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“THE GAME CHANGER PRIME MINISTER MODI” केंद्र ने कर्नाटक DGP को CBI डायरेक्टर बनाया:चुनाव नतीजों के अगले दिन आदेश जारी, दो महीने पहले शिवकुमार ने उन्हें नालायक कहा था

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दिल्ली से साहिल पठान कि रिपोर्ट

केंद्र ने कर्नाटक DGP को CBI डायरेक्टर बनाया:चुनाव नतीजों के अगले दिन आदेश जारी, दो महीने पहले शिवकुमार ने उन्हें नालायक कहा था

प्रवीण सूद 1986 बैच के IPS अधिकारी हैं। डीके शिवकुमार ने सूद पर भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप लगाया था। - Dainik Bhaskar

प्रवीण सूद 1986 बैच के IPS अधिकारी हैं। डीके शिवकुमार ने सूद पर भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप लगाया था।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के अगले दिन राज्य के DGP प्रवीण सूद को CBI का नया डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। केंद्र सरकार ने रविवार को उनकी नियुक्ति का आदेश जारी किया।

1986 बैच के IPS अधिकारी सूद दो साल तक इस पद पर रहेंगे। वे मई 2024 में रिटायर हो रहे हैं, लेकिन इस नियुक्ति के साथ ही उनका कार्यकाल मई 2025 तक बढ़ गया है। CBI के मौजूदा डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल 25 मई को समाप्त हो रहा है। इसी दिन सूद जॉइन कर सकते हैं।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले 14 मार्च को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने उन्हें नालायक कहा था। शिवकुमार ने कहा था कि हमारे DGP इस पद के लायक नहीं हैं। वह तीन साल से DGP हैं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करते हैं। उनके खिलाफ FIR होनी चाहिए।

शिवकुमार ने आरोप लगाया था कि सूद ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर 25 केस दर्ज किए, लेकिन भाजपा नेताओं पर एक भी केस दर्ज नहीं किया। हमने चुनाव आयोग से भी शिकायत की है। उन्होंने प्रवीण सूद की गिरफ्तारी की मांग की थी। शिवकुमार ने कहा था कि चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनी तो सूद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

PM मोदी और CJI ने लगाई मुहर
शनिवार की शाम PM मोदी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवीई चंद्रचूड़ और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी के बीच एक मीटिंग हुई थी। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में CBI डायरेक्टर के पद के लिए तीन IPS अधिकारियों का चयन किया गया था। PM मोदी और CJI डीवीई चंद्रचूड़ ने प्रवीण सूद के नाम पर मुहर लगाई। सूद के नाम पर अधीर रंजन चौधरी को ऐतराज था।

प्रवीण सूद हिमाचल के हैं, 22 साल की उम्र में IPS बने

प्रवीण सूद 2020 में कर्नाटक के DGP बनाए गए। पत्नी और बेटी आशिता के साथ।

प्रवीण सूद 2020 में कर्नाटक के DGP बनाए गए। पत्नी और बेटी आशिता के साथ।

प्रवीण सूद हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले हैं। उनके पिता ओम प्रकाश सूद दिल्ली सरकार में क्लर्क थे, जबकि मां कमलेश सूद दिल्ली के सरकारी स्कूल की टीचर थीं। सूद की स्कूलिंग दिल्ली के सरकारी स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने IIT दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी टेक किया।

1986 में वे 22 साल की उम्र में IPS बने। उन्हें कर्नाटक कैडर मिला। सर्विस के दौरान ही उन्होंने IIM बेंगलुरु से पब्लिक पुलिस मैनेजमेंट में MBA पूरा किया। पुलिस सर्विस के शुरुआती दौर में वे बेल्लारी और रायचुर में SP रहे। इसके अलावा बेंगलुरु और मैसूरु में वे DCP भी रहे।

सूद को 1996 में CM की ओर से गोल्ड मेडल मिल चुका है। इसके अलावा 2002 में पुलिस पदक और 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति की तरफ से पुलिस पदक दिया गया था। जून 2020 में प्रवीण सूद कर्नाटक के DGP बनाए गए थे।

बेटी आशिता ने क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से शादी की

आशिता सूद ने क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से 2018 में सगाई की और 2022 में शादी कर ली।

आशिता सूद ने क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से 2018 में सगाई की और 2022 में शादी कर ली।

प्रवीण सूद की पत्नी विनीता सूद सोशल आंत्रप्रेन्योर हैं। दो बेटियां हैं। एक बेटी आशिता सूद लॉ में पॉस्ट ग्रेजुएट हैं। आशिता ने क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से 2018 में सगाई की और 2022 में शादी कर ली। मयंक अग्रवाल बेंगलुरु के रहने वाले हैं। वे घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक के लिए खेलते हैं। मौजूदा IPL सीजन में वे सनराइजर्स हैदराबाद की टीम से खेल रहे हैं। मयंक ने टीम इंडिया के लिए 21 टेस्ट मैचों में 1488 रन और पांच वनडे मैचों में 86 रन बनाए हैं।

CBI डायरेक्टर का सिलेक्शन प्रोसेस
CBI डायरेक्टर के सिलेक्शन के लिए प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और लोकसभा में विपक्ष के नेता की मीटिंग में नाम फाइनल होता है। इसके बाद गृह मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (DOPT) आदेश जारी करता है।

13 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर सिलेक्शन कमेटी की मीटिंग हुई थी। इसमें CJI डीवाई चंद्रचूड़, और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल हुए थे। इसके बाद तीन नाम शॉर्टलिस्ट किए गए थे। इसमें सूद के अलावा मध्य प्रदेश के DGP सुधीर सक्सेना और सीनियर IPS ताज हासन का नाम शामिल था। आखिरकार सूद के नाम पर सहमति बनी।

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