विद्यार्थियों में हों ‘अर्जुन वाली आँख’
‘अंतर्दृष्टि’ में शामिल और सफल विद्यार्थी हुए पुरस्कृत
लूनकरनसर, 14 सितम्बर।कोई भी सफलता मेहनत का ही नतीजा है। विद्यार्थियों की नज़र हमेशा लक्ष्य पर रहनी चाहिए। उन्हें ‘अर्जुन वाली आँख’ रखनी चाहिए। यह बात वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.हरिमोहन सारस्वत ने कही वे शनिवार को स्थानीय बिश्नोई धर्मशाला और गुरु जम्भेश्वर मंदिर प्रांगण में ‘अंतर्दृष्टि’ परीक्षा के सफल विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए बोल रहे थे। इस अवसर पर साहित्यकार राजूराम बिजारणियां ने कहा कि लूनकरनसर क्षेत्र के विद्यार्थियों में स्वच्छ प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत करने के उद्देश्य से ऐसी परीक्षाओं का आयोजन निरंतर करवाया जाएगा। इस अवसर पर इक्कीस संस्थान की आशा शर्मा ने उपस्थित बालिकाओं को हिम्मत और हौसले से विभिन्न परीक्षाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। गौरतलब है कि 8 सितम्बर को इक्कीस कॉलेज और सीएससी कम्यूटर सेंटर के तत्वावधान से आयोजित इस परीक्षा में ढाणी पांडूसर, अमरपुरा, मकड़ासर, कालू, कांकड़वाला, भीखनेरा, लूनकरनसर, फूलदेसर, रोझां, गोपल्याण, कपूरीसर, पींपेरा सहित विभिन्न गांवों से प्रतिभागी शामिल हुए थे। विजेता रहे विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मानित किया गया। इस मौके पर बोलते हुए एडवोकेट रामलाल गोदारा ने इस प्रकार की परीक्षाओं को विद्यार्थियों के लिए अति महत्वपूर्ण माना। वहीं पूर्व सरपंच लूनकरनसर, रफ़ीक मालावत ने आज के समय में कम्पटीशन की भावना जगाने की इस पहल को सराहनीय बताया। संस्थान के सुदेश बिश्नोई ने विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान की महत्वपूर्ण जानकारी दी।
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