मजदूरों पर 100 टन की चट्टान गिरने का VIDEO:जेसीबी-ड्रिल मशीन के वाइब्रेशन से सरकी थी; पिस गए 3 शव, कपड़े में भरकर ले गए
पाली
राजस्थान में पाली की ग्रेनाइट माइंस में मजदूरों पर 100 टन की चट्टान गिरने का वीडियो दैनिक भास्कर के पास है। चंद सेकेंडों में 70 फीट नीचे माइंस में काम कर रहे 4 मजदूरों पर ग्रेनाइट आ गिरा। इसमें 3 मौके पर ही इसके नीचे पिस गए, जबकि एक अन्य घायल का इलाज जोधपुर में चल रहा है। हादसा इतना दर्दनाक था कि तीनों के शवों को कपड़े में भरकर ले जाना पड़ा था। 21 फरवरी की सुबह साढ़े 10 बजे गुड़ा एंदला थाना क्षेत्र के साकदड़ा के पास ये हादसा हुआ था।

CCTV फुटेज में मजदूर खदान में काम करते नजर आ रहे हैं।
ऐसे हुआ था हादसा
CCTV फुटेज में नजर आ रहा है कि माइंस में दो जगह अलग-अलग गहराई पर काम चल रहा है। इसमें 70 फीट नीचे की गहराई पर 4 मजदूर काम कर रहे हैं। इसके कुछ ही फीट ऊपर भी जेसीबी के जरिए काम चल रहा है। 9:53 मिनट पर माइंस की चट्टान सरकी। इसके आगे रखे ग्रेनाइट का 100 टन का पत्थर सीधे मजदूरों पर जा गिरे। बम के फटने जैसा तेज धमाका हुआ। धूल का गुबार उठता नजर आ रहा है। पत्थरों के नीचे 4 मजदूर दब गए।

घटना के लिए अजमेर से खान निदेशालय की टीम भी यहां आई थी। इसमें जांच जारी है।
9 महीने की प्रेग्नेंट है मोहन की पत्नी
नीचे दबने से 20 साल के मोहनलाल मीणा, 21 साल के महावीर मीणा और 19 साल के हेमराज मीणा की मौत हो गई थी। तीनों शादीशुदा थे। करीब छह महीने पहले माइंस में काम करने आए थे। प्रतापगढ़ जिले के बोरदी (देवगढ़) निवासी मोहन लाल के पिता देवाराम मीणा ने बताया- 6 महीने पहले ही बेटा यहां काम करने आया था। उसकी शादी 5 साल पहले अंगूरी देवी से हुई थी। उसका 3 साल का बेटा चिराग है। अंगूरी 9 महीने के गर्भ से है। हादसे की जानकारी मिलने के बाद से उसका रो-रो कर बुरा हाल है।

मोहनलाल मीणा (20), महावीर मीणा (21) और हेमराज मीणा (19) की हादसे में मौके पर ही मौत हो गई थी।
महावीर हेमराज के भी 1-1 बेटा
प्रतापगढ़ जिले के धारिवाद (देवगढ़) निवासी 21 साल के महावीर मीणा (मृतक) पुत्र शंभूराम मीणा भी शादीशुदा था। उसकी शादी 4 साल पहले भूलकी देवी से हुई थी। उसके 4 साल का बेटा राजू भी है। प्रतापगढ़ जिले के ही बोरदी (देवगढ़) निवासी 19 साल का हेमराज पुत्र कन्हैयालाल मीणा भी शादीशुदा था। उसकी शादी 3 साल पहले डोली गांव निवासी कविता से हुई थी। उसके भी 1 साल का बेटा कार्तिक है।

पाली जिले के साकदड़ा के पास स्थित पन्ना मिश्री ग्रेनाइट माइंस। 21 फरवरी को इसी में हादसा हुआ था।
पिता बोले- बुढ़ापे का सहारा छिन गया
मोहन के पिता देवराज आज भी हादसे को याद कर सिसकने लगते हैं। वो कहते हैं- तीनों की पत्नियां कम उम्र में विधवा हो गई हैं। बच्चे होने के बाद अब उनका नाता विवाह भी नहीं होगा। उनके यहां बच्चों की मां से कोई शादी नहीं करता। उन्होंने कहा- हम तीनों के ही परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं। अब घर का पेट कैसे पलेगा और कौन हमारे बुढ़ापे का सहारा बनेगा।
गुड़ा एंदला थाने के SHO हिंगलाज दान ने बताया कि हादसे में गंभीर घायल शांतिलाल मीणा का जोधपुर में इलाज जारी है। उसकी हालत में अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
साथी बोला- चेताया था लेकिन ठेकेदार नहीं माना
घटना के समय माइंस में ही काम कर रहे मजदूर नानूराम ने बताया- जो ग्रेनाइट नीचे गिरा उसके पीछे की तरफ चट्टान की ओर कट लगा हुआ था। हमने इसकी शिकायत ठेकेदार से भी की थी। हमने कहा था कि वाइब्रेशन से यह ग्रेनाइट गिर सकता है। लेकिन, उसने हमारी बात नहीं मानी। उस दिन यही हुआ। घटना के समय ऊपर JCB मशीन चल रही थी और नीचे मजदूर ड्रिल मशीन से काम कर रहे थे। वाइब्रेशन होने से कट लगा पत्थर नीचे गिरा और उसके नीचे मोहन, महावीर, हेमराज और शांतिलाल दब गए।
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राजस्थान में पाली की ग्रेनाइट खदान में 6 मजदूरों पर 100 टन की चट्टान गिर गई। इसमें 3 मजदूरों की मौत हो गई। उनके शव चट्टान के नीचे दबने से पूरी तरह पिचक गए थे। इन्हें कपड़े में भरकर अस्पताल ले जाया गया। वहीं, 3 लोग घायल हो गए। हादसा पाली जिले के गुड़ा एदंला थाना क्षेत्र के साकदड़ा गांव (चाणोद) के पास बुधवार सुबह हुआ।










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