बाइडेन के प्लेन के ऊपर UFO नजर आया:रिपोर्ट में दावा- 10 दिसंबर को एयरफोर्स वन में मौजूद थे US प्रेसिडेंट; VIDEO वायरल

तस्वीर न्यूज मैक्स मीडिया हाउस ने जारी की है। इसमें प्लेन के पिछले हिस्से में कथित UFO और कुछ दूरी पर मॉनिटरिंग फाइटर जेट F-35 नजर आ रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के स्पेशल एयरक्राफ्ट एयरफोर्स वन के ऊपर 10 दिसंबर को एक उड़न तश्तरी या UFO नजर आया था। घटना के वक्त बाइडेन चुनाव के लिए चंदा जुटाने के लिए लॉस एंजिलिस जा रहे थे।
इसी दौरान लॉस एंजिलिस इंटरनेशनल एयरपोर्ट (LAX) के करीब एयरफोर्स वन के ऊपर और आसपास संदिग्ध उड़न तश्तरी नजर आई। एयरपोर्ट के करीब रहने वाले दो भाइयों पीटर और जोशुआ सोलोरजानो ने इसके फुटेज कैप्चर किए।
पेंटागन या होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट की तरफ से अब तक इस बारे में ऑफिशियली कुछ नहीं कहा गया है।

यह तस्वीर न्यूयॉर्क पोस्ट ने जारी की है। प्लेन के पिछले हिस्से से कुछ दूरी पर कथित UFO नजर आ रहा है।
प्लेन ट्रैकर्स हैं पीटर और जोशुआ
- अमेरिका के दो मीडिया आउटलेट्स ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ और ‘न्यूज मैक्स’ ने कथित UFO (अन-आईडेंटीफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स) देखे जाने पर रिपोर्ट्स पब्लिश की हैं। फुटेज कैप्चर करने वाले दोनों भाइयों पीटर और जोशुआ को अमेच्योर प्लेन ट्रैकर्स बताया गया है।
- वीडियो फुटेज में एयरफोर्स वन के करीब से एक UFO तेजी से गुजरता नजर आता है। दूसरी बार, UFO प्लेन के ऊपर हिस्से के करीब मंडराता दिखाई देता है। पीटर कहते हैं- इस वाकये को कई लोगों ने देखा और कहा- हमने UFO देखे हैं।
- यह फुटेज उस वक्त कैप्चर किए गए, जबकि एयरफोर्स वन के करीब स्काय मॉनिटरिंग के लिए एयरफोर्स के दो F-35 भी उड़ रहे थे। अमेरिकी समय के मुताबिक उस वक्त सुबह के 10 बजकर 18 मिनट हुए थे। जैसे ही स्क्रीन पर यह कथित UFO पहली बार दिखा, जोशुआ ने भाई पीटर से पूछा- क्या तुम्हें कुछ नजर आया? मुझे लगता है कि एयरफोर्स वन के करीब से बहुत तेजी से कोई चीज गुजरी। मैं कह नहीं सकता कि हकीकत में ये चीज क्या थी?
दूसरी बार फिर यही घटना
- सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फुटेज में यह कथित UFO दो बार नजर आता है। 10 बजकर 18 मिनट के बाद यह 11 बजकर 8 मिनट पर फिर दिखाई दिया। दोनों भाई यानी पीटर-जोशुआ फिर इस बारे में बात करते हैं। जोशुआ कहता है- मैं तो इस चीज को देखकर हैरान हूं। दावे से नहीं कह सकता कि हकीकत में ये क्या है? मुमकिन है, कोई गुब्बारा यानी बैलून ही हो।
- पीटर की सोच कुछ अलग थी। वो कहता है- तुम्हें नहीं लगता कि हमारी एजेंसियां इसे प्लेन से दूर रख सकती थीं? बहरहाल, इन दावों पर जब ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ ने दोनों भाइयों का रिएक्शन जानना चाहा तो उनसे कॉन्टैक्ट नहीं हो सका।
- अमेरिका के मशहूर UFO इन्वेस्टिगेटर माइक वेस्ट ने भी इन फुटेज की जांच की है। उनके मुताबिक कुछ कह पाना मुश्किल है। हो सकता है कि यह कोई बैलून हो जो प्लेन से काफी दूर हो, लेकिन बैकग्राउंड की वजह से हमें करीब नजर आ रहा हो।
- पिछले साल पेंटागन ने करीब 300 कथित UFO देखे जाने की घटनाओं की जांच की थी। कुछ के बारे में उन्हें शक है कि यह अमेरिका में जासूसी की विदेशी ताकतों की साजिश हो सकती है। 2023 की शुरुआत में नासा ने इन घटनाओं की जांच के लिए खासतौर पर एक टीम बनाई थी। इतना ही नहीं, इसके लिए एक स्पेशल डायरेक्टर भी अपॉइंट किया था।
