जयपुर समेत 5 शहरों में घरों के लिए निकलेगी लॉटरी:उदयपुर में 212 आवासों के लिए 23 हजार से ज्यादा आवेदन आए
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड ने 9 शहरों में निकाली 3001 मकानों की स्कीम के लिए आए आवेदनों की जल्द लॉटरी निकालेगा। इन सभी योजनाओं में 38 हजार से ज्यादा आवेदन आए हैं। सबसे ज्यादा रुचि लोगों ने उदयपुर की गोवर्धन विलास योजना में दिखाई, जबकि धौलपुर-भिवाड़ी की योजनाओं में एक भी आवेदन नहीं आए। बोर्ड अधिकारियों के मुताबिक लॉटरी इसी महीने के आखिरी तक निकालने की संभावना है।
बोर्ड के मुख्य संपदा प्रबंधक प्रवीण कुमार ने बताया- जयपुर के प्रतापगढ़, हनुमानगढ़ की डीटीओ, किशनगढ़ की खोड़ा गणेश, धौलपुर बाड़ी रोड सेक्टर 4, 5 और भिवाड़ी सेक्टर-7 की योजना के लिए अब डेट नहीं बढ़ाई जाएगी। चार बार तारीख बढ़ाने के बाद लोगों का जो रुझान आना था, वह आ चुका है। अब जल्द ही सभी आवेदनों की लॉटरी निकाली जाएगी।
सबसे ज्यादा उदयपुर की योजना में आवेदन
बोर्ड की योजनाओं में सबसे ज्यादा आवेदन उदयपुर की गोवर्धन विलास योजना में आए। इस स्कीम में ईडब्ल्यूएस के 131 और एलआईजी के 81 यानी कुल 212 आवासों के लिए 23 हजार 274 लोगों के भरे आवेदनों की लॉटरी निकाली जाएगी।
जोधपुर की बड़ली योजना में ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी की 1041 मकानों की स्कीम के लिए 9121 लोगों के आवेदन आए है।
इन योजनाओं में नहीं आया एक भी आवेदन
बोर्ड की ओर से धौलपुर के बाड़ी योजना के सेक्टर-4 में एचआईजी के 4 मकान की योजना में एक भी आवेदन नहीं आया। वहीं सेक्टर-5 में एचआईजी की 9 मकानों की स्कीम के लिए केवल एक ही आवेदन आया है।
भिवाड़ी के सेक्टर-7 में एमआईजी-बी की 3 मकानों के लिए भी एक भी आवेदन नहीं आया। इसी तरह जयपुर के प्रताप नगर सांगानेर स्थित ग्रीनवुड होरिजोन योजना, किशनगढ़ की खोड़ा गणेश और न्यू आवासीय योजना-डीटीओ हनुमानगढ़ की योजनाओं में भी आवासों की संख्या के बराबर आवेदन नहीं आए।
चार बार तारीख बढ़ाई गई
बता दें कि मार्च में इस प्रोसेस को शुरू किया गया था, तब 15 अप्रैल लास्ट डेट थी। अंतिम दिन वेबसाइट में खामी की वजह से इसे बढ़ाकर 15 मई किया गया। इस बीच लोकसभा चुनाव आ गए। अब तीसरी बार डेट को बढ़ाकर 15 जुलाई किया गया है। इसके बाद 15 अगस्त तक तारीख बढ़ाई गई थी।
इनकम ग्रुप के अनुसार बनाए जाते हैं प्रोजेक्ट
हाउसिंग बोर्ड के ये प्रोजेक्ट इनकम ग्रुप के हिसाब से बनाए गए हैं। इनमें पांच कैटेगरी होती है। इडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी ए, एमआईजी बी और एचआईजी। आवेदक अपनी सालाना आय के अनुसार इनके लिए आवेदन कर सकता है।
जैसे- ईडब्ल्यूएस (इकोनॉमी वीकर ग्रुप) फ्लैट के लिए आय सीमा सालाना 3 लाख रुपए तक की है। इसी तरह एलआईजी (लोअर इनकम ग्रुप) में ये सीमा 3 से 6 लाख रुपए है। एमआईजी (मिडिल इनकम ग्रुप) में दो अलग-अलग आय वर्ग की दो कैटेगरी है। एमआईजी ए में 6 से 12 लाख रुपए और एमआईजी बी में 12 से 18 लाख रुपए है। इसी तरह एचआईजी (हाई इनकम ग्रुप) में 18 लाख से ज्यादा आय वर्ग के लोग अप्लाई कर सकते हैं।
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