उलझन में विभाग:240 सड़कों के लिए बजट 20 करोड़, पार्षदों ने सौंपे 45 करोड़ के प्रस्ताव, अटक गए काम

नत्थूसर गेट-जनता प्याऊ के बीच सड़क क्षतिगस्त।
शहर के 80 वार्डों में सड़कें बनाने के लिए 20 करोड़ रुपए का बजट मिला है। पार्षदों ने पीडब्ल्यूडी को 45 करोड़ रुपए की सड़कों के प्रस्ताव थमा दिए हैं। अपने-अपने इलाकों में ज्यादा से ज्यादा सड़कें बनाने के लिए दबाव बना रखा है। ऐसे में बजट मिले दो माह बीतने के बाद भी बनाई जाने वाली सड़कों की लिस्ट ही फाइनल नहीं हो पा रही है।
राज्य सरकार ने अपने अंतिम बजट सत्र में बीकानेर शहर के पूर्व और पश्चिम विधानसभा क्षेत्रों में नगर निगम के 80 वर्डों में सड़कें बनाने के लिए 10-10 करोड़, कुल 20 करोड़ रुपए देने की घोषणा की। अप्रैल में बजट भी मिल गया था। पीडब्ल्यूडी ने सड़कें बनाने के लिए ठेकेदार से सालभर का वर्क कांटेक्ट भी कर लिया। लेकिन, कौनसे वार्ड में कहां-कितनी सड़कें बनेंगी, यह तय ही नहीं हो पा रहा है।
पीडब्ल्यूडी ने सभी 80 वार्ड में सड़कें बनाने के लिए पार्षदों और जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव लिए थे। पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड की सड़कों के लिए 45 करोड़ के प्रस्ताव थमा दिए, जबकि बजट 20 करोड़ ही है। उसके बाद इन प्रस्तावित सड़कों का सर्वे करवाया गया है। अब पार्षद ही नहीं, बड़े नेता और एमएलए भी अपने इलाकों और चहेते वार्डों में सड़कों के दबाव बना रहे हैं। उलझन खड़ी हो गई है कि कौनसी सड़कें बनाएं और कौन सी कैंसिल की जाए। इसीलिए सड़कें बनाने की लिस्ट फाइनल नहीं हो पा रही है।
पीडब्ल्यूडी ने 80 वार्डों में किया 400 सड़कों का सर्वे
नगर निगम के 80 वार्डों में सड़कें बनाने के लिए पार्षदों के प्रस्ताव मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने 400 से ज्यादा सड़कों का सर्वे किया है। इसमें वक्त लगा। प्रत्येक वार्ड में औसतन तीन सड़कों का निर्माण भी माने तो 240 सड़कें बनानी होंगी। राज्य सरकार का पांचवा साल है और दिसंबर में चुनाव तय हैं। ऐसे में पार्षद पूरा जोर लगा रहे हैं कि वे अपने-अपने वार्ड में ज्यादा से ज्यादा काम करवाएं। शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला के पश्चिम विधानसभा क्षेत्र और खासकर कांग्रेस पार्षदों वाले वार्ड में ज्यादा बजट और सड़कें स्वीकृत होने पर विरोध के स्वर भी उठेंगे। इसे देखते हुए प्रशासन बेंलेंस बनाए रखने की कोशिश में है।

कलेक्टर की कमेटी फाइनल करेगी लिस्ट:
शहर के 80 वार्डों में सड़कें बनाने की लिस्ट कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी को फाइनल करनी है। इस कमेटी में कलेक्टर सहित नगर निगम कमिश्नर, एसई और पीडब्ल्यूडी एसई शामिल है। पीडब्ल्यूडी ने शहर के वार्डों में सर्वे कर रिपोर्ट तैयार कर ली है जो इस कमेटी के समक्ष जाएगी। कमेटी सड़क निर्माण को अंतिम रूप देगी। उसके बाद ठेकेदार को सालभर में 20 करोड़ रुपए की लागत से सड़कें बनानी होंगी।
नगर निगम की ओर से वार्डों में सड़क बनाने के प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी को भेज दिए गए हैं। उन्हें ही बजट मिला है और सर्वे के बाद लिस्ट तैयार करनी है। कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी के हस्ताक्षर के बाद लिस्ट फाइनल होगी। निगम वार्डों में यूआईटी की भी कुछ सड़कें हैं जिन्हें बनाने पर विचार किया जा रहा है।
– केसरलाल मीणा, आयुक्त निगम
शहर के सभी वार्ड में सर्वे किया जा चुका है। सड़कों की लिस्ट तैयार कर ली है। मंगलवार को कमेटी बैठेगी जो लिस्ट फाइनल करेगी। उसके बाद प्रस्ताव डीएलबी को भेजे जाएंगे। प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति और पीडब्ल्यूडी चीफ ऑफिस से एफडी पेड आईडी मिलने के बाद वर्कआर्डर जारी कर दिए जाएंगे।
– मुकेश गुप्ता, एसई पीडब्ल्यूडी





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