हाईवे पर RTO को ठगने वाले बदमाश:ओवरलोड वाहनों के ड्राइवरों को वॉट्सऐप पर लोकेशन शेयर करते; ग्रुप में एड करने के लेते 1000 रुपए

नीमकाथाना की पाटन थाना पुलिस ने आज सुबह ओवरलोड ट्रक ड्राइवरों को RTO की जीप की लोकेशन देने वाले शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है। बदमाश ने 907 ट्रक ड्राइवरों के तीन वॉट्सऐप ग्रुप बना रखे थे। इसमें एड होने के लिए एक ड्राइवर को 1000 रुपए देने होते थे। बदमाश वॉइस मैसेज या लोकेशन डाल कर ओवरलोड ट्रक के ड्राइवरों को सावधान कर देते थे। ये चौंका देने वाले खुलासे पुलिस की पूछताछ में हुए हैं।
पाटन SHO नेकीराम ने बताया- आरटीओ की गाड़ी की लोकेशन वॉट्सऐप ग्रुप में डालने वाले नीमकाथाना के बुहाना बास निवासी विजय पुत्र रोहतास को गिरफ्तार किया है। वहीं, एक अन्य को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। सरकारी गाड़ी का पीछा करने के काम में ली गई बोलेरो को जब्त किया है। आरोपी के मोबाइल में तीन वॉट्सऐप ग्रुप भी मिले हैं। इनके एडमिन और ग्रुप मेंबर समेत गिरफ्तार युवक के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
SHO ने कहा- मोबाइल डेटा का एनालिसिस करने के बाद ही पता चलेगा कि ग्रुप में जुड़े हुए लोगों में से कितने लोग लोकेशन बताने का काम करते हैं। प्रारंभिक जानकारी में 10 से 20 लोग लोकेशन बताने का काम कर रहे थे।

ग्रुप में वॉइस मैसेज के जरिए आरटीओ की लोकेशन डाली जाती थी।
अचानक कम होने लगी थीं ओवरलोड गाड़ियां
आरटीओ रोबिन सिंह ने बताया- पिछले एक महीने से पाटन इलाके में ओवरलोडिंग गाड़ियां अचानक कम होने सूचना मिल रही थी। हमें दिन भर में केवल एक या दो ही ट्रक मिल रहे थे। ऐसे में बुधवार सुबह 10 बजे पाटन बाइपास पर ओवरलोड गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान एक बोलेरो हमारी गाड़ी का पीछा कर रही थी।
हमने बोलेरो को रुकवाया तो उसमें दो लोग बैठे थे। उनसे पूछताछ की गई तो एक युवक भागने लगा। जिसे पकड़कर उसका मोबाइल चेक किया गया। उसमें लोकेशन के तीन ग्रुप बने हुए थे। तीनों ग्रुप में वॉइस मैसेज के जरिए हमारी गाड़ी की लोकेशन बताई जा रही थी। इस पर आरटीओ ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने इस मामले में विजय को गिरफ्तार कर लिया।

ये बदमाश वॉइस मैसेज के जरिए भी ट्रक ड्राइवरों को RTO की जीप की लोकेशन देते रहे थे।
907 ट्रक ड्राइवरों के तीन ग्रुप बनाए थे
पाटन थाना पुलिस ने आरोपी विजय से पूछताछ की तो उसने बताया कि आरटीओ की लोकेशन भेजने के लिए तीन ग्रुप बना रखे थे। एक ग्रुप देवसेना नीमकाथाना के नाम से बना हुआ था। इसमें 406 मेंबर हैं। उसका ग्रुप एडमिन रोशन दिलपुरा है। दूसरा ग्रुप जय श्री श्याम आर-पार के नाम से है, जिसमें 427 मेंबर हैं। जिसका ग्रुप एडमिन हवा सिंह मुक्कड़ है। तीसरा ग्रुप सिद्धि विनायक के नाम से है, जिसमें 74 मेंबर हैं। इसका एडमिन कुंज बिहारी है।
आरोपी विजय ने बताया- इन ग्रुप में ऐड करने के लिए एक गाड़ी से महीने के एक हजार रुपए लिए जाते हैं। ग्रुप के सदस्यों को 24 घंटे आरटीओ की गाड़ी की लोकेशन दी जाती है ताकि ओवरलोड वाहन चालक आराम से अपने वाहन पाटन इलाके से निकाल लें। पहले जहां रोजाना 10 से ज्यादा गाड़ियों पर कार्रवाई होती थी, वहीं अब वह एक-दो गाड़ियों तक सीमित हो गई थी।

यह विजय है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
चेन सिस्टम में ड्राइवरों को जोड़ा
पूछताछ में सामने आया- ये कंपनी के ड्राइवरों से संपर्क साधते थे। किसी कंपनी के पास 10-20 से ज्यादा गाड़ियां हैं और ये सभी गाड़ियां एक ही रूट पर चलती हैं तो इन सभी के ड्राइवर का एक ग्रुप बनाया जाता है। संबंधित ड्राइवर अपने जानकार गाड़ी वालों को भी इनके ग्रुप में जुड़वा देते हैं। ये इनका चेन सिस्टम था।
दरअसल, ओवरलोडिंग पर आरटीओ की कार्रवाई में 30 हजार रुपए से ज्यादा का जुर्माना होता है। उससे बचने के लिए ड्राइवर एक हजार रुपए महीने का देकर आरटीओ की लोकेशन लेकर बचकर निकल जाते हैं। इन ग्रुप में जिस इलाके में आरटीओ की गाड़ी होती, उस इलाके से लोकेशन आ जाती है।
बांट रखे थे इलाके
लोकेशन शेयर करने के लिए अलग-अलग टीम बना रखी है। एक टीम को नीमकाथाना से भराला मोड़ तक लगा रखा है। इससे आगे पाटन और बाद में हरियाणा बॉर्डर तक अलग टीम के लोग खड़े किए जाते हैं। प्रत्येक स्टैंड पर लोकेशन वाला व्यक्ति बाइक, कैंपर या अन्य वाहन से पीछा करता है और ग्रुप में लोकेशन शेयर करता है। अब पुलिस इनके अन्य सदस्यों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
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