फिर अरेस्ट हो सकती है सीमा हैदर:IB के रेड फ्लैग के बाद ATS एक्टिव, पाकिस्तानी सिम तोड़ा; डेटा डिलीट
पाकिस्तान से आई सीमा हैदर की कहानी और उसके पास मिला सामान उसे फिर से गिरफ्तार करवा सकते हैं। UP ATS सूत्रों के मुताबिक, अगले दो-तीन दिन में सीमा को अरेस्ट किया जा सकता है। सीमा के पास से अलग-अलग नाम के दो पासपोर्ट, अलग-अलग डेट ऑफ बर्थ वाले डॉक्यूमेंट के अलावा एक टूटा फोन मिला है।
छानबीन में सामने आया है कि सीमा ने अपनी पाकिस्तान की सिम भी तोड़ कर फेंक दी थी। इस फोन और सिम का डेटा डिलीट किया। भारत आने के रास्ते में उसने शारजाह और काठमांडू में भी सिम खरीदे। सीमा के पास खुद का एक्टिव फोन था, लेकिन वो पाकिस्तान से सचिन को कॉल किसी अनजान व्यक्ति के हॉटस्पॉट से करती थी। सचिन के पास भी एक टूटा फोन मिला है।
ATS ने मंगलवार को सीमा और सचिन से 11 घंटे से ज्यादा पूछताछ की। इसके बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
18 जुलाई को लगातार दूसरे दिन यूपी ATS सीमा-सचिन को अपने साथ कथित सेफ हाउस ले गई। यहां दोनों से पूछताछ की गई। UP ATS को सीमा हैदर के पास से 4 मोबाइल फोन चालू हालत में मिले और एक टूटा फोन भी बरामद हुआ। सीमा हैदर के पाकिस्तानी नंबर वाले फोन का डेटा डिलीट किया गया है। इन तीनों फोन का डेटा रिकवर किया जा रहा है।
IB से मिला रेड फ्लैग, तो UP ATS ने जांच शुरू की
ATS सूत्रों ने बताया कि सीमा हैदर के बैकग्राउंड को लेकर भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी IB से रेड फ्लैग मिला था। IB को ये रेड फ्लैग भारतीय खुफिया एजेंसी RAW यानी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग से मिला है। छानबीन में सामने आया है कि सीमा का भाई और चाचा पाकिस्तानी आर्मी में हैं। IB से मिले इनपुट के बाद ही UP ATS एक्टिव हुई और सीमा-सचिन से पूछताछ कर रही है।
सीमा पर सबसे बड़ा शक ये है कि कहीं वह पाकिस्तान की जासूस तो नहीं है, जो प्यार-मोहब्बत के बहाने भारत में अंडर कवर एजेंट के तौर पर काम करने आई है। UP ATS का फोकस इसी की जांच पर है। पाकिस्तानी नंबर वाले फोन से डेटा डिलीट करने और अलग-अलग डॉक्यूमेंट में डेट ऑफ बर्थ अलग होने से ये शक और बढ़ रहा है।
ये पाकिस्तान में बना सीमा का पहचान पत्र है। इसमें उसकी डेट ऑफ बर्थ 1 जनवरी 2002 लिखी है। इसके हिसाब से सीमा की उम्र 21 साल है।
सीमा ने ये एफिडेविट शादी के वक्त दिया था। इस पर 15 फरवरी 2014 की तारीख लिखी है। तब सीमा ने अपनी उम्र 20 साल बताई थी, इस हिसाब से उसकी उम्र अभी 29 साल है।
सचिन के पहले भी भारत में लोगों से कर रही थी बात
सीमा हैदर ने 17 जुलाई को ATS की पूछताछ में कबूल किया है कि वो सचिन के अलावा दूसरे भारतीय मर्दों के संपर्क में भी थी। सीमा ने इन लोगों से भी पबजी गेम खेलते हुए ही जान-पहचान बनाई थी। जिन लोगों से सीमा ने संपर्क किया था, ज्यादातर दिल्ली-NCR के थे। सीमा ने जिन लोगों से पबजी के जरिए बात की थी, उन्हें भी ढूंढा जा रहा है।
