पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम का आरोप-इंडिया ने बॉल टेम्परिंग की:इंजमाम बोले- अर्शदीप नई गेंद से रिवर्स स्विंग करा रहे थे, अंपायर्स को आंखें खुली रखनी थीं
स्पोर्ट्स डेस्क
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने इंडिया पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगाकर नई बहस शुरू कर दी है।
पाकिस्तानी न्यूज चैनल पर एक शो के दौरान वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया और इंडिया के मैच पर चर्चा चल रही थी। इस शो में इंजमाम ने कहा कि टीम इंडिया ने गेंद पर कुछ खास मेहनत की थी, जिसके चलते अर्शदीप नई गेंद से रिवर्स स्विंग कराने लगे।
इंजमाम के आरोप के बारे में और ज्यादा जानने से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अर्शदीप की परफॉर्मेंस जान लीजिए। सुपर-8 के अपने आखिरी मैच में इंडिया की तरफ से अर्शदीप सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 विकेट लिए थे। उन्होंने डेविड वॉर्नर, टिम डेविड और मैथ्यू वेड को पवेलियन भेजा।
सुपर-8: अर्शदीप vs ऑस्ट्रेलिया
रिवर्स स्विंग के लिए गेंद काफी नई थी- इंजमाम
इंजमाम ने कहा- अर्शदीप जब 15 ओवर के बाद बॉलिंग के लिए आए तो रिवर्स स्विंग होने लगी थी। इसका मतलब ये है कि 12वें और 13वें ओवर तक बॉल रिवर्स स्विंग लायक बन गई थी, लेकिन ये रिवर्स स्विंग के काफी जल्दी था, अंपायर्स को आंखें खुली रखनी चाहिए थीं। 15वें ओवर में अगर अर्शदीप रिवर्स स्विंग करा रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि गेंद पर बहुत सीरियस काम हुआ है। अगर ये पाकिस्तानी गेंदबाजों के साथ होता तो शोर मच सकता था।
इंजमाम का इशारा बॉल टेंपरिंग की ओर था। इंजमाम के आरोप पर साथी एक्सपर्ट ने कहा कि कुछ टीमों के साथ अंपायर्स की आंखें बंद हो जाती हैं। अगर हमारी टीम रिवर्स स्विंग करा रही होती तो बॉल चेक हो जाती।
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासित बोले- यह केवल शक
इंजमाम के आरोप पर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासित अली ने कहा कि यह केवल इंजमाम का शक है। उन्होंने कहा, “लोग अर्शदीप की बॉलिंग के बारे में बातचीत कर रहे हैं, लेकिन क्या उन्होंने वेस्टइंडीज के ग्राउंड पर ध्यान दिया? गेंद हवा के साथ स्विंग कर रही थी, लेकिन हवा के खिलाफ नहीं। हवा के साथ गेंद तेजी से आ रही थी और उसके खिलाफ धीमी। यहां पर बॉलर वेरिएशन कर रहा था। बॉलर को रफ्तार की और रिवर्स स्विंग की आर्ट की जरूरत होती है। ऐसे में बॉल टेम्परिंग और रिवर्स स्विंग पर जो बातें हो रही हैं, उनका कोई मतलब नहीं है।”
बॉल टेम्परिंग से जुड़े अहम केस
1. पहली बार भारत ने लगाया था बॉल टेम्परिंग का आरोप
1977 में इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी। तब टीम इंडिया की कप्तानी बिशन सिंह बेदी कर रहे थे। तब बेदी ने इंग्लैंड के पेसर जॉन लेवर पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगाया था। बेदी ने कहा था कि लेवर गेंद चमकाने के लिए वैसलीन का इस्तेमाल कर रहे हैं। बेदी के आरोपों का कोई सबूत ICC को नहीं मिला था।
इंग्लैंड के पेसर जॉन लेवर, जिन पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा था।
2. पाकिस्तान पर 5 बार, भारत पर 2 बार लगा बॉल टेम्परिंग का आरोप, तेंदुलकर का नाम भी आया
क्रिकेट इतिहास में पाकिस्तान पर साल 1992, 2000, 2002 में 2 बार, 2006 और 2010 में बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा। 1992 में वकार यूनुस और वसीम अकरम पर कोल्ड ड्रिंक के ढक्कन से बॉल को खुरदने का आरोप लगा था। आरोप साबित नहीं हुआ। 2000 में अजहर महमूद और मोईन खान की मैच फीस काटी गई थी। 2010 में अफरीदी पर 2 टी-20 मैचों का बैन लगाया गया था।
टीम इंडिया पर 2001 में बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा था। साउथ अफ्रीका की टीम पोर्ट एलिजाबेथ में इंडिया से खेल रही थी। इस दौरान सचिन पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा और साथ ही एक मैच का बैन भी, लेकिन आरोप साबित नहीं हुआ और बैन हटा लिया गया।
इसके बाद 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में राहुल द्रविड़ पर गेंद पर जेली लगाने का आरोप लगाया गया और उन पर जुर्माना भी लगाया गया।
सचिन तेंदुलकर की वो फोटो, जिसकी वजह से उन पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा।
3. ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ ने छोड़ी थी कप्तानी
2018 में ऑस्ट्रेलिया की टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच खेल रही थी। ऑस्ट्रेलिया मेहमान टीम थी। इस दौरान कंगारू बल्लेबाज जेम्स कैमरून बेनक्राफ्ट पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगाया गया था। आरोप था कि बेनक्राफ्ट गेंद को टेप से रगड़ रहे हैं। इसके बाद स्टीव स्मिथ ने कप्तानी छोड़ दी थी। इस केस में अभी ICC का फैसला नहीं आया है।
स्टीव स्मिथ बॉल टेम्परिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में माफी मांगते समय रो दिए थे।
बॉल टेम्परिंग क्या है?
क्रिकेट बॉल का आकार और सीम नाखून से बिगाड़ना, वैसलीन लगाना, क्रिकेट मैदान पर गेंद को रगड़कर उसकी सतह को खराब करना, टेप या खुरदुरी चीज से बॉल की सतह को रगड़ना बॉल टेम्परिंग कहलाता है।
बॉल टेम्परिंग पर सजा क्या?
बॉल टेम्परिंग क्रिकेट में अपराध है। इसका दोषी पाए जाने पर क्रिकेटर पर मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया जा सकता है। प्लेयर को 4 निगेटिव पॉइंट दिए जा सकते हैं। इसके अलावा उस पर 1-2 मैच का बैन लगाया जा सकता है।
बॉल टेम्परिंग से कैसे फायदा उठाते हैं क्रिकेटर्स?
स्वाभाविक तौर पर रिवर्स स्विंग 45-50 ओवर के बाद होती है, लेकिन बॉल टेम्परिंग के चलते गेंदबाज जल्द ही ये रिवर्स स्विंग हासिल कर सकते हैं। गेंद की एक सतह खुरदुरी या खराब हो जाने पर गेंद हवा में रिवर्स स्विंग होने लगती है। ये बॉल खेलने में बैटर्स को काफी दिक्कत आती है।
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