जालोर: सेकंड ग्रेड शिक्षक उदाराम व उसका पड़ोसी भजनलाल को एसओजी गिरफ्तार कर चुकी है. बहुचर्चित रीट पेपर लीक के मामले में सीधे तौर पर जालोर का कनेक्शन भी सामने आया है. चितलवाना थाना क्षेत्र के रणोदर गांव निवासी सेकंड ग्रेड शिक्षक उदाराम विश्नोई सवा दो करोड़ की पहली किश्त से रीट का पेपर खरीद कर गांव के ही पड़ोसी भजनलाल व एक अन्य को दिया था. आरोपी भजनलाल आरोपी उदाराम का पड़ोसी होने के साथ ही बचपन का दोस्त भी है.आरोपी उदाराम पहले भी कई परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले में आरोपी रह चुका है. 2015 में भी जोधपुर में पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिस पर शिक्षा विभाग ने निलंबित भी कर दिया था लेकिन वापस बहाल होकर उदाराम नौकरी कर रहा था. आरोपी उदाराम विश्नोई जिले में ही सेकंड ग्रेड शिक्षक के तौर पर सरकारी स्कूल में कार्यरत था. वहीं आरोपी भजनलाल आरोपी उदाराम का पड़ोसी है जिसे उदाराम ने पेपर खरीद कर दिया था हाल में दोनों आरोपी एसओजी की गिरफ्त में हैं.
परीक्षा के पेपर लीक मामलों को लेकर जालोर शुरू से ही सुर्खियों में रहा:
परीक्षा के पेपर लीक मामलों को लेकर जालोर शुरू से ही सुर्खियों में रहा है. कहीं पेपर लीक के मामलों में मास्टरमाइंड आरोपी भी जिले के ही निकल चुके हैं. ऐसे में अब कई परीक्षाओं के सेंटर भी सरकार ने जालोर जिले में देना बंद कर दिया हैं. अब रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में भी जालोर का सीधे तौर पर कनेक्शन होने के साथ ही जिले के दो आरोपी एसओजी की गिरफ्त में है.
उदाराम का परिवार अभी भी बीपीएल में चयनित:
उदाराम सेकंड ग्रेड शिक्षक की नौकरी करते हुए सांचोर में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था. वहीं उदाराम के पिता और अन्य परिवार के सदस्य गांव में रहते हैं. परिवार के सदस्यों ने बताया कि पिछले 1 साल से उदाराम से कोई संपर्क नहीं हुआ. उदाराम के भाई और पिता ने बताया कि उदाराम के कारनामों की उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उदाराम का परिवार अभी भी बीपीएल में चयनित है और परिवार में पिता और भाई खेती से अपना गुजारा चला रहे हैं लेकिन उदाराम पेपर लीक मामले में आरोपी होने के साथ ही सवा दो करोड़ रुपए की पहली किस्त में रीट परीक्षा का पेपर भी खरीदने का आरोपी है. जो अब एसओजी की गिरफ्त में है और एसओजी उदाराम से जुड़े हर पहलू के साथ जांच कर रही है.
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