अंग्रेजी अच्छे से पढ़ना जानती है 5वीं पास सीमा
ATS सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीमा हैदर से सोमवार को ATS ने अंग्रेजी की कुछ लाइन पढ़वाई थीं। सीमा ने न सिर्फ उन्हें अच्छे से पढ़ा, बल्कि उसका पढ़ने का तरीका भी अच्छा था। सीमा ने खुद ही दावा किया था कि वो सिर्फ 5वीं तक पढ़ी है। इसके बावजूद उसका अंग्रेजी पढ़ पाना शक पैदा करता है।
UP ATS ने सीमा हैदर से पूछताछ करने से पहले दो दिन तैयारी की थी। सबसे पहले ग्रेटर नोएडा पुलिस से सीमा और सचिन दोनों के बयानों की कॉपी मंगवाई। इसके बाद सवाल तैयार किए गए। UP पुलिस और IB की जांच में जो पॉइंट निकलकर आए, उनके आधार पर सीमा से ATS पूछताछ कर रही है।
ATS ने सीमा से पूछे 22 सवाल
- पूरा बायोडेटा जैसे माता, पिता, जन्मस्थान, जन्मतिथि, परिवार, भाई-बहन, रिश्तेदार, स्कूलिंग, काम-काज, पहली शादी, बच्चे…
- सीमा के दो और उसके बच्चों के 4 पासपोर्ट, पाकिस्तानी आईडी कार्ड में जन्म तिथि 2002 क्यों लिखी है? डॉक्यूमेंट के हिसाब से उम्र 21 साल क्यों है? असल में उम्र कितनी है?
- क्या सीमा का भाई पाकिस्तानी सेना में है? क्या रिश्तेदारों में से दूर-दूर तक कोई पाकिस्तानी सेना में है या फिर वहां का सरकारी मुलाजिम है?
- सीमा के पास कुल कितने फोन थे, कितने मोबाइल नंबर थे, कितनी बार नंबर बदले?
- सीमा ने सचिन से बात करने के लिए किन मोबाइल नंबर्स का इस्तेमाल किया?
- सीमा ने पाकिस्तान में जमीन बेचने का दावा किया था, वो किस लोकेशन पर थी, जमीन की डील कैसे, किससे और कितने में हुई थी?
- सीमा किस मोबाइल से पबजी गेम खेल रही थी, उसका यूजर और पासवर्ड क्या था, एक ही यूजर ID और पासवर्ड था या कोई दूसरा अकाउंट भी था?
- सीमा ने मरियम खान नाम से पबजी अकाउंट बनाया था, दूसरे नाम से अकाउंट बनाने की वजह क्या थी?
- सिर्फ 5वीं तक पढ़ाई करने के बावजूद सीमा टेक्नोलॉजी में इतनी स्मार्ट कैसे है?
- सीमा ने भारत आने के लिए किससे मदद ली थी, क्या किसी एजेंट का सहारा लिया था, भारत में दुबई-नेपाल के जरिए एंट्री का आइडिया किसने दिया और इसके बारे में क्या किसी से ट्रेनिंग भी ली थी?
- पासपोर्ट, वीजा और दूसरे डॉक्यूमेंट बनाने में किसने मदद की थी?
- सीमा शारजाह में कितने दिन और किसके पास रुकी थी, किस-किस से मुलाकात हुई, नेपाल में कहां-कहां रुकी और किसकी मदद ली, किससे मुलाकात हुई?
- शारजाह और काठमांडू में सीमा ने जो सिम खरीदी, वो किस डॉक्यूमेंट से खरीदी?
- पाकिस्तान में इस्तेमाल की गई सिम को क्यों तोड़ा? सचिन से बात करने के लिए किस हॉटस्पॉट का इस्तेमाल किया?
- जब सीमा के पास खुद का फोन था, तो दूसरे के हॉटस्पॉट का इस्तेमाल कर कॉल क्यों करती थी?
- सीमा नेपाल के रास्ते भारत आई थी, तो क्या बॉर्डर पर किसी ने रोकने की कोशिश नहीं की? अगर रोका तो क्या जवाब दिया? नेपाल से भारत में एंट्री करने के पहले क्या बोलना है, इसकी जानकारी किसने दी थी?
