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मां करणी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में रोटरी आद्या के सहयोग से भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम सम्पन्न, ढाई सौ से अधिक पौधे लगाए गए

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बीकानेर। पर्यावरण सरंक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मां करणी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में रोटरी क्लब आद्या के सहयोग से भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों, शिक्षकों एवं रोटरी सदस्यों की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय परिसर में ढाई सौ से अधिक पौधे लगाए गए, जिनमें छायादार, औषधीय और फलदार पौधे शामिल रहे।
रोटरी क्लब आद्या की ओर से सचिव संगीता शेखावत, भारती गहलोत, शीला सांखला और निशिता सुराणा उपस्थित रहीं। क्लब सचिव संगीता शेखावत ने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल पौधारोपण करना नहीं, बल्कि पौधों का पालन-पोषण कर उन्हें वृक्ष बनाना है। यह अभियान भविष्य को सुरक्षित और हरा-भरा बनाने की दिशा में एक कदम है।”
रोटेरियन निशिता सुराणा ने कहा कि , “हर पौधा एक जीवन है और जब हम एक पौधा लगाते हैं, तो असल में हम आने वाली पीढ़ियों को ऑक्सीजन का उपहार देते हैं। हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल करें।”
महाविद्यालय निदेशक माणक व्यास ने कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “वर्तमान समय में पर्यावरण संकट एक वैश्विक चिंता है और हम शिक्षा संस्थानों के माध्यम से इस चेतना को जन-जन तक पहुंचा सकते हैं। विद्यार्थियों को इस दिशा में जागरूक करना हमारी प्राथमिकता है।”
महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. रितु श्रीमाली ने कहा, “प्रशिक्षणार्थियों में यदि प्रकृति के प्रति संवेदना जागृत हो जाए, तो वे भविष्य में न केवल अच्छे शिक्षक, बल्कि पर्यावरण के सजग प्रहरी भी बनेंगे। इस प्रकार के आयोजनों से उनमें सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना विकसित होती है।”
वहीं प्राध्यापिका रेखा वर्मा ने कहा, “शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को ऐसी दिशा देना है जिससे वे समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझें और निभाएं। वृक्षारोपण इसका सशक्त माध्यम है।”
कार्यक्रम में महाविद्यालय परिवार की ओर से पंकज आचार्य, राकेश व्यास, राकेश पुरोहित, डॉ. पूनम मिड्ढा, सरिता आचार्य, शिवजी छंगाणी, सुधीर जी, समस्त स्टाफ व प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे। सभी ने पौधों के संरक्षण का संकल्प लिया और उन्हें नियमित रूप से जल देने, उनकी सुरक्षा करने की जिम्मेदारी ली।

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