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ग्राउंड रिपोर्ट ! पहले मां-बाप को लालची बताया, अब पति दुश्मन:पाकिस्तान से आई सीमा ने पति से लिए 3 लाख, प्रेमी पर खर्च किए

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ग्राउंड रिपोर्ट ! पहले मां-बाप को लालची बताया, अब पति दुश्मन:पाकिस्तान से आई सीमा ने पति से लिए 3 लाख, प्रेमी पर खर्च किए

पाकिस्तान से अपने 4 बच्चों के साथ भागकर आईं सीमा हैदर और ग्रेटर नोएडा के सचिन की लव स्टोरी खूब सुर्खियां बंटोर रही हैं, लेकिन एक कहानी उस पति गुलाम हैदर की भी है, जिसे सीमा पीछे छोड़ आई हैं। गुलाम का दावा है कि सीमा ने कुछ महीने पहले उनसे 3 लाख रुपए लिए थे। भारत आने से पहले उधार में 70 हजार का फोन भी लिया। उस पर पाकिस्तान के बैंक में लाखों रुपए का लोन है।

सऊदी अरब में रह रहे गुलाम हैदर से बात की। उन्होंने सीमा से अपनी शादी की न सिर्फ कहानी सुनाई, बल्कि कानूनी दस्तावेज भी शेयर किए। कोर्ट के मैरिज सर्टिफिकेट के अलावा एक एफिडेविट भी है। इस एफिडेविट में सीमा ने घर से भागकर गुलाम से शादी करने की बात कबूली है। साथ ही अपने अब्बू-अम्मी को लालची बताया है।

अब्बू-अम्मी लालची, इसलिए उनका घर छोड़ दिया है…
एफिडेविट में लिखा है- ‘मैं सीमा रजा, गुलाम रजा के बेटी। मेरी जाति रिंद हैं। उम्र 19-20 साल। मैं मूल रूप से जिला खैरपुर, तालुका कोट दिजी गांव रिंद की रहने वाली हूं। 10 दिन पहले मैंने अपने अब्बू-अम्मी का घर छोड़ दिया। वजह, मेरे मां-बाप बेहद लालची हैं। जबरदस्ती मेरा निकाह ऐसे लड़के से करना चाहते थे, जो बिगड़ा हुआ और लोफर है।

अब्बू अम्मी का घर छोड़कर 10 दिन पहले मैं जिला जैकोबाबाद, तालुका गढ़ी खैरो के अमीर जान जाखरानी के घर आ गई। यहां मैंने अमीर जान के बेटे गुलाम हैदर से कॉन्ट्रैक्ट मैरिज की है। मैं कसम खाती हूं कि ये एफिडेविट मैंने बिना किसी दबाव या डर में लिखा है।’ इस पर गुलाम हैदर और सीमा रजा दोनों के साइन हैं।

सीमा और गुलाम हैदर की कोर्ट मैरिज का सर्टिफिकेट, इसमें सीमा ने बताया था कि उसके माता-पिता उसकी शादी उसकी मर्जी के बिना करना चाहते थे।

सीमा और गुलाम हैदर की कोर्ट मैरिज का सर्टिफिकेट, इसमें सीमा ने बताया था कि उसके माता-पिता उसकी शादी उसकी मर्जी के बिना करना चाहते थे।

‘मैं बीवी-बच्चों को वापस लेकर रहूंगा, चाहे इंडिया जाना पड़े’
गुलाम हैदर से बातचीत में कहा, ‘मैं अपने बच्चे और बीवी वापस लेकर रहूंगा। इसके लिए पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम से गुहार लगाऊंगा। जरूरत पड़ी तो भारत जाऊंगा।’ गुलाम अपनी लव स्टोरी सुनाते हुए बताते हैं, ‘हम दोनों बलोच थे, लेकिन सीमा रिंद कबीले की है और मैं जाखरानी कबीले का। हमारे परिवार लव मैरिज को लेकर सख्त हैं।’

‘मैंने उससे कहा- तुम मुझे जेल भेजोगी। उसने कहा-अब मैं वापस नहीं जाऊंगी। तुम्हारे साथ ही जिऊंगी-मरूंगी। ’

‘सीमा कहने लगी पहले कोर्ट मैरिज कर लें, फिर घर वालों को मनाएंगे। मैं इश्क में था, मैंने पहले निकाह किया, फिर कोर्ट मैरिज की। निकाह के 2-3 महीने बाद ही सीमा ने मुझसे कराची में रहने के लिए कहा। मैं अपना परिवार छोड़ कराची आ गया। मैं वहां रिक्शा चलाता था। हमारे 3 बच्चे हो गए। चौथा होने वाला था। सीमा ने कहा- इन बच्चों की तालीम के लिए और कमाना पड़ेगा। मैंने बंदोबस्त किया और 3 साल पहले मैं सऊदी आ गया। यहां भी मैं मेहनत-मजूरी करता हूं।’