- सीमा ने नेपाल से भारत के किस जिले से एंट्री की थी? नेपाल से भारत में आने के लिए उसने किस रूट का सहारा लिया?
- सीमा अपने साथ पाकिस्तान से क्या-क्या सामान लेकर आई? कुल कैश कितना था?
- क्या सीमा सिर्फ सचिन के प्यार के लिए ही भारत आई थी या कोई और कारण है? ज्यादातर सवालों के जवाब में सीमा ने ATS से यही कहा कि वो सचिन से सच्चा प्यार करती है, इसलिए भारत आई है।
- सीमा ने सचिन के परिवार को इतने जल्दी और आसानी से कैसे मना लिया? सचिन के मां-पिता और बहन से कब से संपर्क में है?
- सिर्फ 5वीं तक पढ़ाई करने के बावजूद सीमा अच्छी अंग्रेजी और हिंदी कैसे बोल लेती है?
- अवैध रूप से भारत में घुसने के बावजूद सीमा इतनी सहज कैसे है?
कॉन्फिडेंस के साथ जवाब दे रही सीमा
यूपी ATS के सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान सीमा काफी सहज और कॉन्फिडेंट लग रही थी। उसे सवालों के जवाब देने में कोई झिझक नहीं हुई। वो भरोसे के साथ बोल रही थी। सीमा हैदर के पास पहले से ही सारे सवालों के जवाब तैयार थे। अब तक सीमा से मिले डॉक्यूमेंट्स को हाईकमीशन के पास भेजा गया है। अब आगे की जांच वॉट्सऐप चैट, पबजी अकाउंट और बाकी साइबर टूल्स के जरिए की जाएगी।
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट मुकेश चौधरी बताते हैं कि सीमा हैदर के पूरे मामले में साइबर इन्वेस्टिगेशन के लिहाज से कई एंगल से जांच की जानी जरूरी है। चौधरी के मुताबिक, ‘अगर हम मान लें कि सीमा पाकिस्तानी जासूस है, तो पुलिस को जांच करते हुए ये समझना होगा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की फॉरवर्ड इंटेलिजेंस यूनिट अपने लोगों को काफी डिटेल से ब्रीफिंग करती है। तो अगर सीमा जासूस है तो जाहिर तौर पर उसके पास सारे जवाब तैयार होंगे।’
पबजी गेम का कम्युनिकेशन के लिए इस्तेमाल होता रहा है
साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि पाकिस्तानी एजेंट जासूसी के लिए पबजी गेम का इस्तेमाल पहले भी करते रहे हैं। पबजी के सर्वर चीन में हैं, इसके डेटा का सारा कंट्रोल चीन के पास है। जांच एजेंसियों को सबसे पहले सीमा का पबजी लॉग इन पता करना चाहिए और उससे डेटा को निकालने की कोशिश करनी चाहिए। इस डेटा में देखना चाहिए कि उसने किस-किस के साथ गेम खेला, किससे बातचीत की, क्या इसके पहले किसी और भारतीय के भी संपर्क में रही?
