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Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में ISI रच रही थी भारत के खिलाफ ‘ऑपरेशन पिन कोड 2.0’! अलर्ट पर खुफिया एजेंसियां

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Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में ISI रच रही थी भारत के खिलाफ ‘ऑपरेशन पिन कोड 2.0’! अलर्ट पर खुफिया एजेंसियां

सूत्रों ने बताया कि आईएसआई के इशारे पर ऑपरेशन पिन कोड 2.0 के तहत बांग्लादेश को एक बेस बनाकर भारत के नॉर्थ ईस्ट को डिस्टेबलाइज करने की योजना बनाई है। इसके अलावा भारत से सटी बांग्लादेश की सीमा पर 19 ट्रेनिंग एस्टेब्लिश करने की भी तैयारी है।

बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ साजिश रच कर सत्ता से बेदखल करने के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के मंसूबे इन दिनों चरम पर हैं। आईएसआई अब बांग्लादेश को बेस बना कर भारत के खिलाफ बड़ा गेम प्लान तैयार कर रही है। इसके लिए आईएसआई ने बांग्लादेश में अपने एजेंट्स को भी एक्टिव कर दिया। खुफिया एजेंसियों से मिले ताजा इनपुट के मुताबिक आईएसआई ने भारत के खिलाफ ‘ऑपरेशन पिन कोड 2.0’ शुरू किया है। हालांकि आईएसआई की गतिविधियों पर देश की खुफिया एजेंसियों की पूरी नजर है। आईएसआई ने जानबूझ कर ‘ऑपरेशन पिन कोड 2.0’ की शुरुआत 15 अगस्त 2024 को की है और उस दिन बांग्लादेश के अंदर बैठ कर आईएसआई ने भारत के खिलाफ अपना फ्यूचर प्लान तैयार कर दिया है। 

जानबूझ कर चुना 15 अगस्त का दिन
इंटेलिजेंस एजेंसियों से मिले खुफिया इनपुट के मुताबिक पाकिस्तान ने जानबूझ कर 15 अगस्त का दिन चुना है। क्योंकि यह दिन भारत और बांग्लादेश दोनों के लिए महत्व रखता है। एक तरफ भारत जहां अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है, तो वहीं बांग्लादेश में 15 अगस्त को राष्ट्रीय शोक दिवस मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन पाकिस्तान के इशारे पर शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान की हत्या कर दी गई थी। इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि 15 अगस्त को पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का रिटायर्ड ब्रिगेडियर डीके बक्श, जो बांग्लादेश में बैठ कर इनके ऑपरेशन संभाल रहा है, उसने एक खुफिया बैठक की। बांग्लादेश के सिलहट शहर के अंबरखाना इलाके में हुई इस बैठक में बक्श के अलावा जमात-ए-इस्लाम का संस्थापक अब्दुल हसन मुआदिश, मुस्लिम लिबरेशन फ्रंट ऑफ म्यांमार का लीडर मौलाना अब्दुल कादिर मुल्ला और चटगांव, बांग्लादेश में स्थित हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामिक (HUJI) का लीडर शेख फरीद शामिल हुए। इस बैठक के लिए जमात पाकिस्तान के कई लोग हवाई मार्ग से बांग्लादेश पहुंचे।  

बॉर्डर पर लगाए जाएंगे 19 ट्रेनिंग कैंप
सूत्रों ने बताया कि आईएसआई के इशारे पर ऑपरेशन पिन कोड 2.0 के तहत बांग्लादेश को एक बेस बनाकर भारत के नॉर्थ ईस्ट को डिस्टेबलाइज करने की योजना बनाई है। इसके अलावा भारत से सटी बांग्लादेश की सीमा पर 19 ट्रेनिंग एस्टेब्लिश करने की भी तैयारी है। साथ ही, असम-मेघालय सीमा पर घुसपैठ बढ़ाने की भी आईएसआई साजिश रच रही है। सूत्रों के मुताबिक इन कैंप्स में आतंकियों को रेडिकल ट्रेनिंग के अलावा आर्म्स ट्रेनिंग भी दी जाएगी। जिसके बाद रेडिकलाइज लोगों को तैयार करके असलहा-बारूद के साथ बॉर्डर से घुसपैठ कराई जाएगी। ऑपरेशन पिन कोड के तहत सबसे पहले नॉर्थ-ईस्ट में आने वाले चार से छह महीनों में छोटे-मोटे दंगे करवा कर वहां का माहौल खराब करने की भी साजिश रची गई है। 

