राजस्थान यूनिवर्सिटी के स्विमिंग पूल में डूबा छात्र, मौत:साढ़े तीन फीट की गहराई में था; परिजन बोले- इतने कम पानी में कैसे डूब गया
जयपुर
जयपुर में राजस्थान यूनिवर्सिटी के स्विमिंग पूल में गुरुवार शाम डूबने से एक स्टूडेंट की मौत हो गई। जहां छात्र डूबा, वहां सिर्फ साढ़े तीन फीट पानी था। घटना के बाद मृतक के परिजन ने पूरे मामले की जांच की मांग की है। मृतक के भाई का कहना है कि इतने कम पानी में वह कैसे डूब सकता है।
जानकारी के अनुसार, मृतक विकास यादव (21) पुत्र राज मोहन नीमकाथाना का रहने वाला था। वह राजस्थान यूनिवर्सिटी के अंबेडकर हॉस्टल में रहकर फिजिक्स डिपार्टमेंट से पीजी कर रहा था। पिछले दो महीने से साथियों के साथ राजस्थान यूनिवर्सिटी के स्विमिंग पूल में शाम 5 से 5:45 के बैच में जाता था। स्विमिंग करते हुए गुरुवार शाम अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह पूल में डूब गया।
गांधी नगर SHO उदय ने बताया- शव को एसएमएस हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारण पता चल सकेगा।
घटना के बाद राजस्थान यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा सवाई मानसिंह हॉस्पिटल पहुंची।
विकास के दोस्त मोहित कुमार ने बताया- आज हम सब शाम 5 बजे वाले बैच में पूल के शुरुआती हिस्से में थे। यहां गहराई करीब साढ़े तीन फीट है। सब स्विमिंग कर रहे थे। वह कुछ दूरी पर था। अचानक उसे चक्कर आए या बीपी की परेशानी हुई और वह पानी के अंदर चला गया। हमने तुरंत इसकी सूचना पूल स्टाफ को दी। इसके बाद हमने और स्टाफ ने तुरंत विकास को पानी से निकाला।
साढ़े तीन फीट गहराई वाले हिस्से में स्विमिंग कर रहा था
राजस्थान यूनिवर्सिटी के स्विमिंग पूल के कोच विजय बिश्नोई ने बताया- अचानक मुझे स्टूडेंट्स ने आवाज लगाई और बताया कि विकास बेहोश हो गया है। इसके बाद साढ़े तीन फीट की गहराई से विशाल को बाहर निकाला। उसे होश में लाने की कोशिश की। तब तक उसकी सांस चल रही थी। इसके लिए मैंने उसे प्राथमिक उपचार दिया। विकास होश में नहीं आया। मैं यूनिवर्सिटी के कुछ स्टूडेंट के साथ विकास को अपनी गाड़ी से लेकर सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचा। जहां डॉक्टर ने उसे प्राथमिक उपचार देने की कोशिश की। विकास की जान नहीं बच सकी। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
विकास के साथ मौजूद युवकों ने घटना की जानकारी यूनिवर्सिटी प्रशासन को दी।
भाई बोला- इतने कम पानी में कैसे डूब गया
विकास के भाई कृष्ण कुमार ने कहा- आज राजस्थान यूनिवर्सिटी के स्विमिंग पूल में मेरे भाई की मौत हुई है। उसके कुछ साथी बता रहे हैं कि साढ़े तीन फीट में विकास अच्छे से खड़ा था। ऐसे में अचानक ऐसा क्या हुआ कि मेरा भाई इतने कम पानी में डूब कर मर गया। ऐसे में इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। तभी हकीकत का पता चल सकेगा।
जरूरत पड़ी तो जांच करवाएंगे
राजस्थान यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने कहा कि विकास यादव की मौत दुखद घटना है। जिसकी क्षतिपूर्ति करना संभव नहीं है। कल विकास की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आएगी। उसके बाद ही इस मामले पर भविष्य में क्या करना है, इसको लेकर अंतिम फैसला किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो इस पूरे मामले की जांच भी करवाई जाएगी।
यूनिवर्सिटी प्रशासन बोल रहा झूठ
NSUI के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश भाटी ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन झूठ बोल रहा है। विकास की गहराई में डूबने से मौत हुई है। उस वक्त वहां कोई भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था।
भाटी ने कहा कि स्विमिंग पूल में हर दिन बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स और आम लोग पहुंचते हैं। बावजूद इसके यहां सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगाए गए। इससे यूनिवर्सिटी प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आती है।
वहीं, विकास की मौत शाम को होने के बावजूद आज पोस्टमॉर्टम नहीं करवाया गया। यह भी एक संदेह पैदा करता है कि आखिर पोस्टमॉर्टम में इतनी देरी क्यों की जा रही है।
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