DEFENCE / PARAMILITARY / NATIONAL & INTERNATIONAL SECURITY AGENCY / FOREIGN AFFAIRS / MILITARY AFFAIRS

पहला मेड इन इंडिया लड़ाकू हेलिकॉप्टर जोधपुर में:दुश्मन के हमले से पहले देगा वॉर्निंग, हवा से दागेगा रॉकेट और मिसाइल

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

पहला मेड इन इंडिया लड़ाकू हेलिकॉप्टर जोधपुर में:दुश्मन के हमले से पहले देगा वॉर्निंग, हवा से दागेगा रॉकेट और मिसाइल

एयरफोर्स के बेड़े में पहली बार देश में बना लड़ाकू हेलिकॉप्टर शामिल होने जा रहा है। खास बात यह है कि हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर ( LCH लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर) की पहली स्क्वाड्रन की तैनाती जोधपुर में की जाएगी। LCH हवा से हवा में और हवा से जमीन पर गोलियों से लेकर मिसाइल तक दाग सकता है। दुश्मन के हमले पर यह पायलट व गनर को अलर्ट भी कर देगा।

8 अक्टूबर को एयरफोर्स डे के अवसर पर यह लड़ाकू हेलिकॉप्टर एयरफोर्स के बेड़े में शामिल हो जाएंगे। एक स्क्वाड्रन में 12 हेलिकॉप्टर होते हैं। LCH का निर्माण हिंदुस्तान एयरनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की ओर से किया गया है। हालांकि अभी तय नहीं है कि जोधपुर एयरफोर्स में कितने हेलिकॉप्टर शामिल होंगे, लेकिन माना जा रहा है कि करीब 10 हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर मिल सकते हैं।

जोधपुर में इसकी तैनाती के साथ ही पश्चिमी सीमा पर एयरफोर्स की मारक क्षमता काफी बढ़ जाएगी। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह अमेरिका में निर्मित लड़ाकू हेलिकॉप्टर अपाचे से कहीं ज्यादा अपग्रेडेड है।

सबसे पहले जानिए LCH बनने की शुरुआत कैसे और क्यों हुई…

1999 : कारगिल में महसूस हुई थी जरूरत
1999 में कारगिल युद्ध के दौरान सेना को अधिक ऊंचाई वाले स्थान पर हमला करने वाले हेलिकॉप्टरों की कमी बहुत महसूस हुई थी। यदि उस दौर में ऐसे हेलिकॉप्टर होते तो सेना पहाड़ों की चोटी पर बैठी पाक सेना के बंकरों को उड़ा सकती थी।

2006 में स्वीकृति, 2022 में आर्मी को मिले हेलिकॉप्टर
2006 में केन्द्र सरकार ने अटैक हेलिकॉप्टर के निर्माण की स्वीकृति दी थी। इसके बाद HAL ने इसके निर्माण का काम हाथ में लिया। 2013 में सेना भी इस परियोजना से जुड़ गई।भारतीय सेना में इस वर्ष जून में LCH की पहली स्क्वाड्रन शामिल कर ली गई थी। सेना ने इसके लिए एचएएल को 95 एलसीएच का ऑर्डर दे रखा है।

मार्च 2022 में सरकार ने करीब 4 हजार करोड़ रुपए की लागत के 15 हेलिकॉप्टर का ऑर्डर एचएएल को दिया था। इसमें से 10 एयरफोर्स व 5 आर्मी के लिए है। उसी कड़ी में अब सबसे पहले एयरफोर्स को LCH मिलेंगे।

फलौदी एयरबेस में होगा तैनात
जोधपुर में वर्तमान में फाइटर जेट सुखोई की एक स्क्वाड्रन तैनात है। नवनिर्मित फलौदी एयर बेस पर एम-17 के अपग्रेडेड वर्जन के हेलिकॉप्टर की एक स्क्वाड्रन है। ऐसा माना जा रहा है कि LCH की नई स्क्वाड्रन की तैनाती फलौदी में ही की जाएगी।

अब जानिए दूसरे विमानों से कितना अलग और खास है LCH

अभी कम क्षमता वाले लड़ाकू विमान
वर्तमान में एयरफोर्स रूस निर्मित अटैक हेलिकॉप्टर एमआई-25 व एमआई-35 काम में ले रही है। इनकी क्षमता कम है। एयरफोर्स की योजना एमआई-25 को फेज आउट कर रिटायर्ड करने की है। जबकि, एमआई-35 में कुछ सुधार कर उसकी क्षमता बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है।

रात को भी टारगेट को कर सकता है हिट
इस लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर में कई खूबियां हैं। यह वजन में तो हल्का है, लेकिन भारी हथियार ले सकता है। इसके अलावा दिन या रात किसी भी वक्त अपना टारगेट हिट कर सकता है। लेह और लद्दाख जैसे काफी ऊंचाई वाली क्षेत्रों में इसकी मारक क्षमता काफी घातक है।

10 हेलिकॉप्टर एयरफोर्स, 5 सेना को मिलेंगे
भारतीय सेना और वायुसेना ने एचएएल से ऐसे 160 हेलिकॉप्टर मांगे हैं। डीएसी ने फिलहाल एचएएल को 15 हेलिकॉप्टर तैयार करने को कहा है। इनमें से 10 एयरफोर्स जबकि पांच सेना को सौंपे जाने हैं। कीमत समेत खरीद की दूसरी प्रोसेस पूरी की जा चुकी हैं। माना जा रहा है कि एचएएल जल्द ही ये हेलिकॉप्टर मुहैया करा देगी।

स्वदेशी को तवज्जो देने की तैयारी में भारत
स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए विदेशों से आयात होने वाले 101 रक्षा उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इन्हें अब देश में ही तैयार करने पर जोर दिया जाएगा। इसका मकसद देश के रक्षा बाजार को मजबूत करना है। इन उपकरणों को तैयार करने में रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान (डीआरडीओ) की मदद ली जाएगी।

स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर की 5 खासियत

  • स्वदेशी डिजाइन और एडवांस तकनीक
  • किसी भी मौसम में उड़ान भरने में सक्षम
  • आसमान से दुश्मनों में नजर रखने में मददगार
  • फॉरवर्ड इन्फ्रारेड सर्च, CCD कैमरा और थर्मल विजन और लेजर रेंज फाइंडर भी
  • नाइट ऑपरेशन करने और दुर्घटना से बचने में भी सक्षम
FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare
error: Content is protected !!