भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर साढ़े 6 हजार पेड़ों से बनाया ‘INDIA’:गूगल मैप और आसमान से भी नजर आता है, तैयार होने में 4 साल लगे
जैसलमेर
जैसलमेर से सटे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर इन दिनों काफी हरियाली नजर आती है। कारण है बीते 4 साल तैयार किया गया एक ग्रीन पार्क। करीब 6 हजार 500 पेड़ों से तैयार इस पार्क की एक और खासियत है कि यहां पेड़ों को इस तरह लगाया गया है कि गूगल मैप से सर्च करने पर ये ‘इंडिया’ के फॉर्मेशन में नजर आते हैं। रेगिस्तान के बीच बना ये पार्क है जैसलमेर शहर से 125 किलोमीटर की दूर घोटारु में। इस पार्क से इंटरनेशनल बॉर्डर की दूरी 20 किलोमीटर है।
गूगल मैप पर सर्च करने पर पेड़ों से बना ‘INDIA’ कुछ इस तरह नजर आता है।
ग्रीन पार्क ‘INDIA’ के बनने की कहानी…
दरअसल, इस ग्रीन पार्क को संकल्प तरु फाउंडेशन, उत्तराखंड ने डेवलप किया है। फाउंडेशन के डायरेक्टर रवि भान सिंह भाटी ने बताया कि हम देशभर में इस तरह के प्रोजेक्ट चला रहे हैं, ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहे और पेड़ बचे रहे। देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संकल्प तरु फाउंडेशन पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करने का काम कर रहा है।
भाटी ने बताया कि फाउंडेशन के फाउंडर अपूर्व भंडारी साल 2019 में जैसलमेर आए थे। वे लोंगेवाला वॉर म्यूजियम देखने गए। वहां उनको यह आइडिया आया कि इस रेगिस्तान में वो ऐसा पार्क बनाएंगे, जिसमें पेड़ों से INDIA बना दिखे। जनवरी 2020 में घोटारू स्थित रेगिस्तान में ये प्रोजेक्ट शुरू किया गया। पेड़ों को इस तरह से लगाया गया है कि आसमान से देखने पर या फिर गूगल मैप पर INDIA लिखा नजर आता है। ये पार्क करीब 25 एकड़ में बना है।
डोनेशन के जरिए 40 लाख रुपए जुटाए
भाटी ने बताया कि प्लांटेशन के लिए करीब 40 लाख रुपए जुटाए और पेड़ लगाना शुरू किया। संकल्प तरु फाउंडेशन की टीम ने इसको एक महीने में डिजाइन किया कि INDIA कैसे बनेगा। उन्होंने सैटलाइट से इसकी डिजाइन बनाई और उसको जियो टैग किया। इस पार्क में खेजड़ी, रोहिड़ा, शीशम, केर, नीम, सरेस, बौरड़ी, अर्जुन, करंज आदि के पेड़ लगे हैं। इनकी देखभाल के लिए 24 घंटे 5 लोगों की टीम मौजूद रहती है।
रेगिस्तान में बने ग्रीन पार्क की तस्वीरें….
6500 पेड़ों से बनाये ग्रीन पार्क को डेवलप करने में करीब 4 साल का समय लगा।
करीब 25 एकड़ में बने इस पार्क को नजदीक से देखने पर ये जंगल की तरह नजर आता है। 1.5 किमी लंबाई और आधा किमी चौड़ाई में पेड़ लगे हैं।
करीब 25 एकड़ जमीन पर ग्रीन पार्क बनाने का प्रस्ताव 2019 में तैयार हुआ और जनवरी 2020 में काम शुरू हुआ।
इस पार्क में पानी के लिए बोरवेल व डिग्गी बनी हुई है। इन पेड़ों के लिए यहां पानी स्टोरेज किया जाता है।
17 केवी का सोलर प्लांट भी पार्क में लगा है। इससे एनर्जी की जरूरत को पूरा किया जाता है।
पार्क की देखभाल के लिए 5 लोगों की टीम 24 घंटे काम करती है। पार्क की सिक्योरिटी के भी इंतजाम किए गए हैं।
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