अमेरिकी संसद में भी गूंज
जुलाई 2023 में अमेरिकी संसद में UFO और एलियंस का मामला उठा था। दरअसल, संसद की सुनवाई में मिलिट्री के तीन पूर्व अधिकारियों ने दावा किया कि अमेरिका के कब्जे में एलियन और UFO हैं, जिसकी रिवर्स इंजीनियरिंग पर सीक्रेट रिसर्च चल रही है। हालांकि अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने इन दावों को खारिज कर दिया था।
US के पास UFOs के पायलट्स की डेडबॉडी
- अप्रैल 2023 में अमेरिकी एयरफोर्स के एक पूर्व पायलट और इंटेलिजेंस अफसर ने दावा किया था कि पृथ्वी के बाहर भी जीवन है। इतना ही नहीं, इस अफसर का दावा है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के पास दूसरे ग्रह से जुड़ी बेहद खुफिया और अहम जानकारियां हैं।
- इस इंटेलिजेंस अफसर का नाम डेविड चार्ल्स ग्रश है। उसके मुताबिक अमेरिकी इंटेलिजेंस के पास उड़नतश्तरियों (UFOs) के पायलट्स की डेड बॉडीज और इन UFOs का मलबा मौजूद है।
- ग्रश से पहले भी कई लोग इन्हें देखने का दावा कर चुके हैं। बहरहाल, ग्रश का दावा इसलिए वजनदार लगता है, क्योंकि वो अमेरिकी एयरफोर्स में पायलट रह चुके हैं। बाद में इसी UFO सेक्शन में वो इंटेलिजेंस ऑफिसर भी रहे। अब व्हिसल ब्लोअर बन चुके हैं और अमेरिकी सरकार से उनकी मांग है कि इस मिस्ट्री को दुनिया के सामने लाया जाए।
ग्रश के दावे
- ग्रश ने एक इंटरव्यू में कहा था- अमेरिकी डिफेंस साइंटिस्ट कई साल से प्रोजेक्ट UFO पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कई UFOs को या तो मार गिराया या फिर वो खुद ही क्रैश हो गए। इनका मलबा बरामद किया गया। इनके पायलट्स की डेड बॉडीज बरामद की गई। ये सभी एक स्पेशल यूनिट के पास हैं।
- ग्रश आगे कहते हैं- इसमें कोई दो राय नहीं कि ‘नॉन ह्यूमन्स’ का वजूद मौजूद है। अमेरिका के पास इसके पुख्ता सबूत हैं। UFOs में मौजूद लोगों को आप कोई भी नाम दे सकते हैं। कुछ लोग इन्हें एलियन भी कहते हैं। मैं खुद पहले एयरफोर्स और बाद में नेशनल जियोस्पेक्टिल इंटेलिजेंस एजेंसी में रहा। अमेरिका और शायद कुछ दूसरे देश एक नई तरह की आर्म्स रेस में शामिल हैं। अमेरिका तो UFOs की रिवर्स इंजीनियरिंग के काफी करीब है।
संसद को सबूत भी देंगे
ग्रश ने कहा है कि वो अमेरिकी कांग्रेस और इंटेलिजेंस कम्युनिटी इंस्पेक्टर जनरल को UFO से जुड़े दावों के सबूत भी देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा- UFOs के पायलट्स की डेड बॉडीज और इसके पार्ट्स पर अमेरिका बहुत लंबे वक्त से काम कर रहा है।
ग्रश पेंटागन की स्पेशल यूनिट अनआईडेन्टिफाइड फिनॉमिना (UAP) के मेंबर थे। इसकी एक यूनिट समंदर की गहराई में काम करने वाले कुछ सीक्रेट ऑब्जेक्ट्स पर भी काम करती रही है। ग्रश के मुताबिक ‘मैंने कभी UFO पायलट्स की डेड बॉडीज या UFO के पार्ट्स नहीं देखे। वहां सिर्फ चुनिंदा अफसर ही जा सकते हैं। इन लोगों ने ही मुझे जुबान बंद रखने को कहा था।’
…तो क्या चाहता है अमेरिका
- इसका खुलासा भी ग्रश ने ही किया था। कहा था- ‘मेरे पास जानकारी और सबूत हैं कि अमेरिका UFOs की रिवर्स इंजीनियरिंग कर रहा है। वो एलियन टेक्नोलॉजी के भी काफी करीब है। मेरी यूनिट के कई लोगों को इस बारे में कभी जानकारी नहीं दी गई।’
