हॉन्गकॉन्ग में एवरेस्ट और MDH के 4 मसालों पर बैन:दोनों कंपनियों के करी मसालों में पेस्टिसाइड की मात्रा ज्यादा, इससे कैंसर का खतरा
नई दिल्ली
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हॉन्गकॉन्ग ने MDH प्राइवेट लिमिटेड और एवरेस्ट फूड प्रोडक्ट्स लिमिटेड के करी मसालों की सेल पर बैन लगा दिया है। दोनों कंपनियों के इन प्रोडक्ट्स में कार्सिनोजेनिक पेस्टिसाइड एथिलीन ऑक्साइड की ज्यादा मात्रा होने के कारण यह फैसला लिया गया।
इन प्रोडक्ट्स में इस पेस्टिसाइड की ज्यादा मात्रा से कैंसर होने का खतरा है। हॉन्गकॉन्ग से पहले सिंगापुर के अधिकारियों ने भी इसी वजह के चलते एवरेस्ट के फिश करी मसाले को बाजार से वापस मंगाने का आदेश जारी किया था।
MDH ग्रुप के तीन और एवरेस्ट के एक मसाले में ज्यादा पेस्टिसाइड
हॉन्गकॉन्ग के फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने बयान जारी कर कहा कि MDH ग्रुप के तीन मसाला मिक्स- मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला पाउडर और करी पाउडर में कार्सिनोजेनिक पेस्टिसाइड एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा ज्यादा पाई गई। वहीं रूटीन सर्विलांस प्रोग्राम के तहत एवरेस्ट के फिश करी मसाला में भी यह पेस्टिसाइड पाया गया है।
![MDH ग्रुप के तीन मसाला मिक्स- मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला पाउडर और करी पाउडर और एवरेस्ट के फिश करी मसाला में पेस्टिसाइड की मात्रा ज्यादा पाई गई।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/04/21/untitled_1713706968.jpg)
MDH ग्रुप के तीन मसाला मिक्स- मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला पाउडर और करी पाउडर और एवरेस्ट के फिश करी मसाला में पेस्टिसाइड की मात्रा ज्यादा पाई गई।
इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने एथिलीन ऑक्साइड को ग्रुप 1 कार्सिनोजेन के रूप में क्लासिफाई किया है। फूड रेगुलेशन के अनुसार, ह्यूमन कंजम्पशन के लिए पेस्टिसाइड वाले फूड सिर्फ तभी बेचे जा सकते हैं, जब फूड स्वास्थ्य के लिए खतरनाक या हानिकारक न हों।
वेंडर्स को सेल्स रोकने और प्रोडक्ट्स को हटाने का निर्देश
डिपार्टमेंट ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि CFS ने वेंडर्स को इरेग्युलैरिटीज के बारे में सूचित किया और उन्हें सेल्स रोकने और इन प्रोडक्ट्स को हटाने का निर्देश दिया है। CFS के निर्देशों के अनुसार, डिस्ट्रीब्यूटर्स और इम्पोर्टर्स ने प्रभावित प्रोडक्ट्स को वापस मंगाना शुरू कर दिया है।
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