CS ऊषा शर्मा को हटाने की मांग लेकर निर्वाचन विभाग पहुंचा BJP डेलिगेशन, राजेंद्र राठौड़ ने मुख्य चुनाव आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र भाजपा नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रतिनिधिमंडल के साथ सचिवालय में निर्वाचन विभाग के अधिकारी से मुलाकात की है
जयपुर। विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र भाजपा नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रतिनिधिमंडल के साथ सचिवालय में निर्वाचन विभाग के अधिकारी से मुलाकात की है। मुलाकात का कारण मुख्य सचिव उषा शर्मा है जिन्हें हटाने की मांग भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन विभाग के मुख्य चुनाव आयुक्त से की है। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने इसको लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा है।
मुख्य सचिव उषा शर्मा को मिला है एक्सटेंशन
दरअसल, जब किसी सरकारी अधिकारी को एक्सटेंशन मिलता है तो वे अचार संहिता के बाद एक्सटेंशन के तहत नहीं रह सकते है इसलिए उषा शर्मा को हटाने की मांग हो रही है। इस मामले को लेकर भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा-आचार संहिता के बाद एक्सटेंशन वाले एक दिन भी CS नहीं रह सकते है। चुनाव आयोग के निर्देशों में साफ लिखा है कि जो अतिरिक्त प्रभार पर है या एक्सटेंशन पर है, वह चुनाव से संबंधित कार्य में भाग नहीं ले सकते हैं। राठौड़ ने कहा कि उसको देखते हुए मुख्य सचिव उषा शर्मा को एक दिन भी पद पर रहने का अधिकार नहीं है, चुनाव की घोषणा के साथ ही राजस्थान के मुख्य सचिव को अपना पद छोड़ देना चाहिए।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने दर्ज कराई आपत्ति
गौरतलब है की भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग को इस मामलें में जांच के लिए ज्ञापन सौंपा है। वहीं, राजेंद्र राठौड़ ने कहा- मुख्य सचिव ऊषा शर्मा के कार्यकाल को लेकर हमने आपत्ति दर्ज कराई है, उन्हें पद पर रहने का अधिकार नहीं है। मुख्य सचिव विभिन्न गतिविधियों में शामिल हो रही है। चुनाव आयोग को हमने ज्ञापन दिया है। भारतीय चुनाव आयोग को भी हम इस संबंध ने ज्ञापन देंगे। यह आचार संहिता के सभी नियमों का उल्लंघन है।
गहलोत सरकार ने बढ़ाया था 6 माह का कार्यकाल
बता दें की मुख्य सचिव उषा शर्मा को गहलोत सरकार की सिफारिश पर 16 जून को एक्सटेंशन दिया गया है। सरकार ने ऊषा शर्मा का रिटायरमेंट के बाद 6 माह का कार्यकाल बढ़ाया था, जिसके तहत दिसम्बर 2023 को ऊषा शर्मा का कार्यकाल खत्म होगा।
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