बीकानेर।गंगाषहर के राजकीय सेटेलाईट अस्पताल में पैथेलॉजिस्ट डॉ. वी.के.गांधी को आज सेवानिवृति के उपलक्ष्य में भावभीनी विदाई दी गई। डॉ. मुकेष बाल्मिकी ने बताया कि डॉ. गांधी अपनी 34 वर्ष से अधिक चिकित्सा की राजकीय सेवाओं में पिछले 3 वर्षों से गंगाषहर अस्पताल में सेवाऐं प्रदान कर रहें हैं। बाल्मिकी ने बताया कि इस अवसर पर संयुक्त निदेषक चिकित्साधिकारी डॉ. देवन्द्र चौधरी ने डॉ. गंाधी को साफा पहना कर व उप निदेषक डॉ. राहुल हर्ष ने शॉल ओढ़ा कर व डॉ. संजीव सहगल ने नारियल भेंट कर डॉ. गांधी का स्वागत किया। सुश्री गीतांजलि ने डॉ. गांधी व उनकी धर्मपत्नी श्रमती रेखा गांधी का तिलक लगाकर सम्मान किया। इस अवसर पर डॉ. मुकेष बाल्मिकी ने डॉ. गांधी के सम्मान में प्रदत्त किये जाने वाले अभिनन्दन पत्र का पठन किया। अस्पताल के सभी चिकित्सकों, नर्सिंगकर्मियों व समस्त स्टाफ ने डॉ. गांधी को प्रषस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया।
डॉ. विजयपाल सुनिया, डॉ. जयसिंह राठोड़़, डॉ. असलम, डॉ. रेणु बजाज, डॉ. खुषबू जोषी, डॉ. रेखा मोहता व अन्य चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी एवं अस्पताल के समस्त स्टाफ, गंगाषहर नागािक परिषद् के सदस्यों, सोहनलाल चौधरी आदि उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने डॉ. गंाधी का माल्यार्पण कर सम्मान किया। इस अवसर पर डॉ. रेखा मोहता, डॉ. खुषबू जोषी, कल्पना यादव आदि ने श्रीमती रेखा गंाधी का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
इस अवसर पर अस्पताल में सहयोगी संस्था गंगाषहर नागरिक परिषद् के कन्हैयालाल बोथरा व सम्पतलाल दूगड़, ने डॉ. गांधी का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इसके साथ ही जतनलाल दूगड़, महेन्द्र चौपड़ा, बच्छराज रांका, मगनलाल छाजेड़, बच्छराज बैद आदि ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर एवं माल्यार्पण कर डॉ. गांधी का अभिनन्दन किया।
समारोह में संयुक्त निदेषक डॉ. देवन्द्र चौधरी ने अपने उद्गार व्यक्ति करते हुए कहा कि
सेवाकाल के प्रारम्भ में ही सेवा निवृति का समय निर्धारण हो जाता है। लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि उनका सेवाकाल कैसा रहा है। डॉ. वी.ंके.गांधी कुषल पैथेलॉजिस्ट व चिकित्सक के साथ ही सुहृदय, खुषमिजाज एवं सेवाभावी व्यक्ति है। 34 वर्षों से अधिक राजकीय बेदाग सेवाकाल इनके निष्ठापूर्ण व कर्त्तव्यपरायण कार्यषैली का परिचायक है। डॉ. राहुल हर्ष ने कहा कि सेवा निवृति उनके सेवाकाल के बाद की जिन्दगी का नया शुभारम्भ है। उन्होंने कामना की कि डॉ. गांधी स्वस्थ रहते हुए सार्थक व सफल अपना भावी जीवन जीयें। डॉ. बाल्मिकी ने कहा कि गंगाषहर अस्पताल के विकास एवं प्रषासनिक कार्यों में भी डॉ. गांधी का बहुत योगदान रहा है। बाल्मिकी ने डॉ. गांधी का अभिनन्दन करते हुए उनके सुखी, सुदीर्घ व कल्याणकारी जीवन की कामना की। इस अवसर पर गंगाषहर नागरिक परिषद् के संयोजक जतनलाल दूगड़ ने कहा कि चिकित्सा का प्रोफेषन मात्र आजीविका अर्जन का माध्यम ही नहीं है, वस्तुतः यह मानवता की सेवा का कार्य है। डॉ. गांधी ने आदर्ष चिकित्सक के रूप में मानवता की बेसकीमती सेवा की है। डॉ. गांधी के निर्देषन में अस्पताल की सभी जांचों के लिए पर्याप्त मषीनें एवं उपकरणों की व्यवस्था में प्रेरणा एवं कुषल मार्गनिर्देषन रहा है। प्रयोगषाला के कार्यों के सफल संचालन व अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं डॉ. गांधी बहुत निष्ठावान, कर्मठ व सर्व सुलभ रहें हैं। दूगड़ ने कहा कि आपकी मूल्यपरक सेवा का कार्यकाल सम्पन्न हो रहा है, मगर आपकी अमूल्य सेवाओं से परिवार व समाज लाभान्वित होता रहे।
डॉ. वीं.के.गांधी ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं अपने सेवाकाल में विभिन्न जगहों पर अपनी चिकित्सकीय कार्य किया है, मगर गंगाषहर अस्पताल में जो कार्य करने की सुविधाएं, वातावरण व सामंजस्य मिला है, उससे मैं अभिभूत हूं। यहां की स्मृतियों सदा मेरे साथ रहेगी। इस अवसर पर डॉ. रेणु बजाज ने भी स्वरचित कविता के माध्यम से अपने भावों की अभिव्यक्ति दी।
इस समारोह में अस्पताल के चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी व अन्य स्टाफ के साथ ही गंगाषहर नारिक परिषद् के सदस्य, एडवोकेट, एन. के. गांधी, डॉ. नितिन गांधी, दिनेष जैन आदि डॉ. गांधी के परिजन व मित्रगण व अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती सरला ने किया।
प्रेषक: डॉ. मुकेष बाल्मिकी (अधीक्षक)









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