दिल्ली पुलिस ने रविवार को दो बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। पुलिस ने इनके पास से कई पासपोर्ट और बांग्लादेश के मंत्रालयों के 10 नकली स्टाम्प बरामद किए हैं। डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि पालम इलाके से रविवार को पकड़े गए लोगों के नाम मोहम्मद मुस्तफा और मोहम्मद हुसैन हैं। दोनों से पूछताछ की जा रही है।
15 अगस्त से पहले राजधानी में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी दौरान सूचना मिलने पर पुलिस बांग्लादेशी नागरिकों के घर पहुंची थी। तलाशी में उनके पास से एक दर्जन पासपोर्ट और बांग्लादेश के मंत्रालयों के 10 नकली स्टाम्प भी मिले। पूछताछ में वे इस बारे में कोई जवाब नहीं दे सके। इसके बाद में दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
UP से जैश-ए-मोहम्मद का एक और आतंकी गिरफ्तार, वर्चुअल ID बनाने में एक्सपर्ट
UP ATS ने शनिवार रात एक और आतंकी को गिरफ्तार कर लिया। फतेहपुर से गिरफ्तार आतंकी हबीबुल (19) सहारनपुर से पकड़े गए आतंकी नदीम का साथी है। 19 साल का हबीबुल जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकवादी संगठनों से जुड़ा था। हबीबुल वर्चुअल ID बनाने में एक्सपर्ट है।

पंजाब में गिरफ्तार आतंकियों से बरामद हुए हथियार।
पंजाब में भी आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़
पंजाब पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से रविवार को पाक-ISI समर्थित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। कनाडा स्थित अर्श डल्ला और ऑस्ट्रेलिया स्थित गुरजंत सिंह से जुड़े 4 मॉड्यूल सदस्य गिरफ्तार हुए हैं। पंजाब के DGP के मुताबिक इनके पास से 3 ग्रेनेड, एक IED, दो 9MM पिस्तौल और 40 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
असम में उल्फा (I) का कैडर और मणिपुर में 7 उग्रवादी गिरफ्तार
असम में चराइदेव जिले के सोनारी से एक उल्फा (I) कैडर को गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक पिस्तौल और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। इसके अलावा मणिपुर के विभिन्न हिस्सों से प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सात उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से पिस्तौल, ग्रेनेड सहित अन्य हथियार बरामद हुए हैं।
असम में भारतीय सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से कैडर पकड़ा गया है।
दो दिन पहले हथियार तस्कर गैंग पकड़ा गया था
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को आनंद विहार इलाके से हथियार तस्करी करने वाले गैंग के 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से लगभग 2000 जिंदा कारतूस सहित भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ। ASP विक्रमजीत सिंह ने बताया कि यह खेप लखनऊ के लिए थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा है।
15 अगस्त के मद्देनजर दिल्ली में अलर्ट जारी
इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी IB ने 15 अगस्त को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। टीम ने दिल्ली पुलिस को 10 पन्ने की रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें स्वतंत्रता दिवस के दिन आतंकी हमला होने की आशंका जताई गई है। IB ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन किसी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISIS ने दोनों आतंकी संगठनों के नेताओं को हमला करने के निर्देश दिए हैं।
75वें स्वतंत्रता दिवस पर फिदायीन हमले की तैयारी कर रहे एक और आतंकी को UP ATS ने शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। फतेहपुर से गिरफ्तार आतंकी हबीबुल सहारनपुर से पकड़े गए आतंकी नदीम का साथी है।
हबीबुल जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकवादी संगठनों से जुड़ा था। हाफिज की पढ़ाई करने के बाद 19 साल का हबीबुल एक छोटे मदरसे में पढ़ाने लगा था। इसके साथ ही दीनी तालीम देने के नाम पर लड़कों का UP में घूम-घूमकर ब्रेनवॉश करता था।
ATS के मुताबिक, फतेहपुर सैय्यदबाड़ा से हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला को शनिवार रात पकड़ा गया। वह यहां परिवार के साथ किराए पर रहता था। मूल रूप से बिहार के मोतिहारी जिले के रामगढ़वा कस्बे का रहने वाला है। बिहार छोड़कर पिता करीब 30 साल पहले फतेहपुर आकर बस गए थे। हबीबुल का पिता फतेहपुर कोतवाली के सैय्यदबाड़ा इलाके में स्थित मदरसे में पढ़ाते हैं।

आतंकी हबीबुल को पूछताछ के लिए ले जाती ATS की कानपुर यूनिट की टीम।
चार भाइयों में तीसरे नंबर का हबीबुल ने हाफिज की पढ़ाई अपने पिता के ही मदरसे से की। हबीबुल की भी शादी नहीं हुई है। तीन भाई बाहर काम करते हैं। परिजनों ने उसके आतंकी संगठन से जुड़े होने की जानकारी से इनकार किया है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि वह आतंकी होगा, कभी सोचा नहीं था।

