सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने कलेक्टर, एसपी के साथ मीटिंग कर अवैध बूचड़खानों को जल्द हटाने के आदेश दिए।
टोंक शहर में लंबे समय से चल रहे अवैध बूच़डखानों को हटाने के लिए कार्रवाई करने को लेकर सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने मंगलवार को कलेक्टर ओमप्रकाश बैरवा, एसपी राजर्षि राज वर्मा के साथ मीटिंग ली। इस दौरान सांसद जौनपुरिया ने टोंक में चल रहे अवैध बूचड़खानों को तुरंत प्रभाव से जेसीबी से तोड़ने व उनके संचालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर को लिखित में आदेश दिए।
लोगों की मुहिम लाई रंग
ज्ञात रहे कि भाजपा सरकार आते ही टोंक शहर में चल रहे दो दर्जन से अधिक बूचड़खानों को हटाने के लिए शहर के कई लोगों ने मुहिम शुरु की है। इसे लेकर एक समिति भी बनाई है। उस समिति ने कलेक्टर समेत सांसद से भी इन बूचड़खानों को हटाने की मांग की थी। समिति संयोजक विष्णु गुप्ता ने टोंक हाईवे पर चल रहे बड़ी संख्या में अवैध बूचड़खाने व टोंक शहर में अन्य जगहों पर चल रहे बूचड़खानों को बंद करने के लिए कोर्ट के आदेशों की कॉपी सुखबीर सिंह जौनपुरिया को दी थी।
अवैध बूचड़खाने हटाओ समिति के पदाधिकारी रहे मौजूद
इसे गंभीरता से लेते हुए सांसद जौनपुरिया ने मंगलवार को टोंक जिला कलेक्टर व टोंक एसपी के साथ एक मीटिंग ली। इनके साथ अवैध बूचड़खाने हटाओ समिति के संयोजक विष्णु गुप्ता, समिति के प्रवक्ता दुर्गेश गुप्ता व समिति से जुड़े हुए वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रम जैन, दुर्गा शंकर शर्माज़ जिला प्रमुख सरोज बंसल, जिला अध्यक्ष राजेंद्र पराणा, पूर्व सभापति लक्ष्मी जैन, युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री चंद्रवीर सिंह चौहान, जिला महामंत्री प्रभु बाड़ोलिया, जिला महामंत्री विष्णु शर्मा भी मौजूद रहे।
जेसीबी से तोड़े जाएंगे अवैध बूचड़खाने
समिति प्रवक्ता दुर्गेश गुप्ता ने बताया कि मीटिंग के दौरान सांसद जौनपुरिया ने कलेक्टर को एक लिखित में आदेश दिया, जिसमें कहा गया कि टोंक शहर में चल रहे अवैध बूचड़खानों को तुरंत प्रभाव से जेसीबी ध्वस्त कर हटाया जाए। नेशनल हाईवे जहां बड़ी संख्या में अवैध बूचड़खाने चल रहे हैं उनके आसपास उगे हुए बंबूलों को हटाने के लिए व स्थाई पुलिस चौकी खोलने व अवैध काम कर रहे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। गुप्ता ने कहा कि टोंक शहर से बड़ी संख्या में अवैध मांस की तस्करी हो रही है। उनमें इन अवैध बूचड़खानों की बहुत बड़ी भूमिका है। इन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
आसपास के भवन मालिकों से लिया था शपथ पत्र
जिलाध्यक्ष राजेंद्र पराणा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नगर परिषद द्वारा चल रहे बूचड़खाने को सील किया गया था और उनके आसपास बने हुए भवन मालिकों से भी यह शपथ पत्र लिया गया था कि उनके भवनों के आसपास में अगर पशुओं की हड्डियां, खाल व अपशिष्ट पदार्थ पाए जाते हैं तो उन्हें अवैध बूचड़खाने चलाने की गतिविधि में लिप्त माना जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके बावजूद वहां मवेशियों के अवशेष जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम को मिले है।
जनता को मिलेगी राहत
पूर्व सभापति लक्ष्मी जैन ने कहा कि उनके सभापति रहते हुए बहुत हद तक इन बूचड़खानों पर अंकुश लगाया गया था, लेकिन गत 4 वर्षों से टोंक शहर में बड़ी संख्या में अवैध बूचड़खाने चल रहे हैं। समिति से जुड़े हुए वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रम जैन ने कहा कि टोंक शहर की जनता इन बूचड़खानों से त्रस्त है और नरकीय जीवन जी रही है। इन्हे तुरंत प्रभाव से हटाकर जनता को राहत दी जाए।
गैस गोदाम के पास भी अवैध बूचड़खाने
जिला प्रमुख सरोज बंसल ने प्रशासन को कहा कि टोंक शहर के साथ-साथ जिले में जहां-जहां भी यह अवैध बूचड़खाने चल रहे हैं उन पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करने को कहा। जिला महामंत्री प्रभु बाड़ोलिया व विष्णु शर्मा ने कलेक्टर को बताया कि धन्ना तलाई के पास गैस गोदाम के नजदीक भी अवैध बूचड़खाने चल रहे हैं, जिन पर भी कार्रवाई की जाए।
तुरंत की जाएगी कार्रवाई
सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने कहा कि राजस्थान में भजनलाल शर्मा की सरकार किसी भी अवैध कार्य को बर्दाश्त नहीं करेगी। इसलिए इन अवैध बूचड़खानों को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए।
इस पर टोंक कलेक्टर ओमप्रकाश बैरवा व जिला पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज वर्मा ने कहा कि प्रशासन इस विषय को लेकर बहुत गंभीर है। तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
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