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अमेरिका का F35 परमाणु हथियार से हुआ लैस, पांचवीं पीढ़ी का पहला जेट, रूस, चीन और किम जोंग की बढ़ी टेंशन

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अमेरिका का F35 परमाणु हथियार से हुआ लैस, पांचवीं पीढ़ी का पहला जेट, रूस, चीन और किम जोंग की बढ़ी टेंशन

US F35 Jet: अमेरिका को परमाणु युद्ध के लिए एक बड़ी ताकत मिली है। अमेरिका ने अपने सबसे घातक फाइटर जेट एफ35 को परमाणु हथियारों से लैस कर दिया है। यानी अब यह फाइटर जेट पारंपरिक युद्ध के साथ-साथ परमाणु युद्ध में भी काम आ सकेगा। पांचवीं पीढ़ी का यह पहला विमान है, जिसके पास ऐसी क्षमता है।

हाइलाइट्स

  • अमेरिका के एफ-35ए जेट को बड़ी कामयाबी मिली है
  • अमेरिका का एफ-35 अब परमाणु हथियार ले जा सकता है
  • पांचवीं पीढ़ी का यह पहला विमान है जिसके पास ऐसी क्षमता है
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अमेरिका का एफ-35 अब परमाणु हथियार ले जा सकता है।

वॉशिंगटन: अमेरिका के पास सबसे घातक फाइटर जेट एफ 35 है। लेकिन अब यह और भी घातक हो गया है। F-35A लाइटनिंग II स्टील्थ लड़ाकू विमान अब B61-12 परमाणु हथियार भी ले जा सकते हैं। 12 अक्टूबर 2023 को इन्हें परमाणु हथियारों को दागने की क्षमता रखने वाले विमान के रूप में प्रमाणित किया गया। एफ-35 के संयुक्त कार्यक्रम ऑफिस (JPO) की ओर से शुक्रवार को जारी की गई। JPO के प्रवक्ता रस गोएमेरे ने इसके महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। F35A इतिहास में पांचवीं पीढ़ी का पहला परमाणु सक्षम लड़ाकू विमान बन गया है। इसके अलावा 1990 के दशक की शुरुआत के बाद यह इस मुकाम को हासिल करने वाला पहला विमान है।’

अभी तक एफ-35 को पारंपरिक युद्ध के लिए सबसे अच्छा माना जाता था। लेकिन इस कामयाबी के बाद अब यह परमाणु युद्ध में भी काम आ सकेगा। उन्होंने कहा कि यह डेवलपमेंट सिर्फ अमेरिका की सैन्य क्षमताओं को मजबूत नहीं करता। बल्कि पूरे नाटो ब्लॉक की ताकत इससे बढ़ेगी। एफ-35ए दो B61-12 परमाणु हथियार को अपने अंदर ले जा सकते हैं। ग्राउंड-स्कैनिंग सेंसर और डेटालिंक के जरिए यह टार्गेट पर सटीक निशाना लगा सकते हैं। B61 बम गिराने वाले विमानों की तुलना में यह ज्यादा सटीक होगा।

यूरोप नए विमान से होगा लैस?

अभी के लिए सिर्फ अमेरिकी वायुसेना की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले एफ-35ए को सर्टिफिकेट दिया गया है। मरीन कॉर्प्स के एफ-35बी और एफ 35सी विमान वाहक लैंडिंग क्षमताओं के कारण परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने में असमर्थ हैं। गोएमेरे ने नाटो के लिए इस नई क्षमता के लाभ को बताया। उन्होंने नीदरलैंड, बेल्जियम और इटली जैसे कुछ यूरोपीय देशों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले एफ 35 में इस क्षमता को लैस करने की ओर इशारा किया। इन देशों के पास वर्तमान में B61-12 परमाणु हथियार हैं।

रूस-उत्तर कोरिया के लिए टेंशन

गोएमेरे ने कहा कि प्रमाणन का मतलब है कि बी61-12 क्षमता का विकास पूरा हो गया है। यह एक दशक से ज्यादा के गहन प्रयास के बाद यह कामयाबी मिली है। अमेरिकी वायुसेना के पास सामरिक परमाणु हथियार दुश्मन पर गिराने की क्षमता है। रूस और उत्तर कोरिया जैसे देशों के लिए यह टेंशन की बात है। बी-61 एक अपडेट परमाणु हथियार है। इसकी क्षमता कम से कम 0.3 किलोटन से अधिकतम 50 किलोटन तक की है। तुलना के लिए जापान के हिरोशिमा पर गिराया गया परमाणु बम 15 किलोटन की क्षमता वाला था।

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