सीमा और उसके परिवार का पाकिस्तान में बना फैमिली रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट। ये सीमा के नाम से ही बना था।

सीमा और उसके परिवार का पाकिस्तान में बना फैमिली रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट। ये सीमा के नाम से ही बना था।

उदास होते हुए गुलाम आगे बताते हैं, ‘हर महीने सीमा को 70-80 हजार रुपए भेजता था। डेढ़ साल पहले सीमा ने घर मांगा, तो मैंने 16 लाख रुपए भेजे। हमने एक कमरे का घर खरीद लिया। फिर उसने कहा, घर बहुत छोटा है। मैं किराए के घर में रहूंगी। इस घर को किराए में उठा देंगे। मैं उसमें भी राजी हो गया। मैं सारा पैसा अपने परिवार को भेजता था, मैं यहां तीन-तीन काम करता हूं। गरीब आदमी क्या करे, यहां भी उसी की मर्जी से आया था। आप मेरी बैंक डिटेल निकालकर देख लो।’

मुझसे 3 लाख रुपए लिए, भारत आने से पहले 70 हजार का फोन उधार लिया…
गुलाम हैदर का आरोप है कि सीमा ने उनसे 10 मार्च को ही 3 लाख रुपए लिए थे। सीमा का अकाउंट उस वक्त चल नहीं रहा था, इसलिए ये उन्होंने किसी जानने वाले को भेजे थे। उसने कहा था कि उसका मक्का आने का मन है। कहा था कि कुछ दिन सऊदी में रहना चाहती है। मैंने दोस्तों से पैसे उधार लेकर उसे भेजे थे।

हालांकि, सीमा के मुताबिक 10 मार्च को ही वो सचिन से मिलने के लिए नेपाल आई थी। ताकि तसल्ली कर ले कि दोनों एक दूसरे को पसंद हैं। सीमा ने यह भी कहा था कि उस वक्त 3 लाख रु. सचिन पर खर्च किए थे। यानी इस मुलाकात के लिए पैसे खर्च हुए थे।

सिर्फ इतना ही नहीं, गुलाम हैदर ने यह भी बताया कि सीमा ने 8 मई को 70 हजार का एक मोबाइल भी खरीदा था। उसने 5,000 रुपए चुकाए थे और बाकी किश्तों में देने के लिए कहा था। वो इंडिया चली गई तो दुकानवाले ने मुझे फोन किया।

गुलाम ने फोन का ये बिल भी शेयर किया। अब दुकानदार गुलाम से पैसे मांग रहा है। सीमा ने कराची में एक बैंक से लोन भी लिया हुआ है। हमने पूछा कितने का लोन है, तो गुलाम ने कहा कि अभी नहीं पता है, लेकिन जल्दी पता चल जाएगा।

गुलाम ने एक बिल भास्कर से शेयर कर दावा किया कि सीमा ने पाकिस्तान में 70 हजार का मोबाइल खरीदा था। बिल पर 8 मई की तारीख लिखी है।

गुलाम ने एक बिल शेयर कर दावा किया कि सीमा ने पाकिस्तान में 70 हजार का मोबाइल खरीदा था। बिल पर 8 मई की तारीख लिखी है।

मेरा निकाह अभी खत्म नहीं हुआ, सीमा लौटी तो उसके साथ खुशी से रहूंगा…
गुलाम हैदर ने भारत सरकार, मोदी-योगी सरकार से भी सीमा और चारों बच्चों को उसके पास भेजने की गुहार लगाई है। गुलाम का कहना है कि जब तक कानूनी जांच पूरी नहीं होती, सरकार मेरे बच्चों और बीवी को अपनी कस्टडी में रखे।

गुलाम कहते हैं, ‘उसने मेरे बच्चों के नाम बदल दिए। मेरे बच्चों को गंगा नहाने ले जाने वाली है। हम मुसलमान हैं। उसे ऐसा करने से रोका जाए। बच्चों को तो कुछ भी पता नहीं। हिंदू-मुसलमान उन्हें क्या पता। मेरी मदद करें।’ गुलाम आगे कहते हैं, ‘सीमा एक बार माफी मांगकर वापस आएगी, तो हम फिर साथ रहेंगे। उसे कोई भी कुछ नहीं कहेगा।’

ये सच है कि सीमा ने बच्चों के नाम बदलकर प्रियंका, मुन्नी और परी रख दिया है। बेटे का नाम राज रख दिया है। पहले सबसे बड़ी बेटी प्रियंका का नाम फेरिया था। उससे छोटी बेटी का नाम फरीदा था उसका नाम अब मुन्नी हो गया है। फरहा का नाम परी हो गया। बेटे का नाम फरहान था, अब उसका नाम राज हो गया है।

