राजस्थान की राजधानी जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या करने वाले बदमाश अभी तक फरार हैं। पुलिस ने दोनों बदमाशों रोहित राठौड़ और नितिन फौजी पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस की टीमें बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रहीं हैं, लेकिन हत्यारे अब पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
इधर, हत्या के बाद दोनों शूटर रोहित और नितिन जिस कार से फरार हुए थे उसके चालक योगेश शर्मा का बयान सामने आया है। अपने एक बयान में योगेश ने कहा है कि मेरी पत्नी का डीडवाना के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। पांच दिसंबर की रात मैं अस्पताल में ही थी। उस दौरान मेरे दोस्त बिट्टू का कॉल आया और उसने दो सवारियों को सुजानगढ़ छोड़ने के लिए कहा, जिस पर मैं तैयार हो गया। पत्नी को अस्पताल से घर छोड़ने के बाद मैं पेट्रोल पंप पर पहुंचा, जहां मुझे दोनों लड़के (नितिन और रोहित) मिले। उन्होंने मुझे 1500 रुपये दिए और कार में बैठ गए।
रात करीब 9 बजे उन्हें लेकर मैं सुजानगढ़ की ओर रवाना हो गया। रास्ते में उन्होंने मुझे हिसार छोड़ने के लिए कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया। रात 9:30 बजे के करीब हम सुजानगढ़ बस स्टैंड पहुंचे। जहां वे एक निजी बस में सवार हो गए। रास्ते हुई बातचीत में वे सामान्य लग रहे थे। लेकिन, अगले दिन राजस्थान बंद की खबरें आईं, मैंने न्यूज में देखा तो पता चला कि दोनों युवक वहीं थे जिन्हें मैंने रात को सुजानगढ़ छोड़ा था।
एक शूटर फौजी, दूसरा फौजी का बेटा
सुखदेव हत्याकांड में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये भी है एक शूटर नितिन फौजी है। वह हिरयाणा के महेंद्रगढ़ के दोगड़ा जाट गांव का रहने वाला है। उसके पिता कृष्ण कुमार भी सेना में रह चुके हैं और उसका बड़ा भी सेना में है। नितिन करीब पांच साल पहले सेना में भर्ती हुआ था। एक साल पहले उसकी पोस्टिंग बहरोड़ में हुई थी। 8 नवंबर को वह दो दिन की छुट्टी पर गांव आया था, अगले दिन घर से चला गया। इसके बाद नितिन वापस घर नहीं पहुंचा। सुखदेव को गोली मारने के बाद उसकी तस्वीर सामने आई तो घर वाले भी हैरान रह गए।
वहीं, दूसरे शूटर रोहित के पिता गिरधारी सिंह राठौड़ भी सेना में रह चुके हैं। डेढ़ साल पहले उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। शूटर रोहित पर नाबालिग से दुष्कर्म करने और आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है। तीन साल पहले दुष्कर्म के मामले में रोहित जमानत पर छूटा था। रोहित का परिवार कई साल से जयपुर में झोटवाड़ा के जसवंत नगर में रह रहा है। घर पर सिर्फ उसकी मां थीं, सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने उन्हें कहीं और भेज दिया है। इससे पहले उनसे रोहित के बारे में पूछताछ भी की जा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि पांच दिसंबर की दोपहर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की बदमाशों ने उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद से राजस्थान में तनाव के हालात हो गए थे। मंगलवार शाम तक प्रदेश के कई शहरों से प्रदर्शन की खबरें सामने आने लगी थीं। मामला इतना बढ़ा थी बुधवार को राजस्थान बंद रहा। कई जिलो में विरोध- प्रदर्शन हुए। देर रात मांगों पर सहमति बनने के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए। अगले दिन गुरुवार सुबह जयपुर से सुखदेव की अंतिम यात्रा शुरू हुई और फिर उनके पैतृक गांव पहुंची। शाम पांच के करीब सुखदेव का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए।
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