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केंद्रीय कानून एवं संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने किया अरमान नदीम की साहित्यिक वेबसाइट का लोकार्पण..

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“अरमान की वेबसाइट नवाचार और साहित्य का अद्भुत संगम ”

बीकानेर , 3 अगस्त — साहित्य और तकनीक के संगम का एक महत्वपूर्ण क्षण तब सामने आया जब केंद्रीय कानून संसदीय कार्य और संस्कृति मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने युवा साहित्यकार अरमान नदीम की नवाचारपूर्ण साहित्यिक वेबसाइट का लोकार्पण किया। इस डिजिटल मंच का उद्देश्य हिंदी साहित्य को वैश्विक पटल पर पहुँचाना और नवोदित लेखकों को एक सशक्त मंच उपलब्ध कराना है। समारोह का आयोजन माननीय केंद्रीय मंत्री के बीकानेर स्थित आवास पर किया गया ।
अरमान नदीम ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि
“शब्द संवाद” ना केवल साहित्य को समर्पित है, बल्कि इसमें युवा रचनाकारों, पत्रकारों और साहित्य प्रेमियों के लिए भी पर्याप्त स्थान दिया गया है। इस वेबसाइट मंच पर कहानी, कविता, निबंध, संवाद, समीक्षा और साक्षात्कार जैसे विभिन्न साहित्यिक विधाओं को प्रमुखता से शामिल किया गया है।
श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा डिजिटल युग में साहित्य का यह नवाचार अत्यंत प्रेरणादायक साबित होगा।
श्री मेघवाल ने कहा, “यह एक सराहनीय पहल है, जो ना केवल भारतीय साहित्य को तकनीक से जोड़ती है, बल्कि उसे युवा पीढ़ी तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम भी बनती है। डिजिटल युग में जब सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है, ऐसे में साहित्य को इस तरह प्रस्तुत करना न केवल प्रासंगिक है, बल्कि यह समय की आवश्यकता भी है।”

उन्होंने कहा कि इस मंच के माध्यम से नई पीढ़ी को हिंदी साहित्य से जोड़ने में सहायता मिलेगी। “आज का युवा इंटरनेट पर है, और यदि साहित्य वहाँ नहीं पहुँचा, तो एक पीढ़ी साहित्य से कट जाएगी। ऐसे में ‘शब्द संवाद’ जैसे प्रयास भविष्य के लिए दिशा निर्धारण करते हैं।”
वेबसाइट के संचालक और साहित्यकार अरमान नदीम ने बताया कि “इस मंच की परिकल्पना उन सभी साहित्यप्रेमियों को ध्यान में रखकर की है, जो गाँव, कस्बों और छोटे शहरों में रहकर भी अपनी आवाज़ को व्यापक स्तर पर पहुँचाना चाहते हैं। यह सिर्फ एक वेबसाइट नहीं, बल्कि एक साहित्यिक आंदोलन की शुरुआत है।”

उन्होंने बताया कि वेबसाइट पर पहले ही कई नामचीन साहित्यकारों के साक्षात्कार, युवा लेखकों की कविताएँ, तथा समसामयिक विषयों पर आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। भविष्य में वीडियो संवाद, ई-पुस्तक प्रकाशन और लाइव काव्य गोष्ठियों की भी योजना है।
केंद्रीय साहित्य अकादेमी नई दिल्ली में राजस्थानी भाषा परामर्शक मंडल के संयोजक रहे वरिष्ठ साहित्यकार , संपादक मधु आचार्य आशावादी ने अपने संदेश में कहा कि
साहित्य को तकनीक से जोड़ना ज़रूरत बन गया है। ‘शब्द संवाद’ इस आवश्यकता की पूर्ति करता है। यह मंच रचनाकारों के लिए एक जीवंत प्रयोगशाला की तरह है।
युवा रंगकर्मी अभिषेक आचार्य ने कहा कि साहित्य यद्यपि संवेदना का विषय है लेकिन जब तकनीक का सहारा मिले तो संप्रेषण आसान हो जाता है ।
युवा साहित्यकार इमरोज़ नदीम ने अपने वक्तव्य में कहा, “किसी युग का मूल्यांकन वहाँ के साहित्य से होता है। ‘शब्द संवाद’ जैसे डिजिटल मंच उस मूल्यांकन को भविष्य के लिए संरक्षित रखने का कार्य करते हैं।”
अरमान नदीम ने
वेबसाइट की विशेषताएँ और उद्देश्य साझा करते हुए विस्तार से बताया ।
• साक्षात्कार अनुभाग: जहाँ युवा और वरिष्ठ साहित्यकारों के विचारों को संवाद शैली में प्रस्तुत किया गया है।
• रचना मंच: जहाँ आम पाठक और लेखक अपनी रचनाएँ प्रकाशित कर सकते हैं।
• साहित्यिक समाचार: साहित्य जगत की ताज़ा गतिविधियों को प्रमुखता से शामिल किया गया है।
• युवा संवाद: विशेषकर कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर के विद्यार्थियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है ।
आभार अभिषेक आचार्य ने व्यक्त किया ।

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