ग्रेटर नोएडा में मेला लगा, आस-पास के गांव के लोग सीमा को देखने आए
गुलाम हैदर से हजारों किमी दूर ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा गांव में इन दिनों जैसे मेला लगा है। दूर-दूर से आए लोग सीमा को देखना चाहते हैं। कोई इसे फिल्मी प्रेम कहानी कह रहा, तो कोई दुश्मन देश की साजिश।

रबूपुरा की मीणा मोहल्ले की संकरी गली में हरे रंग से पुते एक छोटे से मकान में भीड़ जुटी है। सचिन से पूछा कि 23 साल की उम्र में आप 4 बच्चों के बाप बनने को तैयार हैं? तो जवाब मिला- ‘4 बच्चों को ही नहीं, 5 को पालूंगा। 5वीं मेरी पत्नी है, सीमा हैदर।’ बगल में बैठी सीमा हैदर उनके इस जवाब पर इतना रीझीं कि उनकी बलाए ले लीं।

उधर सचिन की मां 3 पोतियों और एक पोते पर प्यार उड़ेल रही हैं। बत्ती गुल हुई तो सोते हुए बच्चों पर पंखा झलना शुरू कर दिया।

सीमा ने पहले पति का नाम हटाकर अब नाम सीमा सचिन रख लिया है। 2 महीने से भी कम समय में उन पर हिंदुस्तानी रंग चढ़ चुका है। वे मोहल्ले की औरतों से पाकिस्तानी तहजीब के साथ नहीं, बल्कि हिंदुस्तानी संस्कारों के साथ मिल रही हैं। आदाब या सलाम नहीं, बल्कि पैर छू-छूकर प्रणाम कर रही हैं। मोहल्ले की औरतें भी खुश हैं।

मांग में सिंदूर, हाथों में चूड़ी और रहन-सहन में हिंदुस्तानी संस्कार देखकर पहली नजर में सीमा को पाकिस्तानी कहना मुश्किल होगा। हमने उनसे हिंदुस्तान के तौर-तरीकों की ट्रेनिंग के बारे में पूछा तो उन्होंने सचिन की तरफ इशारा कर कहा- ‘यही हैं मेरे उस्ताद। सब इनसे सीखा।’ सचिन ने सीमा को छेड़ते हुए कहा, उस्ताद नहीं पति परमेश्वर।

सीमा से पूछा कि अगर सचिन ने उन्हें छोड़ दिया तो क्या करेंगी? उनका जवाब था, ‘सचिन दिल के बहुत अच्छे हैं। वह ऐसा नहीं करेंगे। अगर किया तो मैं इन्हें मार डालूंगी।’ सचिन शर्मीले हैं तो सीमा बेबाक। सचिन परचून की दुकान में काम करते हैं। उनकी तनख्वाह 8-10 हजार रुपए है। देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि घर की माली हालत ठीक नहीं।

ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में सचिन मीणा का घर। इन दिनों यहां भीड़ लगी रहती है।

दोस्तों के बीच चर्चा में सचिन की प्रेम कहानी
सचिन के दोस्त धर्मेंद्र कहते हैं&वैसे तो मैं अपने काम में व्यस्त रहता हूं। डेढ़-दो महीने पहले ही पता चला कि सचिन पाकिस्तानी बहू ले आया है। उनसे पूछा गया, अब दोनों शादी करने वाले हैं क्या, पबजी खेलकर हुए प्यार वाली शादी ठीक रहेगी? जवाब मिला-‘ पाकिस्तान से बहू आई है, शादी करने में कोई दिक्कत नहीं।’

ऐसा नहीं है कि सब खुश ही हैं, कुछ लोग कह रहे हैं कि सीमा किसी साजिश का हिस्सा भी हो सकती है। उसी मोहल्ले में रहने वाले पेशे से टीचर प्रमोद शर्मा कहते हैं, ‘सीमा दुश्मन देश से आई हैं। सबको पता है कि पाकिस्तान और भारत के रिश्ते कैसे हैं। उनका मोहल्ले में रहना ठीक नहीं। पहले उनकी जांच हो, तब आगे कुछ करना चाहिए।’

सीमा ने प्यार में खुद को कई बार दिए जख्म
सीमा से बात करते-करते नजर उनके हाथ पर पड़ी, तो कई जख्म नजर आए। पूछा तो जवाब मिला- ‘सचिन मुझसे बात नहीं करते थे तो मैं खुद को दर्द देती थी। उन्हें 300-300 कॉल करती थी। फोन न उठाएं, तो मैं कभी चूड़ी से हाथ काट लेती तो कभी बीड़ी से खुद को जला लेती।’

