10 साल पहले भागा आंतकवादी राजस्थान से गिरफ्तार:साथियों के पकड़े जाने के बाद तीन राज्यों में रहा, घर वापस आया तो पकड़ा गया
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTS) ने स्लीपर सेल के आतंकवादी मोहम्मद मेराजुद्दीन को पकड़ा है।
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTS) ने स्लीपर सेल के आतंकवादी मोहम्मद मेराजुद्दीन को पकड़ा है। 25 हजार रुपए का इनामी आतंकी पिछले 10 साल से फरार था। तीन राज्यों में छिपकर अपने घर गंगापुर सिटी आने पर एंटी गैंगस्टर टास्क फॉर्स ने दबिश देकर आतंकी को पकड़ा। आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन को ATS के हवाले कर दिया गया है। आतंकी से पूछताछ में सामने आया कि 2014 में वो और उसके साथ इंडियन मुजाहिद्दिन से संपर्क में था। आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना थी। साथियों के पकड़े जाने के बाद दिल्ली, गुजरात और राजस्थान में फरार काटी.
ADG (क्राइम) दिनेश एमएन ने बताया- गंगापुर सिटी में बजरिया के वार्ड नंबर 18 में रहने वाले आतंकवादी मोहम्मद मेराजुद्दीन (31) पुत्र मोहम्मद नियाजउद्दीन को अरेस्ट किया गया है। दरअसल, साल 2014 में स्लीपर सेल की ओर से भारत के विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की प्लानिंग थी। आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने से पहले ही सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिल गया था। कार्रवाई करते हुए राजस्थान के जयपुर, जोधपुर और सीकर से 13 आतंकियों को अरेस्ट किया गया था। इनमें से 12 आतंकियों को कोर्ट की ओर से आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। वहीं, आतंकवादी मोहम्मद मेराजुद्दीन फरार चल रहा था।
25 हजार का रखा इनाम
ADG एमएन ने बताया – इस मामले में थाना SOG जयपुर में अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया गया था। एटीएस-एसओजी की टीम आतंकवादी मोहम्मद मेराजुद्दीन को पकड़ने के लिए लगातार दबिश देती रही। इस दौरान 24 जनवरी 2018 को एडीजी (एटीएस-एसओजी) की ओर से फरार आतंकवादी मोहम्मद मेराजुद्दीन पर 25 हजार रुपए का इनाम रखा गया।
घर पर आने की सूचना पर दी दबिश
ADG एमएन ने बताया- गुरुवार को एजीटीएफ को सूचना मिली कि एटीएस से इनामी आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन गंगापुर सिटी अपने घर आया हुआ है। सूचना पर टीम की ओर से आतंकी के घर और आसपास के क्षेत्र में निगरानी की। सूचना पुख्ता होने के बाद लोकल पुलिस की मदद से दबिश देकर आतंकवादी मोहम्मद मेराजुद्दीन को पकड़ा गया। आतंकी को शुक्रवार को ATS टीम के हवाले कर दिया गया। ATS टीम की पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की संभावना है।
तीन राज्यों में काटी फरारी
ADG ने बताया- आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन दिल्ली में ओखला स्थित मरकस, गुजरात और राजस्थान के विभिन्न जिलों में फरारी काट रहा था। प्रारंभिक पूछताछ में इसने बताया कि वह और इसके साथी इंडियन मुजाहिद्दिन एवं अन्य इस्लामी संगठनों से कॉन्टैक्ट में थे। साल 2014 में विभिन्न स्थानों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना थी, पर इससे पहले ही इनके साथी सुरक्षा एजेंसियो की गिरफ्त में आ गए थे।
इनका रहा अहम योगदान
एडीजी ने बताया- इस संपूर्ण कार्रवाई में एजीटीएफ के एसआई नरेंद्र सिंह, एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, बृजेश कुमार की विशेष भूमिका तथा एएसआई दुष्यंत सिंह एवं कॉन्स्टेबल संजय का तकनीकी सहयोग रहा। साथ ही सीओ गंगापुर सिटी बाबूलाल बिश्नोई मय जाब्ता द्वारा सहयोगी की भूमिका निभाई।
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