गैंगस्टर संदीप विश्नोई को गोली मारने वाला कौन था?:हेलमेट पहने बाइक पर बैठा था उसी के गांव का बदमाश, दो शूटर्स के साथ भागा
नागौर कोर्ट परिसर के बाहर सोमवार को सेठी गैंग के सरगना गैंगस्टर संदीप विश्नोई की हत्या कर दी गई। तीन बदमाशों ने एक के बाद एक 9 फायर कर संदीप को मौत के घाट उतार दिया। इस पूरे मामले में हरियाणा की दीप्ति गैंग का नाम सामने आया। पड़ताल की तो सामने आया सबसे पहले गोली चंडीगढ़ के शूटर जसप्रीत ने मारी थी।
हत्या के बाद बदमाशों के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गए थे। लेकिन, पुलिस यह पता नहीं लगा पा रही थी कि आखिर शूटर कौन थे और कहां से आए थे। नागौर पुलिस को सिर्फ शक था कि दीप्ति गैंग से जुड़े लोग हो सकते हैं। मामले की पड़ताल करते हुए संदीप के खास दोस्त नरेश हरिता तक पहुंची। जब नरेश से बात की तो फुटेज के आधार पर उसने 5 में से तीन शूटर्स को पहचान लेने का दावा किया और बताया कि यह लोग कौन थे।
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इस फोटो में सबसे आगे (कैप लगाए) दौड़ रहा बदमाश दीप्ति गैंग का और चंडीगढ़ का शूटर जसप्रीत है। वहीं तीसरे नंबर पर (लाल शर्ट में) में दौड़ रहा अनोप है।
नरेश हरिता ने CCTV फुटेज के आधार पर रिपोर्टर को यह बताया कि इनमें एक शूटर चंडीगढ़ का है, जिसका नाम जसप्रीत है। दावा किया जा रहा है कि नागौर कोर्ट के बाहर संदीप के पीछे दौड़ते हुए सबसे पहले गोली जसप्रीत ने ही मारी थी। वह कैप लगाए और छोटा बैग लटकाए हुआ था।
दूसरी तरफ से संदीप पर फायर करने वाला रेड शर्ट पहना हुआ बदमाश अनोप था। जसप्रीत के साथ अनोप ने संदीप को घेर दूसरी तरफ से गोलियां बरसाना शुरू कर दिया था।
एक सीसीटीवी फुटेज में बाइक पर हेलमेट लगा एक और बदमाश नजर आ रहा है। ये संदीप विश्नोई के गांव का अनिल उर्फ छोट्या विश्नोई था। जो दोनोंं को बाइक पर लेकर मौके से भागा था। इसके अलावा दूसरी बाइक पर भागने वाले दो बदमाशों को वो अभी पहचान नहीं पाया है। हालांकि नरेश ने ये साफ कर दिया कि संदीप विश्नोई को दीप्ति गैंग और अनिल उर्फ छोट्या विश्नोई से चल रही पुरानी रंजिश के चलते ही मारा गया।
बाइक पर जसप्रीत और अनोप को लेकर भाग रहा छोट्या विश्नोई है। छोट्या और संदीप के बीच करीब 10 साल पुरानी रंजिश थी। संदीप व छोट्या दोनों एक ही गांव के हैं।
छोट्या की संदीप से 10 साल पुरानी रंजिश, दोनों एक ही गांव के
संदीप विश्नोई एक मर्डर के मामले में नागौर जेल में बंद था। दीप्ति को पता था कि उसकी जमानत हो चुकी है और सोमवार को कोर्ट में उसकी पेशी है, इसका फायदा उठाकर उसका मर्डर कर दिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस मर्डर में शामिल एक बदमाश संदीप विश्नोई के गांव मंगाली का ही छोट्या विश्नोई था, जो संदीप से दुश्मनी रखता था। दोनों के बीच 10 साल पुरानी रंजिश थी। इसी रंजिश का बदला लेने के लिए उसने दीप्ति गैंग के सरगना दीप्ति सिंह यादव से दोस्ती कर ली थी।
संदीप विश्नोई की हत्या की जिम्मेदारी सबसे पहले बंबीहा गैंग के कौशल चौधरी ने ली थी। लेकिन, नागौर पुलिस को शक दीप्ति गैंग पर है। मंगलवार देर शाम दीप्ति गैंग ने संदीप विश्नोई ने जिम्मेदारी ली।
पहले ही बता दिया था पुरानी दुश्मनी बनी गैंगवार की वजह
