हिस्ट्रीशीटर और उसके दोस्त की पीट-पीटकर हत्या:हिस्ट्रीशीटर को साथ लेकर मां से मारपीट का बदला लेने गया था, सिर-सीने में चाकू से 6 वार
ये तेज सिंह की पत्नी स्वीटी सिंह है। उसका कहना है कि उसके पति को इतना बुरी तरह से पीटा गया कि आंखें बाहर निकाल दी।
चाचा से मां के साथ हुई मारपीट का बदला लेने गए युवक और दोस्त हिस्ट्रीशीटर दोस्त की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि चाचा, उसके बेटे समेत एक नाबालिग लड़के ने युवक और उसके दोस्त को इतना पीटा कि आंखें बाहर निकल गईं। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया है। आरोपी चाचा भी घायल है। मामला उदयपुर के बड़गांव का है।
तेज सिंह और सोनू दोनों दोस्त है। सोनू उदयपुर शहर के धानमंड़ी थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर भी है।
ढाई बीघा जमीन का विवाद
उदयपुर शहर से करीब 20 किमी दूर बड़गांव थाना क्षेत्र के लोसिंग में बुधवार रात 10 बजे वारदात हुई है। बड़गांव थाना अधिकारी पूरण सिंह राजपुरोहित ने बताया- प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि 34 साल के तेज सिंह (मृतक) और उसके चाचा मोहन सिंह (50) के परिवार के बीच ढाई बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। बुधवार को तेज सिंह किसी काम से उदयपुर गया था।
इस बीच मोहन सिंह ने तेज सिंह की मां वीना कंवर के साथ मारपीट कर दी। घटना की जानकारी तेज सिंह को मां ने फोन पर दी। तेज सिंह गांव पहुंचा और रात करीब 8:30 बजे बड़गांव थाने गया। यहां उसने मां से मारपीट को लेकर चाचा मोहन सिंह और उसके बेटे देवेंद्र सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
चाकू और लाठियों से हमला
थाने से तेज सिंह सीधा मोहन सिंह के यहां चला गया। बताया जा रहा है कि मां से मारपीट को लेकर तेज सिंह का काफी गुस्से में था। ये आशंका जताई जा रही है कि मारपीट का बदला लेने के लिए तेज सिंह ने अपने दोस्त सोनू घांची (हिस्ट्रीशीटर) को भी वहां बुला लिया था। मोहन सिंह के यहां विवाद इतना बढ़ गया कि तेज सिंह के साथ मारपीट होने लगी। इसके बाद दोनों (तेज सिंह और सोनू घांची) पर चाकू और लाठियों से हमला कर हत्या कर दी गई।
झाड़ियों में मिले शव
रात 10 बजे तक तेज सिंह घर नहीं आया तो मां थाने पहुंची। पुलिस ने तलाशी शुरू की तो रात करीब 11 बजे खेत की झाड़ियाें में तेज सिंह का शव मिला। इस दौरान पुलिस ने मौका मुआयना किया तो रात करीब 2 बजे घटनास्थल से 300 मीटर दूर सोनू घांची का शव मिला।
तेज सिंह उदयपुर शहर के शोभागपुरा इलाके में कपड़े के शोरूम पर काम करता है। मोहन सिंह की चाय-नाश्ते की स्टॉल है। इस घटना में मोहन सिंह को भी चोट लगी है। महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा है। सोनू घांची के खिलाफ धानमंडी थाने में 30 मामले दर्ज हैं।
एमबी हॉस्पिटल के बाहर विलाप करते सोनू घांची के परिजन। परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया है और मुआवजा की मांग कर रहे है।
पत्नी बोली- मार-मार कर आंखें निकाल लीं
पुलिस ने बताया कि दोनों की चाकू और लाठियों से हमला कर मारा गया है। हालांकि पुलिस ने अभी इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं दिखाई है, लेकिन तेज सिंह के चाचा मोहन सिंह, उसके बेटे देवेंद्र सिंह को हिरासत में लिया है। इसके साथ एक नाबालिग को भी डिटेन किया गया है।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने बुरी तरह से दोनों की हत्या की है। तेज सिंह के सिर में चाकू से 4 और सीने पर 2 वार किए। वहीं तेज सिंह की पत्नी स्वीटी सिंह(28) का कहना है कि उसके पति को मार-मार कर आंखें बाहर निकाल दीं।
बहन बोली- चाचा नाम कर गए थे जमीन, उसी पर जता रहे थे हक
तेज सिंह (मृतक) की बहन मंजू कंवर ने बताया- हमारे चाचा उदयसिंह राजपूत के कोई संतान नहीं थी। इस कारण उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी मेरी मां वीना कंवर के नाम कर दी थी। इसी बात को लेकर चाचा मोहन सिंह दुश्मनी पाले हुए था। वह और उसका परिवार जबरदस्ती प्रॉपर्टी में अपना हक मांग रहे थे।
इधर, घटना के बाद गुरुवार को सोनू घांची के परिजनों ने शव लेने से मना कर दिया। महाराणा भूपाल हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी के बाहर परिजन मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं। अभी तक शव भी नहीं उठाया है। परिजनों ने कलेक्टर अरविंद पोसवाल को भी ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है।
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