फतेहपुर के सैय्यदबाड़ा में इसी घर में हबीबुल का परिवार किराए पर रहता था।
वर्चुअल आईडी बनाने में एक्पर्ट, चाकू बरामद
हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला भी नदीम की तरह वर्चुअल ID बनाने में एक्सपर्ट है। इसी ने नदीम सहित कई पाकिस्तानी और अफगानिस्तानी आतंकियों को लगभग 50 वर्चुअल ID बनाकर दी थी। हबीबुल इस्लाम सोशल मीडिया से वहां के आतंकी हैंडलर्स से जुड़ा था। साथ ही कई ग्रुप बना रखे थे। इसमें जेहादी वीडियो भेजे जाता था। इसके बाद लोगों को जेहाद करने के लिए प्रेरित कर रहा था। सैफुल्ला ने ऑनलाइन वुल्फ अटैक की ट्रेनिंग ली थी। उसके पास भी एक बटन वाला चाकू बरामद हुआ है।

हबीबुल के पास से बरामद बटन वाला चाकू।
आतंकी हबीबुल पहले इटावा जिले में हाफिज की पढ़ाई कर रहा था। इसके बाद दो साल गुजरात में आलिम की पढ़ाई की। ATS को नदीम की गिरफ्तारी के बाद हबीबुल के बारे में जानकारी मिली। नदीम के पकड़े जाने के बाद से ही हबीबुल ने मोबाइल बंद कर लिया था। अंतिम लोकेशन पर खोजबीन करने पर ATS टीम की गिरफ्त में हबीबुल आया।
वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर भेजा था विडियो
ATS की जांच में खुलासा हुआ है कि हबीबुल लोगों को वर्चुअल ID से धमकी भरे मैसेज भेजता था। युवाओं को जोड़ने के लिए पैसा और धर्म की दुहाई देता था। उसके मोबाइल से कई आपत्तिजनक वीडियो और लेख मिले हैं जो आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले हैं।
साइबर एक्सपर्ट अमित कुमार दुबे ने बताया, “वर्चुअल ID एक 16-डिजिट का अस्थायी कोड है। जिसे किसी की पहचान के लिए जारी किया जाता है। जिसका उपयोग आधार कार्ड की तरह वेरिफिकेशन के लिए किया जा सकता है।”
उन्होंने बताया, “अपराधी गतिविधियों से जुड़े लोग अपनी पर्सनल ID की जानकारी को छुपाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। खास कर इंटनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर। इससे कोई दूसरा आपकी जानकारी और लोकेशन आसानी से प्राप्त नहीं कर सकता है।”
इससे पहले आजमगढ़ और सहारनपुर से भी आतंकी गिरफ्तार हुए हैं। अब उनके बारे में बताते हैं…
12 अगस्त को सहारनपुर से आतंकी नदीम अरेस्ट

आतंकी नदीम की पाकिस्तान में दो बुआ रहती हैं। यह रिश्तेदारी की आड़ में ट्रेनिंग लेने पाकिस्तान जाना चाहता था।
सहारनपुर से जैश-ए-मोहम्मद (JEM) और तहरीक-ए-तालिबान, पाकिस्तान (TTP) से जुड़े संदिग्ध आतंकी मोहम्मद नदीम को गिरफ्तार किया गया है। यूपी ATS की पूछताछ में आतंकी नदीम ने बताया कि उसे जैश की ओर से बीजेपी से निलंबित नूपुर शर्मा की हत्या का टास्क दिया गया था।
नौ अगस्त को आजमगढ़ से पकड़ा गया था आतंकी सबाउद्दीन
आजमगढ़ से ATS ने ISIS आतंकी सबाउद्दीन आजमी को नौ अगस्त को गिरफ्तार किया था। ATS के मुताबिक, सबाउद्दीन की साजिश स्वतंत्रता दिवस के पहले धमाके की थी। सबाउद्दीन ISIS के रिक्रूटर से सीधे संपर्क में था। ATS ने उससे IED बनाने का सामान भी बरामद किया था।
31 जुलाई को देवबंद के एक छात्र को पकड़ा गया था

मदरसा छात्र फारूख देवबंद में रहकर लगातार आतंकी संगठन ISIS के वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ा था। वह आतंकियों से दिशा-निर्देश ले रहा था। NIA और UP ATS की टीम 31 जुलाई को सुबह करीब 4 बजे देवबंद पहुंची थी। मदरसे में छापेमारी कर युवक फारूख को हिरासत में लिया था। देवबंद के मदरसे में रह रहे बेंगलुरु के छात्र फारूख से कुछ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फारूख कई भाषाओं का जानकार है। वह आतंकी साहित्य का अनुवाद किया करता था।

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