बीकानेर, 31 अक्टूबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने निर्देश दिए हैं कि शादी एवं त्योहार के सीजन को देखते हुए खाद्य सुरक्षा से जुड़े अधिकारी नियमित रूप से फील्ड विजिट कर निरीक्षण करें और सेम्पलिंग बढ़ाएं। मिलावट पाये जाने पर फूड सेफ्टी एक्ट के तहत प्रभावी कार्रवाई भी सुनिश्चित करें। उल्लेखनीय है कि बीकानेर जिला खाद्य सुरक्षा में राज्य स्तर पर चौथे स्थान पर रहा है।
श्रीमती सिंह मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण से जुड़े राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने व प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए नमूनों की समय पर जांच हो तथा गड़बड़ी पाये जाने पर पुख्ता कार्रवाई की जाए। डिकॉय ऑपरेशन करें, आदतन मिलावटखोरों के लाइसेंस निरस्त करें। यह सुनिश्चित करें कि खाद्य पदार्थों के पैकेट आदि पर मैन्यूफेक्चरिंग एवं एक्सपायरी डेट आवश्यक रूप से अंकित हो। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जनसहभागिता बढ़ाते हुए मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब का अधिकतम उपयोग करने पर बल दिया। उन्होंने औषधि नियंत्रण अधिकारियों को निर्देश दिए कि दवाओं की जांच एवं परीक्षण के लिए नियमित रूप से नमूने लें और नकली दवाओं से संबंधित शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करें। एनडीपीएस दवाओं की जांच विशेष रूप से करें और इनका अवैध क्रय-विक्रय पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई करें।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त श्री शिवप्रसाद नकाते ने कहा कि लोगों में खान-पान की शुद्धता एवं गुणवत्ता को लेकर स्कूलों, कॉलेजों आदि में हैल्थ क्लब शुरू किए जाएंगे। साथ ही मोबाइल खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं का एमएफडब्ल्यू पोर्टल पर पंजीकरण किया जाएगा। उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा निरीक्षण का शेड्यूल निर्धारित करने एवं रेन्डम सेम्पलिंग के कार्यों की प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये।
बैठक में अतिरिक्त आयुक्त खाद्य सुरक्षा श्री दुर्गा शंकर सैनी, संयुक्त आयुक्त खाद्य सुरक्षा डॉ. एसएन धौलपुरिया, औषधि नियंत्रक श्री राजाराम शर्मा एवं श्री अजय पाठक, राज्य केन्द्रीय जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला के मुख्य खाद्य विश्लेषक, जिला स्तर से आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता, खाद्य सुरक्षा अधिकारी भानूप्रताप सिंह गहलोत, श्रवण कुमार वर्मा, राकेश गोदारा, सुरेंद्र कुमार, अतिरिक्त औषधि नियंत्रक देवेंद्र केदावत, जिला लेखा प्रबंधक राजेश सिंगोदिया डीपीसी मालकोश आचार्य, खाद्य एनालिस्ट इंद्रजीत सिंह अरेतिया व औषधि नियंत्रण अधिकारी मौजूद रहे।
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