पड़ताल में पहले ही बता दिया था कि इस गैंगवार के पीछे दीप्ति गैंग है। इसकी मुख्य वजह कॉलेज समय से चल रही पुरानी दुश्मनी है, जो गैंगवार में बदल गई। संदीप और दीप्ति गैंग के बीच दुश्मनी की कहानी 15 साल पहले शुरू हुई। साल 2007 में संदीप विश्नोई और दीप्ति के दोस्त संदीप गोदारा के बीच हिसार के जाट कॉलेज में लड़ाई हो गई। यहां से दुश्मनी शुरू हुई। साल 2011 में दीप्ति सिंह यादव पर जाट कॉलेज के बाहर गोलियां चलीं। इसका आरोप विश्नोई पर आया। विश्नोई का नाम आते ही दीप्ति ने बदला लेने की सोची और यहीं से गैंगवार की कहानी शुरू हुई।
संदीप गोदारा दीप्ति गैंग के सरगना दीप्ति सिंह यादव का खास दोस्त था। वहीं किशोरी मांजू संदीप विश्नोई का खास दोस्त। दीप्ति गैंग व सेठी गिरोह के इस गैंगवार में दोनों दोस्तों का मर्डर हो गया था।
2013 में 10 अक्टूबर, 2013 में दीप्ति यादव गैंग ने संदीप के खास दोस्त किशोरी मांजू की हरियाणा के राजगढ़ में हत्या कर दी। इसमें अनिल नाम के गुर्गे ने दीप्ति की सहायता की थी।
अपने दोस्त के मर्डर का बदला लेने के लिए संदीप विश्नोई ने 2015 में हरियाणा के झीड़ी निवासी संदीप गोदारा को गोलियों से छलनी कर मार दिया। संदीप गोदारा दीप्ति का खास दोस्त था। 22 सितंबर 2015 को संदीप गोदारा अपने गांव लौट रहा था। तब रास्ते में संदीप ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे घेर लिया था। फिर ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। तब संदीप गोदारा पंचायत चुनाव में सरपंच का चुनाव लड़ रहा था। बाद में पुलिस पूछताछ में सेठी ने बताया था कि अगर वो गोदारा को नहीं मारता तो गोदारा उसका मर्डर कर देता।
इसके बाद से दीप्ति अपने दोस्त की हत्या का बदला लेना चाहता था।
हरियाणा से दो स्कॉर्पियों से 11 साथियों के साथ नागौर कोर्ट पहुंचा था संदीप विश्नोई
संदीप विश्नोई के ही दूसरे साथी संजय पंघाल पुत्र जयवीर पंघाल निवासी लाडवा (हिसार) ने बताया कि सोमवार दोपहर 12 बजे वो अपनी स्कॉर्पियो यों से सुधीर शर्मा निवासी चरखी दादरी, मंजीत दुहन निवासी सहाडवा, लाडवा के ही आशीष, रवि और जीवेन्द्र पुनिया के साथ नागौर पहुंचा था।
वहीं 10 मिनट बाद ही एक दूसरी स्कॉर्पियो में संदीप विश्नोई उर्फ़ संदीप सेठी धर्मवीर पुूया निवासी बयानाखेड़ा, पवन देवबंद निवासी डाबड़ा, भूपेंद्र गुर्जर निवासी खुड़िया, संजय गुर्जर निवासी खेतड़ी और सूर्यकांत शर्मा निवासी कुंवारी के साथ नागौर कोर्ट पहुंच गया था। इस दौरान कोर्ट में उनके अलावा विजय उर्फ चोटी, आनंद सांखला और नरेंद्र सांखला भी आए थे।
लंच टाइम में कोर्ट से बाहर आते ही हुआ हमला
संजय पंघाल ने बताया लंच टाइम सभी साथी संदीप के साथ कोर्ट के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो की तरफ जा रहे थे, तभी कोर्ट व एसपी निवास के बीच रोड पर अनोप ढावा गांव शीशवाल निवासी हिसार, अनिल उर्फ छोट्या विश्नोई और जॉनी जुगलान सहित 5 बदमाश वहां पहुंचे। इस दौरान टोपी पहने लड़के और अनोप ढावा ने संदीप सेठी के सिर में गोली मारी और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग होते ही बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की तो रवि और धर्मवीर को भी गोली लग गई। वहीं सूर्यकांत को गोली जांघ को छूकर निकल गई।
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