Tarang Shakti 2024: अब 15 दिन तक 7 देशों के साथ जोधपुर के आसमान पर रहेगा फाइटर एयरक्राफ्ट का राज
Tarang Shakti 2024: तरंगशक्ति युद्धाभ्यास का औपचारिक उद्घाटन, 15 दिन में भारत, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, ग्रीस, यूएई, सिंगापुर और श्रीलंका की वायुसेनाओं के फाइटर एयरक्राफ्ट जोधपुर के आसमां में 600 से अधिक शॉटी करेंगे
जोधपुर
Tarang Shakti 2024: भारतीय वायुसेना के मेगा मल्टीलेटरल युद्धाभ्यास तरंगशक्ति: 2024 का औपचारिक उद्घाटन शुक्रवार शाम को जोधपुर वायुसेना स्टेशन पर किया गया। 14 सितम्बर तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना सहित आठ देशों की वायुसेना भाग ले रही है। 17 देश ऑब्जर्वर के तौर पर पहुंचे हैं।
उद्घाटन कार्यक्रम भारतीय वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह ने सभी देशों के वायुसेना टीम के प्रमुखों को युद्धाभ्यास बैच और कैप सौंपी। अगले 15 दिन में भारत, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, ग्रीस, यूएई, सिंगापुर और श्रीलंका की वायुसेनाओं के फाइटर एयरक्राफ्ट जोधपुर के आसमां में 600 से अधिक शॉटी करेंगे, जिसके तहत लड़ाकू विमान विद इन विजुअल रेंज व बियोंड विजुअल रेंज कॉम्बेट मिशन, लार्ज फोर्स एंगेजमेंट, एयर मोबिलिटी व लॉ लाइट ऑपरेशन, डायनेमिक टारगेटिंग, एयर टू एयर रिफ्यूलिंग मिशन, कॉम्बेट सर्च एण्ड रेसक्यू जैसे इवेंट करेंगे।
सब इंसान एक जैसे
उद्घाटन कार्यक्रम में अन्य देशों के वायुसैनिकों को संबोधित करते हुए एयर मार्शल एपी सिंह ने कहा कि हम सब इंसान एक जैसे हैं। खून एक जैसा, सोचते एक जैसे हैं। चिंताएं भी वैसी है। यह युद्धाभ्यास एक दूसरे से सीखने और एक दूसरे की संस्कृति को समझने जैसा भी है। भारतीय वायुसेना की दक्षिणी पश्चिमी एयर कमान के प्रमुख एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी ने भी संबोधित किया।
11 सितम्बर को सभी सात देशों के एयर चीफ आएंगे
कार्यक्रम में तरंगशक्ति युद्धाभ्यास के कमाण्डर एयर कोमोडोर एसके तालियान सभी देशों के वायुसेना को युद्धाभ्यास के बारे में ब्रीफिंग दी। उन्होंने कहा कि सभी 8 देशों की वायुसेना अलग-अलग स्ट्रेटजी के तहत ग्राउण्ड और एयर में साथ-साथ काम करेगी। सात सितम्बर को पब्लिक डे रखा गया है। आठ सितम्बर को बाहरी देशों के वायुसैनिकों को जोधपुर भ्रमण करवाया जाएगा। 11 सितम्बर को सभी सात देशों के एयर चीफ आएंगे। 12 व 14 को डिफेंस एक्सपो रखा गया है। अर्जेंटीना, बोत्सवाना, मिश्र, इटली, मलेशिया, सऊदी अरब सहित 17 ऑब्जर्वर देश अगले युद्धाभ्यास में शामिल हो सकेंगे। गौरतलब है कि यह तरंगशक्ति युद्धाभ्यास का दूसरा फेज है। तरंगशक्ति युद्धाभ्यास का प्रथम चरण 6 से 14 अगस्त तक तमिलनाडू के सुलुर एयरफोर्स स्टेशन पर हुआ था, जिसमें अधिकांश यूरोपीय देश ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और स्पेन शामिल हुए थे।
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