशांत शर्मा द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद सरकार पर भी पुलिस महानिदेशक को बदलने का दबाव है। निशांत ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर DGP को पदमुक्त करने की मांग कर रखी है। इसमें तर्क दिया गया कि DGP के पद पर रहते हुए इस मामले में निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
दरअसल, निशांत ने SP शिमला को एक शिकायत दे रखी है, जिसमें उन्होंने DGP कुंडू पर FIR दर्ज करने की मांग कर रखी है।
कुंडू के बैच के IPS ओझा हिमाचल लौटे
हिमाचल कैडर के 1989 बैच के सीनियर IPS एसआर ओझा 5 साल तक सेंटर डेपुटेशन पर रहे। संजय कुंड और एसआर ओझा दोनों ही 1989 बैच के IPS है। संजय कुंडू अप्रैल 2024 और एसआर ओझा मई 2025 में रिटायर होंगे। ओझा हिमाचल में जॉइनिंग दे चुके हैं। उन्हें DG जेल लगाया गया है।
संजय कुंडू व ओझा से सीनियर IPS दिल्ली में
इन दोनों से सीनियर यानी 1988 बैच के तपन कुमार डेका अभी दिल्ली में IB के डायरेक्टर है। मगर, वह पिछले साल रिटायर हो चुके हैं और उन्हें एक साल की एक्सटेंशन मिली है। साल 1990 बैच के एवं पूर्व CM वीरभद्र सिंह के करीबी श्याम भगत नेगी अभी सेंटर डेपुटेशन पर है। उनके लौटने की कम संभावना है। भारत सरकार में उन्हें सचिव और महानिदेशक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने DGP को हटाने की थी मांग
सत्ता परिवर्तन के बाद सबसे ज्यादा चर्चा DGP संजय कुंडू को बदलने की थी, क्योंकि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने पूर्व सरकार में पुलिस कॉन्स्टेबल पेपर लीक के बाद संजय कुंडू पर गंभीर आरोप लगाए थे और राजभवन के बाहर भी प्रदर्शन करते हुए DGP को हटाने की मांग की थी।
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