- ग्रश जिस रिवर्स इंजीनियरिंग की बात कर रहे हैं, वो दरअसल एक प्रोसेस है। इसमें किसी क्रैश या तबाह हुई चीजों के हिस्सों को फिर वैसा ही बनाने की कोशिश की जाती है, जैसा वो पहले रहा होगा।
- इसको एक उदाहरण से समझ सकते हैं। आपको याद होगा कि 2 मई 2011 को जब अमेरिकी कमांडोज ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में मार गिराया था तो इस ऑपरेशन में उनका एक स्पेशल चॉपर क्रैश हो गया था।
- मिशन लादेन पूरा करने के बाद जब कमांडोज लौटने लगे तो उन्होंने इस क्रैश हुए चॉपर को ब्लास्ट के जरिए उड़ा दिया था। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि पाकिस्तान चॉपर का मलबा चीन को न बेच सके। चीन मलबे की रिवर्स इंजीनियरिंग करके उसी तरह का एक नया चॉपर बना सकता था।
अमेरिकी रिपोर्ट में क्या कहा गया था
- जून 2021 में UFO की जांच के लिए बनाई गई अमेरिकी टास्क फोर्स ने एक रिपोर्ट जारी की थी। 9 पेज की इस रिपोर्ट में अमेरिकी गवर्नमेंट सोर्स के जरिए 2004 से 2021 के बीच 144 UFOs के बारे में जानकारी दी गई थी। पेंटागन इन्हें अनआइडेंटिफाइड एरियल फिनॉमिना यानी UAP कहता है।
- खास बात ये थी कि रिपोर्ट में UFOs देखे जाने की न तो पुष्टि की गई और न ही इस बात को खारिज किया गया। ये जरूर कहा गया कि इस तरह के ऑब्जेक्ट पृथ्वी पर एलियंस के आने का संकेत हो सकते हैं।
- 1947 से 1969 तक अमेरिकी एयरफोर्स ने प्रोजेक्ट ब्लू बुक नाम से एक जांच ऑपरेशन चलाया। इसमें कुल 12,618 रिपोर्ट्स की जांच में पाया गया कि यह सामान्य घटनाएं थीं। जबकि 701 रिपोर्ट्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं निकल सकी।
- 2007 से 2012 के बीच एडवांस्ड एयरोस्पेस थ्रेट आइडेंटिफिकेशन प्रोग्राम (AATIP) लॉन्च हुआ। बाद में यह प्रोग्राम बंद कर दिया गया। इन सभी प्रोजेक्ट की रिपोर्ट सीक्रेट रखी गई। 2020 में एक प्रोग्राम शुरू किया गया, जिसे अनआइडेंटिफाइड एरियल फिनॉमिना टास्क फोर्स नाम दिया गया।

बाइडेन, पेंटागन या व्हाइट हाउस की तरफ से अब तक 10 दिसंबर की घटना के बारे में ऑफिशियली कोई स्टेटमेंट नहीं आया है। (फाइल)
UFO से जुड़ी कुछ रोचक कहानियां
- UFO के इतिहास में जॉर्ज एडामस्की सबसे रोचक और विवादास्पद किरदार हैं। 1940 के दशक में एडामस्की ने कई बार UFO देखने का दावा किया। उन्होंने कथित उड़नतश्तरी की अनगिनत तस्वीरें लीं। 1952 में एडामस्की ने कैलिफोर्निया के रेगिस्तान में शुक्र ग्रह से आए एलियंस से मिलने और मेंटल टेलीपैथी के जरिए बातचीत होने का भी दावा किया। हालांकि एक्सपर्ट्स ने उनके दावों को नकार दिया।
- 14 जुलाई 2001 को न्यू जर्सी के एक हाईवे पर कार ड्राइवरों ने आसमान में तेज रोशनी देखी। करीब 15 मिनट बाद यह रोशनी गायब हो गई। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स ने इसके हवाई जहाज, जेट या स्पेस क्राफ्ट होने की बात से इनकार किया, लेकिन न्यूयॉर्क स्ट्रेंज फिनॉमिना इन्वेस्टिगेटर्स नाम के ग्रुप ने रडार डेटा मिलने का दावा किया जो UFO देखे जाने के दावे को और पुख्ता करता है।
- साल 2006 में अमेरिका के ओहारे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यूनाइटेड एयरलाइंस के कर्मचारियों ने तश्तरी के आकार का ऑब्जेक्ट उड़ता देखा। गहरे भूरे रंग का यह ऑब्जेक्ट 5 मिनट बाद बादलों में गायब हो गया। रडार में इसका कोई नाम-ओ-निशान नहीं मिला।
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