अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास:भारत-अमेरिका संयुक्त युद्धाभ्यास महाजन रेंज में 9 से, पहली बार अमेरिकी मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम तैनात होगा
महाजन फायरिंग रेंज में एक बार फिर ताेपें गरजेंगी। भारत क़र अमेरिका के बीच 9 से 24 सितंबर तक युद्धाभ्यास हाेगा। यह अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास बताया जा रहा है। इसमें दोनों देशों के 600-600 सैनिक भाग लेंगे।
अभ्यास के दाैरान रेंज में पहली बार अमेरिकी सेना की हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम की तैनाती होगी। यह सिस्टम लंबी दूरी तक सटीक हमले करने में सक्षम है। अभ्यास के दौरान भारत अपनी नई पीढ़ी की हथियार प्रणाली का प्रदर्शन भी करेगा। संयुक्त सैन्य अभियानों में अत्याधुनिक तकनीक को एकीकृत करने पर जोर दिया गया है। यह भारत-अमेरिका संयुक्त सैन्य अभ्यास 20वां संस्करण है, जाे दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी में मील का पत्थर साबित होगा।
अभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं की अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना और उनकी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करना है। संयुक्त अभियान में कई उन्नत सैन्य रणनीति और समन्वित युद्धाभ्यास शामिल होंगे, जिसका उद्देश्य उच्च-दांव परिदृश्यों में दोनों सेनाओं की तत्परता में सुधार करना है। यह अभ्यास भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच बढ़ते रक्षा संबंधों काे देखते हुए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार संयुक्त अभ्यास आपसी विश्वास और परिचालन तालमेल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इससे पू्र्व युद्धाभ्यास का 16वां संस्करण महाजन फायरिंग रेंज में फरवरी 2021 में हुए था।
महाजन में इसलिए : महाजन फील्ड फायरिंग रेंज अपने चुनौतीपूर्ण भूभाग और विस्तृत सुविधाओं के साथ इस तरह के व्यापक अभ्यास के लिए एक आदर्श पृष्ठभूमि है, जिससे दोनों सेनाओं को यथार्थवादी वातावरण में अपनी युद्ध क्षमताओं का परीक्षण और परिशोधन करने का अवसर मिलता है। यह अब तक का सबसे बड़ा भारत-अमेरिका सैन्य अभ्यास दोनों देशाें के बीच रणनीतिक गठबंधन को मजबूत करेगा, तथा भविष्य में गहन सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा।
“भारत-अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास महाजन फायरिंग रेंज में शुरू हाे रहा है। नाै सितंबर काे ओपनिंग सेरेमनी हाेगी।””
-कर्नल अमिताभ शर्मा, रक्षा प्रवक्ता
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