भारत को तोड़ कर बंगिस्तान बनाने की तैयारी
सूत्रों ने बताया कि आईएसआई ने बंगिस्तान या बृहद बांग्लादेश बनाने की भी योजना तैयार की है। इस ग्रेटर बांग्लादेश में भारत के नॉर्थ ईस्ट की टेरिटरीज को तोड़ा जाएगा। इसके लिए जरूरी फंड जुटाने को लेकर भी आईएसआई ने प्लानिंग बनाई है। इसके तहत पैसा हवाला के जरिए इस्लामिक बैंक ऑफ सऊदी अरेबिया से आएगा। इस्लामाबाद स्थित इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक की कई ब्रांच बांग्लादेश में खोली जा चुकी हैं। इन बैंकों में रेमिटेंस आएगा इस पैसे को इस तरह दिखाया जाएगा कि यह बांग्लादेश में मुसलमानों के विकास के लिए यह पैसा आया है। और इस पैसे को 19 ट्रेनिंग कैंप्स में ट्रांसफर किया जाएगा। इसके अलावा असम औऱ नॉर्थ ईस्ट के इलाकों में नार्को टेरेरिज्म के जरिए भी पैसा जुटाने की भी तैयारी है। इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश के ब्राम्हणबरिया जिले से सटे बॉर्डर इलाकों और संवेदनशील असम-मेघालय सीमा पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। 

पाकिस्तान के कसूर में भी हुई थी लश्कर की बैठक
बता दें, कि 14 अगस्त को पाकिस्तान पंजाब के कसूर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के टॉप आतंकियों की एक बैठक हुई थी। आतंकियों की इस बैठक में लश्कर का चीफ और को-फाउंडर अब्दुल रहमान मक्की, लश्कर का कमांडर इब्तिसाम इलाही जहीर, लश्कर का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी, लश्कर का को फाउंडर अमीर हमजा और मुंबई हमले का मास्टरमाइंड लश्कर सरगना आतंकी हाफिज सईद का बेहद करीबी और लश्कर का फाइनेंस सेक्रेटरी हैरिस डार भी शामिल हुआ था। बैठक में बांग्लादेश में पैदा हुए ताजा हालात का फायदा भारत के खिलाफ उठाने की बात कही गई थी। इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का को-फाउंडर अमीर हमजा ने बेहद भड़काऊ भाषण दिया है। अमीर हमजा ने कहा कि 52 साल बाद, पाकिस्तान बांग्लादेश में अपने उद्देश्य में सफल रहा है। अब भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच सैंडविच बन गया है। वहीं, लश्कर के फाइनेंस सेक्रेटरी हैरिस डार ने इस बैठक में  भारत पर निशाना साधते हुए कहा कि जब पाकिस्तान को आजादी मिली थी तो नेहरू ने भविष्यवाणी की थी कि पाकिस्तान छह महीने से एक साल भी नहीं टिक पाएगा, फिर भी 77 साल बाद भी पाकिस्तान दुनिया के नक्शे पर बरकरार है। उसने पाकिस्तान को दुनिया का एकमात्र एटमी ताकत वाला इस्लामिक मुल्क बताते हुए कहा कि बांग्लादेश में भारत और उसके हिंदुत्व एजेंडे को कुचल दिया गया है। हैरिस डार वही शख्स है, जिसे हाल ही में ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर लौटे पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम के साथ देखा बैठे गया था। सूत्रों ने बताया कि हैरिस डार भारत में घुसपैठ करने वाले लश्कर के आतंकवादियों को मेडिकल और फर्स्ट एड के स्किल्स सिखाता था। उसे लश्कर के ट्रेनिंग कैंपों में भी देखा गया है।  

बांग्लादेश में जबरन लिए जा रहे हैं इस्तीफे
वहीं, बांग्लादेश में सत्ता पलट के बाद वहां बांग्लादेश सिविल सर्विसेज से जुड़े लोगों के जबरन इस्तीफे भी कराए जा रहे हैं। ये वे लोग हैं, जो या तो अल्पसंख्यक हिंदू हैं या फिर अवामी लीग को समर्थन करते हैं। साथ ही हिंदू टीचरों से भी जबरन मारपीट करके इस्तीफे लिए जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि नई अंतरिम सरकार पूरी तरह से बीएनपी के इशारे पर काम कर रही है। अभी 323 म्यूनिसिपल मेयर, 60 जिला परिषद और 493 उप परिषदों को भंग किया जा चुका है। इसके लिए बकायदा गजट भी जारी किया है। खास बात यह है कि यह सभी लोग निर्वाचित हैं, जिन्हें एक ही झटके में बर्खास्त कर दिया गया।

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