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सीमा सुरक्षा बल के स्थापना दिवस पर बीकानेर में साइकिल रैली से दिया नशा मुक्ति का संदेश

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सीमा सुरक्षा बल के स्थापना दिवस पर बीकानेर में साइकिल रैली से दिया नशा मुक्ति का संदेश

बीकानेर
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), जो विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है, इस वर्ष अपने 60वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में विभिन्न प्रकार के जनकल्याणकारी और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इस कड़ी में बीकानेर के क्षेत्रीय मुख्यालय द्वारा आज, 30 नवंबर को, एक विशेष साइकिल रैली का आयोजन किया गया।

रैली का नेतृत्व उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) श्री अजय लूथरा ने किया। यह साइकिल रैली बीएसएफ कैंपस से आरंभ होकर बीकानेर शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरी। करीब 20 किलोमीटर से अधिक लंबी इस रैली में बीएसएफ के जवानों के साथ-साथ बाहरी साइक्लिस्टों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस आयोजन में 100 से अधिक साइक्लिस्ट शामिल हुए, जिन्होंने बीकानेर की जनता को नशा मुक्ति और नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया।

रैली के दौरान, साइक्लिस्टों ने “नशा मुक्त समाज” और “स्वस्थ जीवन का संदेश” जैसे प्रेरणादायक बैनर्स और पोस्टर्स लेकर शहर में जनजागृति का प्रयास किया। रैली ने न केवल युवाओं बल्कि हर वर्ग के नागरिकों को नशे के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया।

नशा एक गंभीर समस्या: डीआईजी

रैली के समापन पर, उपमहानिरीक्षक श्री अजय लूथरा ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए नशे की गंभीरता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “आज नशा समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन गया है। यह न केवल युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहा है, बल्कि परिवार और समाज पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है।” उन्होंने बताया कि नशे की लत में पड़कर युवा अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं, जिससे समाज का विकास रुक जाता है।

उन्होंने कहा कि एक नशामुक्त समाज ही प्रगतिशील और सशक्त हो सकता है। नशे की लत से ग्रस्त व्यक्ति न केवल अपने परिवार पर बोझ बनता है, बल्कि पूरे समाज की प्रगति में बाधा डालता है। इस रैली का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवन अपनाने के लिए प्रेरित करना है।

अधिकारियों और नागरिकों की भागीदारी

रैली में बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों सहित जवानों ने भी हिस्सा लिया। इसमें क्षेत्रीय मुख्यालय बीकानेर के उपमहानिरीक्षक श्री अजय लूथरा, श्री सुब्रतो राय (कमांडेंट संक्रिय), 124वीं वाहिनी और बीएसएफ के अन्य अधिकारी एवं जवान उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त बीकानेर शहर के कई नागरिकों और युवाओं ने इस पहल का समर्थन किया।

जनता ने किया सराहना

बीकानेर की जनता ने बीएसएफ के इस प्रयास की सराहना की। नागरिकों ने न केवल इस रैली में भाग लिया, बल्कि इसे सफल बनाने में भी अपना योगदान दिया। बीकानेर के स्थानीय निवासियों ने कहा कि इस प्रकार की जागरूकता रैलियां समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करती हैं।

बीएसएफ की जागरूकता पहल

सीमा सुरक्षा बल का यह प्रयास केवल नशा मुक्ति तक सीमित नहीं है। बल द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर सामाजिक सुधार और जनकल्याण के लिए कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं। स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित यह रैली बीएसएफ के समाज कल्याण और सुरक्षा दोनों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

इस आयोजन ने न केवल नशा मुक्ति का संदेश दिया, बल्कि यह भी साबित किया कि सीमा की रक्षा में तैनात जवान समाज के अंदर भी बदलाव लाने के लिए समर्पित हैं।

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