वायुसेना को पहला तेजस 15 अगस्त तक मिलेगा:अमेरिकी कंपनी सितंबर-अक्टूबर से GE-404 इंजन की सप्लाई करेगी; इसमें एडवांस्ड रडार और सेल्फ डिफेंस की क्षमता
नई दिल्ली
बेंगलुरु में HAL के फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट के चीफ टेस्ट पायलट ग्रुप कैप्टन (रिटायर्ड) केके वेणुगोपाल ने अप्रैल में नए वर्जन की टेस्ट फ्लाइट की थी।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) भारतीय वायु सेना को पहला LCA मार्क-1A फाइटर जेट (तेजस) 15 अगस्त तक डिलीवर कर देगी। सॉफ्टवेयर इंटीग्रेशन में दिक्कतों और GE-404 इंजन की सप्लाई में देरी के कारण इसमें रुकावट आ रही थी।
अब अमेरिकी इंजन निर्माता कंपनी GE की तरफ से कन्फर्मेशन दे दिया है, जिसके बाद इंजन की सप्लाई सितंबर-अक्टूबर से शुरू हो जाएगी। इससे पहले फरवरी-मार्च में डिलीवरी होनी थी।
एचएएल इंजन की डिलीवरी में तेजी लाने और मंथली सप्लाई रेट को बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है।
पीएम मोदी की मौजूदगी में हो सकती है तेजस की इंडक्शन सेरेमनी
वायुसेना के अधिकारियों के मुताबिक तेजस की इंडक्शन सेरेमनी के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया जा सकता है। दरअसल एलसीए मार्क 1A प्रोजेक्ट की शुरुआत पीएम मोदी के कार्यकाल के दौरान ही हुई थी। इसके लिए HAL को 83 जेट के लिए 48 हजार करोड़ रुपए का ऑर्डर पहले ही मिल चुका है। 2024 के आखिर तक 97 और फाइटर जेट के लिए 65 हजार करोड़ रुपए का ऑर्डर मिलने की संभावना है।
2025 तक हर साल 24 फाइटर एयरक्राफ्ट बनाने का लक्ष्य
इससे पहले HAL को 8,802 करोड़ रुपए के कॉन्ट्रैक्ट के तहत 40 तेजस एमके-1 का ऑर्डर मिला था। इसमें से 32 सिंगल-सीट LCA फाइटर्स और दो डबल सीट ट्रेनर की डिलीवरी हो गई है। 6 डबल सीट ट्रेनर की डिलीवरी बाकी है। कंपनी 2025 तक हर साल 24 विमान तैयार करने के लक्ष्य तक पहुंच सकती है।
MiG सीरीज के विमानों को रिप्लेस करेगा LCA मार्क-1ए एयरक्राफ्ट
भारतीय वायुसेना तेजस के LCA वैरिएंट से अपनी मौजूदा MiG सीरीज के विमानों को बदलने की तैयारी में है। LCA मार्क-1ए विमान MiG-21, MiG-23 और MiG-27 को रिप्लेस करेगा। LCA मार्क-1ए के 65% से ज्यादा उपकरण भारत में बने हैं।
LCA मार्क-1ए को एयरोस्पेस में भारत की आत्मनिर्भरता और मेक-इन-इंडिया की तरफ बड़ा कदम माना जा रहा है। स्वदेशी तेजस मार्क-1ए को पाकिस्तान बॉर्डर के पास राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात करने की योजना है।
एलसीए मार्क 1A की उड़ान भर चुके हैं पीएम मोदी
इस कार्यक्रम का उद्देश्य मिग-21, मिग-23 और मिग-27 जैसे विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाना और भारत के डिफेंस सेक्टर में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देना है। इसके अलावा पीएम मोदी ने स्वदेशी मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में स्वदेशी फाइटर प्लेन में उड़ान भरी थी, जो किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा फाइटर प्लेन में उड़ान भरने की पहली घटना थी।
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