मुकेश चौधरी के मुताबिक अगर सीमा पबजी का लॉगइन पासवर्ड नहीं देती है या फिर किसी दूसरे अकाउंट का लॉगइन पासवर्ड देती है, तब जांच एजेंसी के लिए पबजी कंपनी से डेटा निकालना बहुत मुश्किल होगा। सीमा का पबजी अकाउंट पाकिस्तान से बना है, इसलिए इसका डेटा शेयर करने के लिए पबजी को पाकिस्तान के बोर्ड की इजाजत लेनी होगी। इस तरह की इजाजत मिलना नामुमकिन है।
एक जानकारी आई है कि सीमा ने नेपाल से हॉटस्पॉट यूज करके कॉल किया था। हॉटस्पॉट लेकर कॉल करने का अगर सीमा के पास कोई ठोस जवाब है तो ठीक, नहीं तो इस तरह कॉल करने का सिर्फ एक मकसद होता है कि फोन का IP एड्रेस ट्रैक ना हो।
सिम में आमतौर पर कोई खास डेटा नहीं होता है, अगर उसने अपना फोन तोड़ा भी है और उसके अवशेष मिल जाते हैं तो भी उससे डेटा निकल सकता है। यहां तक कि अगर फोन जला भी दिया गया है और अगर उसका कार्ड आधा जल चुका है, तो बचे हुए आधे कार्ड से डेटा निकल जाता है।
अगर सीमा एंड्रायड फोन यूज कर रही थी और उसकी लोकेशन ऑन है, तो सभी मूवमेंट गूगल मैप्स में कैप्चर होते हैं। फोन मिल जाता है तो इससे सीमा के असल मूवमेंट का पता चल सकता है। जांच एजेंसी को सीमा से पूछताछ से पहले ये सारी जानकारी जुटानी होगी, इसके बाद उसी के आधार पर पूछताछ करनी चाहिए।
जांच के लिए एक टीम नेपाल भेजेगी ATS
सूत्रों के मुताबिक, यूपी ATS सीमा हैदर मामले में जांच करने के लिए एक टीम नेपाल भेज रही है। इसके अलावा एक टीम को दुबई के शारजाह एयरपोर्ट के इमिग्रेशन डिपार्टमेंट से जानकारी लेने के लिए लगाया जाएगा।
सीमा का पाकिस्तान से भारत पहुंचने का रूट दुबई और नेपाल के रास्ते ही था। सीमा और उसके बच्चों के पासपोर्ट पर दुबई और नेपाल का ही स्टांप लगा है। इससे साफ है कि इन पासपोर्ट के जरिए सीमा दुबई और नेपाल के अलावा किसी और देश नहीं गई।
मरियम खान नाम से बनाई थी सोशल मीडिया पर आईडी
सीमा हैदर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी काफी एक्टिव थी। ATS सूत्रों के मुताबिक, सीमा ने सोशल मीडिया पर मरियम खान नाम से ID बनाई थी। इसके अलावा सीमा ने यूपी पुलिस की ATS टीम को बताया है कि सचिन ने पाकिस्तान जाने के लिए पासपोर्ट का आवेदन किया था, लेकिन वो खुद नही चाहती थी कि सचिन पाकिस्तान आए।
क्या सीमा को पाकिस्तान वापस भेजा जाएगा?
5 महीने पहले ही सीमा जैसी एक कहानी बेंगलुरु से सामने आई थी। इसमें 19 फरवरी 2023 को पाकिस्तान की लड़की इकरा को भारत सरकार ने डिपोर्ट कर दिया था। इकरा की मुलाकात लूडो गेम के जरिए यूपी के रहने वाले 25 साल के मुलायम सिंह यादव से हुई थी।
सीमा और सचिन की तरह ही इकरा और मुलायम की मुलाकात नेपाल में हुई। इकरा और मुलायम ने भी नेपाल में शादी कर ली थी। सितंबर 2022 में बेंगलुरु पुलिस को इकरा के पाकिस्तानी होने और अवैध रूप से भारत में एंट्री लेने की खबर लग चुकी थी। इकरा पाकिस्तान में अपने परिवार से वॉट्सऐप पर बात करती थी। यही कॉल पुलिस ने डिटेक्ट कर लिया था।
इकरा को इसी साल 19 फरवरी को वापस पाकिस्तान भेज दिया गया। वो कहती रही कि उसने मुलायम से शादी की है, इसलिए उसे पाकिस्तान न भेजा जाए।
यूपी पुलिस के सूत्रों के मुताबिक फिलहाल सीमा को पाकिस्तान वापस नहीं भेजा जाएगा। वो अभी भारत में ही रहेगी। तब तक उसके बैकग्राउंड की अच्छे से तफ्तीश की जाएगी। यूपी पुलिस के मुताबिक, सीमा के भारत में रहने या पाकिस्तान को डिपोर्ट किए जाने का फैसला विदेश मंत्रालय और भारत सरकार को ही करना है।
सीमा भले ही अवैध रूप से भारत आई है, लेकिन उसने सचिन से शादी की है। इसलिए उसे कुछ शर्तों के साथ लॉन्ग टर्म वीजा दिया जा सकता है। इस केस में सचिन को विदेश मंत्रालय में अर्जी देनी होगी कि उसकी पत्नी होने के नाते सीमा को लॉन्ग टर्म वीजा दिया जाए।
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