DEFENCE / PARAMILITARY / NATIONAL & INTERNATIONAL SECURITY AGENCY / FOREIGN AFFAIRS / MILITARY AFFAIRS

दक्षिण पश्चिमी कमान अलंकरण समारोह 2025: कोटा सैन्य स्टेशन में सैन्य परंपराओं के साथ भव्य आयोजन

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

दक्षिण पश्चिमी कमान अलंकरण समारोह 2025: कोटा सैन्य स्टेशन में सैन्य परंपराओं के साथ भव्य आयोजन

जयपुर, गुरुवार, 20 फरवरी 2025

दक्षिण पश्चिमी कमान अलंकरण समारोह 2025 का आयोजन 20 फरवरी को राजस्थान के कोटा सैन्य स्टेशन के गांडीव ऑडिटोरियम में पूरे सैन्य अनुशासन, परंपराओं और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। यह समारोह भारतीय सेना के उन वीर योद्धाओं को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया जाता है जिन्होंने अपने अद्वितीय साहस, निष्ठा और समर्पण से देश की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

1 / 6

इस गौरवशाली अवसर पर दक्षिण पश्चिमी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल नागेंद्र सिंह, कोर कमांडर, चेतक कोर ने बहादुरी और उत्कृष्ट सेवा के लिए कुल 14 सैन्य पदक प्रदान किए। इनमें सात सेना मेडल (वीरता), एक युद्ध सेवा मेडल, एक सेना मेडल (विशिष्ट) और पाँच विशिष्ट सेवा मेडल शामिल थे। इसके अतिरिक्त, सोलह सैन्य यूनिटों को जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ दक्षिण पश्चिमी कमान यूनिट प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए गए।

वीरता और समर्पण का सम्मान

अलंकरण समारोह वर्ष में एक बार उन सैन्य कर्मियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया जाता है जिन्होंने अपने कर्तव्य के प्रति अनुकरणीय समर्पण और वीरता का परिचय दिया है। इस बार के अलंकरण समारोह में दस अधिकारी, एक जूनियर कमीशन अधिकारी और तीन सैनिक पुरस्कार प्राप्त करने वालों में शामिल थे।

मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल नागेंद्र सिंह ने सभी पुरस्कार विजेताओं को उनकी वीरता और असाधारण सेवा के लिए बधाई दी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं को बनाए रखने में हमारे वीर जवानों का योगदान अतुलनीय है। उनका साहस, संकल्प और निष्ठा ही हमारे राष्ट्र की रक्षा की सबसे मजबूत दीवार है।”

वीर परिवारों को विशेष सम्मान

इस अवसर पर पुरस्कार विजेताओं के परिवारजन भी उपस्थित थे, जिन्हें भारतीय सेना की रीढ़ कहा जाए तो गलत नहीं होगा। उनके त्याग और सहयोग के बिना ये वीरता की गाथाएं अधूरी रह जातीं। समारोह में उपस्थित सैनिकों के परिवारों को भी सम्मानित किया गया और उन्हें सेना की परंपराओं और उपलब्धियों से अवगत कराया गया।

मुख्य अतिथि ने विशेष रूप से उन परिवारों का आभार प्रकट किया जिन्होंने कठिन परिस्थितियों के बावजूद सेना के अधिकारियों और जवानों को हरसंभव सहयोग दिया। उन्होंने कहा, “देश की रक्षा सिर्फ सीमा पर खड़े सैनिक ही नहीं करते, बल्कि उनके परिवार भी उतने ही बड़े योद्धा होते हैं, जो अपने प्रियजनों को मातृभूमि के लिए समर्पित करने का साहस रखते हैं।”

यूनिट प्रशस्ति पत्रों का वितरण

अलंकरण समारोह के दौरान सोलह सैन्य यूनिटों को जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ दक्षिण पश्चिमी कमान यूनिट प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। इन यूनिटों ने सैन्य अभियानों, युद्ध अभ्यास और आपदा प्रबंधन जैसी विभिन्न गतिविधियों में असाधारण प्रदर्शन किया है।

अलंकरण समारोह का ऐतिहासिक महत्व

दक्षिण पश्चिमी कमान अलंकरण समारोह भारतीय सेना की गौरवशाली परंपराओं का हिस्सा है, जो सैनिकों के अदम्य साहस, निष्ठा और अनुशासन का प्रतीक है। यह आयोजन न केवल सेना के भीतर उच्च प्रेरणा और उत्साह को बनाए रखने में सहायक होता है, बल्कि देश के नागरिकों को भी अपने रक्षकों के बलिदान और समर्पण से अवगत कराता है।

भारतीय सेना की गौरवशाली विरासत

भारतीय सेना हमेशा से ही अपने साहसी जवानों और अधिकारियों के लिए जानी जाती है, जो न केवल युद्ध के मैदान में बल्कि हर परिस्थिति में राष्ट्र की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। यह अलंकरण समारोह इन वीर सैनिकों की सेवा और बलिदान को नमन करने का अवसर प्रदान करता है और आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करता है।

समारोह का समापन और संदेश

समारोह के अंत में मुख्य अतिथि ने उपस्थित सभी सैनिकों, अधिकारियों और उनके परिवारों से राष्ट्र के प्रति अपनी अटूट निष्ठा को बनाए रखने और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हमेशा से ही अनुशासन, त्याग और बलिदान की मिसाल रही है और यह परंपरा आगे भी जारी रहेगी।

इस अवसर पर सेना के वरिष्ठ अधिकारी, जवान, गणमान्य नागरिक और मीडिया प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। समारोह के बाद मुख्य अतिथि ने पुरस्कार विजेताओं और उनके परिवारों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उनकी वीरता तथा बलिदान की सराहना की।

इस तरह, दक्षिण पश्चिमी कमान अलंकरण समारोह 2025, भारतीय सेना की गौरवशाली परंपराओं और उसकी अविचलित निष्ठा का एक भव्य प्रतीक बनकर सम्पन्न हुआ।

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

About the author

THE INTERNAL NEWS

Add Comment

Click here to post a comment

error: Content is protected !!