फिर आप ये सारे जख्म सचिन को दिखातीं थीं, जवाब मिला- ‘हां, दिखाने के लिए ही तो ऐसा करती थी। मैं इन्हें बीड़ी पीने से मना करती थी, लेकिन फिर भी ये पीते थे, तो तब भी मैं खुद को जख्म देती थी।’ सीमा कहती हैं, ‘जल्द ही सीमा-सचिन नाम से सोशल मीडिया अकाउंट बनाऊंगी और पब्लिक करूंगी।’

सचिन से मिलने और हिंदुस्तान आने के लिए बेचा अपना घर
सीमा बताती हैं, ‘मैंने मन बना लिया था कि मैं भारत आऊंगी और शादी करूंगी। मैंने पहले भारत का वीजा ट्राई किया। फिर दूसरा रास्ता तलाशा, नेपाल से होकर भारत पहुंचने का। वहां का दो दिन में वीजा मिल गया। नेपाल पहुंचकर काठमांडू तक वैन ली और वहां से दिल्ली के लिए बस। नेपाल में सिर्फ एक अधिकारी ने मुझसे पूछताछ की, लेकिन इंडिया में दाखिल होने के बाद मुझसे कोई पूछताछ नहीं हुई।’

सीमा आगे कहती हैं, ‘मैंने अपना घर बेचा। भारत के लिए निकलने से पहले वहां लोगों से कहा कि मैं गांव में घर लेकर रहूंगी। मैंने 12 लाख में घर बेच दिया था। इसमें से 3 लाख तो मैंने 10 मार्च को ही खर्च कर दिए थे, जब मैं नेपाल सचिन से मिलने पहली बार आई थी।’

सीमा पाकिस्तान लौटने के सवाल पर कहती हैं, ‘अब मैं कभी पाकिस्तान नहीं जाऊंगी। वहां गई तो वे मुझे मार देंगे। वहां ऐसा ही होता है।’ सीमा से पूछने पर कि क्या आपके पति ने आपको तलाक दिया, जवाब मिला- ‘फोन पर कई बार तलाक दिया। वह मुझसे कभी कहते भाई को बुलाओ, कभी कुछ- कभी कुछ।’

पाकिस्तान की सीमा आखिर ग्रेटर नोएडा में कैसे रह रही…
सीमा हैदर, उनके प्रेमी सचिन मीणा और सचिन के पिता नेत्रपाल को पुलिस ने 4 जुलाई को गिरफ्तार किया था। उनके वकील हेमंत कृष्ण पाराशर ने बताया, ‘सीमा हैदर और उनके परिवार को लेकर जांच करना भारत की खुफिया एजेंसी का काम है। फिलहाल हुई छानबीन के मुताबिक, सीमा हैदर का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से कोई संबंध नहीं है।’

हमने वकील से पूछा कि किस ग्राउंड पर तीनों को बेल हुई, तो उन्होंने जवाब दिया, ‘पिता नेत्रपाल पर 14 विदेशी अधिनियम और 120 बी के तहत कार्रवाई हुई। उन पर आपराधिक षड्यंत्र और सीमा हैदर को संरक्षण देने का आरोप है। यही आरोप जेल से निकालने का ग्राउंड भी बना। दरअसल सचिन और सीमा तो घर पर रह ही नहीं रहे थे। वे तो अलग जगह पर रह रहे थे।’

ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सीमा, सचिन और उसके पिता नेत्रपाल को 4 जुलाई को अरेस्ट किया था। कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की कस्टडी में भेजा था, इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई।

ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सीमा, सचिन और उसके पिता नेत्रपाल को 4 जुलाई को अरेस्ट किया था। कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की कस्टडी में भेजा था, इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई।

उधर, सीमा हैदर पर आपराधिक षड्यंत्र की धारा लगाई गई। अभी कुछ भी ठोस उनके खिलाफ नहीं मिला है। इसलिए सशर्त बेल हो गई है। बचे सचिन तो उनके खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र और सीमा को संरक्षण देने का आरोप है। अब तक कुछ भी संदेहास्पद नहीं मिला है। इसलिए उनकी भी बेल हो गई।

कस्बे से बाहर न जाने की शर्त पर जमानत
जब तक जांच चल रही है, तब तक तीनों में से कोई भी कस्बे से बाहर नहीं जाएगा। घर का पता अगर बदला गया तो उसकी पुलिस में सूचना देनी होगी। सीमा हैदर अब दोबारा ऐसा कदम नहीं उठाएंगी।

हमने DCP साद मियां खान से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। बस इतना कहा कि अभी जांच चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस अब नेपाल जाने की तैयारी कर रही है। पुलिस उस होटल में जाएगी, जहां सीमा और सचिन 10 मार्च को रुके थे। जिस बस से सीमा हैदर नेपाल से भारत आईं, उसके मालिक से भी पूछताछ होगी।

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