राजस्थान महिला अधिकारी एवं कर्मचारी एकीकृत महासंघ के खान एवं पेट्रोलियम शाखा द्वारा मिलन कार्यक्रम का आयोजन
जयपुर। राजस्थान महिला अधिकारी एवं कर्मचारी एकीकृत महासंघ की खान एवं पेट्रोलियम शाखा द्वारा एक विशेष मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें महिला सशक्तिकरण, सरकारी योजनाओं एवं नवाचारों पर विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर महासंघ से जुड़ी विभिन्न विभागों की महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और कार्यस्थल पर महिला कर्मचारियों के समग्र विकास हेतु आवश्यक कदमों पर विचार-विमर्श किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और मुख्य चर्चा बिंदु
महिलाओं को उनके कार्यस्थल पर अधिक प्रभावी बनाने एवं उनके सशक्तिकरण के लिए महासंघ द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर इस कार्यक्रम में विशेष जोर दिया गया। महिला कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने, कार्यस्थल पर उनकी भागीदारी को बढ़ाने और सरकारी योजनाओं के लाभों को अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंचाने को लेकर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा, उनके अधिकार, कार्यस्थल पर उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और उनके समाधान पर भी गहन मंथन किया गया। उपस्थित सदस्यों ने इस बात पर बल दिया कि महिलाओं के लिए इस तरह के संवाद और विचार-विमर्श मंच समय-समय पर आयोजित किए जाने चाहिए ताकि वे अपनी समस्याओं को खुलकर रख सकें और उनके समाधान की दिशा में ठोस प्रयास किए जा सकें।
महिला कर्मचारियों के बेहतर कार्य प्रदर्शन पर जोर
कार्यक्रम में इस बात पर भी चर्चा हुई कि महिला कर्मचारी अपने कार्यों को और बेहतर ढंग से कैसे कर सकती हैं। इसके लिए आवश्यक प्रशिक्षण कार्यक्रम, कौशल विकास योजनाएं और मानसिक सशक्तिकरण के उपायों पर विचार किया गया। साथ ही, महिलाओं के नेतृत्व में होने वाले विभिन्न नवाचारों और उनकी उपलब्धियों को भी साझा किया गया, जिससे अन्य महिला कर्मचारी प्रेरित हो सकें।
महासंघ के पदाधिकारियों की भागीदारी
महासंघ की प्रवक्ता संजुला थानवी ने बताया कि इस मिलन कार्यक्रम में महासंघ की अध्यक्ष विजेता चारण, महासचिव अंजु हर्ष, कोषाध्यक्ष अंजु गोयल, सह अध्यक्ष वंदना शर्मा, सह महासचिव शिल्पा श्रीमाल, डॉ. आशालता, पिंकी चौधरी, विनीता पारीक, विजयलक्ष्मी जी एवं अन्य कई महत्वपूर्ण सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
निष्कर्ष और भविष्य की योजनाएं
महिला कर्मचारियों की भूमिका को मजबूत करने के लिए महासंघ ने इस तरह के कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित करने का निर्णय लिया है। महिला कर्मचारियों को उनकी कार्यक्षमता बढ़ाने, नेतृत्व क्षमता विकसित करने और सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
महासंघ ने इस अवसर पर सभी महिला कर्मचारियों को संगठित होकर कार्य करने और अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने का संदेश दिया। साथ ही, कार्यस्थल पर महिला सशक्तिकरण को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सरकार से भी सहयोग की अपील की गई।
महिला शक्ति के उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
इस मिलन कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि महिला कर्मचारी संगठित होकर कार्य करें तो वे अपने हितों की रक्षा करने के साथ-साथ समाज में भी एक मजबूत संदेश दे सकती हैं। महिलाओं की भागीदारी से कार्यस्थल पर एक सकारात्मक वातावरण निर्मित होगा, जिससे न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि उनकी कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी।
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