बीकानेर। आरटीई से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए निदेशक प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा, गौरव अग्रवाल ने शीघ्र उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। निदेशक अग्रवाल ने ये आश्वासन प्राईवेट एज्यूकेशनल इंस्टीट्यूट्स प्रोसपैरिटी एलायंस (पैपा) के प्रतिनिधि मंडल को एक वार्ता के दौरान दिया है। पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि आरटीई संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए बिंदुवार चर्चा निदेशक के साथ हुई। इस दौरान स्टाफ आफिसर अरुण शर्मा एवं
आरटीई की प्रभारी अधिकारी चंद्र किरण पंवार भी उपस्थित रहे तथा निदेशक श्री अग्रवाल ने दोनों अधिकारियों से बिंदुवार डिस्कशन भी किया। आरटीई के अंतर्गत केवल एंट्री लेवल क्लास में ही एडमिशन देने, सत्र 2020-21 के अंतर्गत आफलाइन तरीके से शिक्षण कार्य कराने वाले स्कूल्स को तुरंत भुगतान करने, सत्र 2018-19 तक एवं सत्र 2019-20 के भुगतान के लिए लगाए गए सभी बैरियर्स हटाने, आरटीई शुरू होने से अब तक भुगतान एवं भौतिक सत्यापन अपलोड करने से वंचित स्कूल्स को एक अंतिम अवसर और देने तथा सत्र 2021-22 एवं सत्र 2022-23 का भुगतान तुरंत रिलीज करने संबंधित मांगों पर गंभीर चर्चा की गई। चर्चा के बाद निदेशक श्री अग्रवाल ने आश्वसत किया कि वे सभी बिंदुओं पर सकारात्मक रूप से सरकार के समक्ष प्रस्ताव शीघ्र से शीघ्र भिजवाने की कार्यवाही करेंगे। खैरीवाल ने बताया कि यह वार्ता शिक्षामंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला द्वारा निदेशक अग्रवाल को निर्देशित करने से संभव हो सकी। उन्होंने बताया कि सोमवार दोपहर में उनकी अगुवाई में डा. कल्ला से संतोष रंगा, अनुराग हर्ष, मनोज व्यास, अभिजीत व्यास एवं आनंद व्यास मिले और आरटीई संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए पुरजोर मांग की थी। उसी समय शिक्षा मंत्री डॉ कल्ला ने निदेशक को कॉल कर पैपा के प्रतिनिधियों के साथ गंभीर चर्चा के लिए निर्देशित कर दिया। उसके पश्चात हुई वार्ता में खैरीवाल के अतिरिक्त डॉ. अभय सिंह टाक, अभिजीत व्यास, कृष्ण कुमार स्वामी, आनंद व्यास, घनश्याम साध, रमेश बालेचा, रमेश सैनी, रघुनाथ बेनीवाल, विनोद भाटी, राकेश पंवार, गणेश कुमार दुबे, अमजद अब्बासी एवं जितेंद्र बालेचा सम्मिलित रहे।
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