भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष से पुलिस करेगी 11 लाख की वसूली:प्रदर्शन करने टंकी पर चढ़े थे, समझाइश के लिए IPS-RPS पहुंचे थे; विभाग का खर्चा भरने के आदेश
बीकानेर

अपने भांजे के साथ प्रदर्शन करने टंकी पर चढ़े भीम सेना के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र नौसरिया से बीकानेर पुलिस 11 लाख 32 हजार 119 रुपए वसूलेगी। इसके लिए बीकानेर SP तेजस्वनी गौतम ने आदेश जारी किए हैं।नौसरिया श्रीडूंगरगढ़ थाने में उनके द्वारा दिए परिवाद पर मुकदमा दर्ज करने और खुद के खिलाफ झूठे मुकदमे को हटाने की मांग लेकर टंकी पर चढ़े थे। अब 13 दिन बाद पुलिस की ओर से 9 घंटे उनकी सुरक्षा में लगाए पुलिसकर्मियों और विभागीय खर्चे की वसूली का आदेश दिया है।
मामला बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ थाना इलाके का है।

बीकानेर SP की ओर से यह आदेश आज राजेंद्र के घर पर लगाया गया।
23 जून को भांजे के साथ टंकी पर चढ़े थे
23 जून को भीम सेना के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र नौसरिया अपने भांजे सुखराम के साथ यहां स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। उन्होंने उनके ओर से दिए गए परिवाद पर मुकदमा दर्ज करवाने और उनके खिलाफ झूठे मुकदमे हटाने की मांग रखी थी। उन्होंने करीब 9 घंटे तक प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस प्रशासन यहां समझाइश के लिए पहुंचा था।
उस दौरान राजेंद्र ने कहा था कि पुलिस हम पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी। वरना हमारी जगह फिर कोई और टंकी पर चढ़ेगा। पुलिस आश्वासन दिया, उसके बाद वह और भांजा सुखराम नीचे उतरे थे।

23 जून को राजेंद्र मुकदमे हटाने और केस दर्ज करने को लेकर टंकी पर चढ़े थे।
15 सिपाही समेत प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे
श्रीडूंगरगढ़ SHO इंद्रकुमार के अनुसार, 23 जून को राजेंद्र नौसरिया और उनके भांजे सुखराम के टंकी पर चढ़ने की सूचना मिली थी। इसके बाद श्रीडूंगरगढ़ थाना SI मलकियत सिंह पुलिस जाब्ते के साथ पहुंचे। इसके बाद मजिस्ट्रेट तहसीलदार चौधरी राजवीर कड़वासरा, एसडीएम उमा मित्तल, सीओ निकेत पारीक, एडिशनल एसपी (ग्रामीण) प्यारेलाल श्योराण समेत 15 सिपाही तैनात रहे थे। राजेंद्र के परिजनों के साथ बात करने के बाद और उनके ओर से परिवाद पर मुकदमा दर्ज करने की सहमति दी थी।
इस मामले में आज राजेंद्र नौसरिया के घर पर भी नोटिस चस्पा किया गया है।

राजेंद्र नौसरिया और उनके भांजे सुखराम 9 घंटे बाद उतरे थे।
पुलिस अधिकारियों पर खर्च की रिपोर्ट बनाई
घटनाक्रम के 10 दिन बाद पुलिस ने भीम सेना के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र नौसरिया पर जुर्माना लगाया है। उन्हें टंकी से उतारने के लिए करीब 9 घंटे तक आईपीएस और आरपीएस लेवल के अधिकारी मौके पर गए थे। इसके बाद बीकानेर पुलिस ने एक रिपोर्ट तैयार की। जिसमें टंकी से नीचे उतारने में कितने पुलिसकर्मियों को लगाया गया और इस मामले में कितना खर्च हुआ। इसका लेखा-जोखा तैयार किया गया। इन सभी अधिकारियों के खर्च पर 11 लाख 32 हजार 119 रुपए की वसूली के आदेश हैं।

पुलिस ने उनके परिजनों से बात कर समझाइश जारी रखी थी।
सरकार ने दिया था प्रदर्शनकारियों को बिल देने का निर्देश
राज्य सरकार ने पिछले दिनों एक आदेश जारी करके पुलिस को ऐसे प्रदर्शनकारियों को बिल देने के निर्देश दिए थे। एसपी तेजस्वनी गौतम ने इस आदेश के तहत ही वसूली के निर्देश दिए थे। थानाधिकारी इंद्र कुमार ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को इस तरह के बिल आगे भी मिलते रहेंगे।

सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन के साथ ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई थी।
कुल 71 अधिकारी-कर्मचारी जाब्ते में
जिस दिन राजेंद्र टंकी पर चढ़ा था, उस दिन उसे बचाने के लिए 71 पुलिसकर्मी जाब्ते के रूप में मौके पर पहुंचे थे। जिसमें आईपीएस प्यारेलाल शिवरान, आरपीएस निकेत पारीक सहित 69 पुलिस निरीक्षक, उप निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक और कांस्टेबल स्तर के पुलिसकर्मी थे। इन सभी का एक दिन का वेतन व अन्य खर्च मिलाकर 11 लाख 32 हजार रुपए का बिल बनाया गया है। एसपी ने श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी को नोटिस दिया था और थानेदार ने अपने स्तर पर नोटिस तैयार करके उसके घर पर चस्पा कर दिया।
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