नाबार्ड बीकानेर द्वारा आरआईडीएफ के अंतर्गत राज्य सरकार को वित्तीय सहायता के माध्यम से चलाये जा रहे विभिन्न कार्यो को और बेहतर ढंग से अंतिम रुप देने के लिए अतिरिक्त चीफ इंजीनियर आईजीएनपी तथा अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया. अध्यक्ष महोदय द्वारा बीकानेर जिले में किये जा रहें कार्यो की संभागवार तथा विभागवार समीक्षा करते हुए सभी कार्यो को तय समय में पूरा करने हेतु सहयोग प्रदान करने हेतु निर्देशित किया. उन्होने यह भी बताया कि सभी विभाग नाबार्ड-आरआईडीएफ की सभी योजनाओं का लाभ उठाये तथा जिले में चल रहें कार्यो को समय से जनता को समर्पित करें. बीकानेर जिले में आरआईडीएफ के सहयोग से लूणकरणसर, नोखा तथा श्रीडॅूगरगढ में चल रहें मॉडल स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के कार्य को शीघ्रतिशीघ्र पूरा करने हेतु निर्देशित किया. इसी क्रम में कृषि विपणन बोर्ड द्वारा बनाये जा रहें वेटरनरी सेंटरर्स की जानकारी लेते हुए उन्हें गायों में लंम्पी स्कीन बीमारी के बाद दुग्ध उत्पादन में वरदान के रुप में काम करने हेतु प्रेरित किया. बीकानेर जिलें में पीडब्ल्यूडी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी सडकों तथा दूसरें गॉवों से जोडने वाली सडको को शीघ्र पूरा करते हुए किसानों को लाभ पहॅुचानें पर बल देते हुए कहा कि आरआईडीएफ के अंतर्गत बीकानेर के सभी गॉव में संपर्क सडकों का निर्माण हुआ है जिसका प्रत्यक्ष लाभ किसानों को अपनी फसलो को आसानी से शहरो तक पहॅुचाने में हुआ है और उनकी आय में वृद्वि हुई है. आरआईडीएफ के अंतर्गत बीकानेर श्रीगंगानगर हाईवे पर अरजनसर तथा महाजन जैसे दूरदराज के क्षेत्रों को चिकित्सा सुविधाऍ उपलब्ध हो सकी है. इसी के साथ चिकित्सा क्षेत्र की सेवाओं में बढोतरी से वैश्विक महामारी के समय उचित चिकित्सा सुविधाओं से जन जन को लाभ पहूचा है. उन्होने इस बात पर सभी विभागो का ध्यान आकर्षित किया कि आरआईडीएफ के अंतर्गत पुराने भवनो के स्थान पर नये भवन बनाये जा सके है. आरआईडीएफ के माध्यम से बीकानेर की लाइफ लाईन इंदिरा गॉधी नहर की भी मरम्मत का कार्य किया जा रहा है जिससें इसकी उपयोगिता बढाई जा सकें तथा बीकानेर को जल की कमी न हो सके इसकी उचित व्यवस्था की जावे. आरआईडीएफ के माध्मय से जल जीवन मीशन के अंतर्गत 32 गॉवों के प्रत्येक घर को नल की उपलब्धता का कार्य तेज गति से करते हुए दिसम्बर तक खाजूवाला तथा पूगल को इसका लाभ दिलाने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किये गये. कार्यशाला में पीडब्ल्यूडी, इंदिरा गॉधी नहर परियोजना, पीएचईडी, वेटरनरी विभाग, चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग तथा राजस्थान वेयरहाउसिंग कारपोरेशन के संभागस्तरीय विभागाध्यक्षों ने अपनी सहभागिता प्रदान करते हुए आरआईडीएफ के माध्यम से जिले को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो इस पर अपनी कृतज्ञता प्रकट की.
कार्यशाला का संचालन नाबार्ड बीकानेर की और से रमेश ताम्बिया, सहायक महाप्रबंधक द्वारा किया गया तथा आरआईडीएफ के अंतर्गत बीकानेर जिले में सभी विभागों के माध्यम से चल रही 210 परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति तथा धीमी गति से चल रहे कार्यो तथा अभी तक प्रारंभ न हुए कार्यो में आ रही समस्याओं के शीघ्र निपटान हेतु अनुरोध किया गया तथा आरआईडीएफ के अंतर्गत आने वाले अगले वर्ष के लिए
प्रस्तावित कार्यो की सूचना राज्य सरकार के माध्यम से नाबार्ड को समय से भेजने हेतु सभी विभागों को निर्देशित किया गया. नाबार्ड-सहायक महाप्रबंधक द्वारा बताया गया कि आरआईडीएफ 1996 से देश के सभी जिलों में आवश्यक आधारभूत सुविधाओं के निर्माण तथा विस्तार के लिए वित्तीय सुविधा उपलब्ध करवाता रहा है, संभागस्तरीय अधिकारियों को बताया गया कि राज्य सरकार के माध्यम से आवश्यकता पडने पर विभागों को आरआईडीएफ के अतिरिक्त नाबार्ड की नाबार्ड आधारभूत विकास निधि (NIDA) से भी वित्तीय सहायता प्राप्त की जा सकती है, नाबार्ड की आधारभूत विकास निधि के माध्यम से बीकानेर में बीकानेर विधुत के लिए बीकानेर के सभी ब्लाक्स में जीएसएस का निर्माण किया जा रहा है जिससे बीकानेर में विघुत की छीजत को रोका जा सकता है तथा भविष्य के लिए विघुतिय आवश्यकताओं का विस्तार किया जा सकता है.
संभागस्तरीय अधिकारियों द्वारा संभाग में आरआईडीएफ की वित्तीय सहायता से ग्रामीण सड़के, मॉडल स्कूल/ अतिरिक्त स्कूल भवन, वेटरनरी सेंटर, प्राथमिक चिकित्सा इकाई व केन्द्रीयकृत चिकित्सा इकाईयों तथा निडा के माध्यम से बनाये जा रहें विधुत उपकेन्द्रों के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया. इसी के साथ बीकानेर संभाग के अंतर्गत बीकानेर में अभी तक प्रारंभ न हुए और धीमी गति से चल रहें कार्यो को निर्धारित समय से पूरा करने हेतु संभागीय अधिकारियों से आवश्यकताओं की जानकारी लेते हुए शीघ्र ही इस विषय में सकारात्मक निर्णय लेने का विचार रखते हुए सभी को शुभकामनाऍ प्रदान की.













Add Comment