आज ही के दिन पाकिस्तान से लौटे थे अभिनंदन:भारत की मिसाइलें तैनात थीं: क्रैश से वापसी तक, 58 घंटों में क्या-क्या हुआ
1 मार्च 2019 की शाम। सभी की निगाहें भारत-पाक के अटारी-वाघा बॉर्डर पर टिकी थीं। भारत ने रोजाना होने वाली बीटिंग रिट्रीट को भी रद्द कर दिया था। रात 8.45 बजे पाकिस्तान की तरफ विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की पहली झलक दिखाई थी। रात 9.21 बजे अभिनंदन ने भारत में कदम रखा। 58 घंटे पाकिस्तान की हिरासत में रहने के बाद उनके पहले शब्द थे- अपने देश में वापस आकर अच्छा लग रहा है।
आज इस घटना को ठीक 5 साल पूरे हो रहे हैं। इस स्टोरी में अभिनंदन वर्धमान के प्लेन के POK में क्रैश होने से वतन वापसी की पूरी कहानी; जब अभिनंदन 58 घंटे पाकिस्तान में थे तो उन्हें छुड़ाने के लिए पर्दे के पीछे क्या होता रहा…
पाक प्लेन का पीछा करते हुए POK में गिरे अभिनंदन
14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। देश के 40 जवान शहीद हो गए थे। उसके करीब दो हफ्ते बाद 26 फरवरी की रात को भारतीय वायुसेना के 12 मिराज विमानों ने LoC से 80 किमी अंदर पाकिस्तान में घुसकर जैश के आतंकी अड्डे को तबाह कर दिया।
इसके जवाब में अगले दिन 27 फरवरी को सुबह 9 बजकर 52 मिनट पर भारतीय वायु सेना के उत्तरी मुख्यालय ने ट्रैक किया कि पाकिस्तान से 10 F16 फाइटर जेट्स ने उड़ान भरी है।
8 मिनट बाद 10 बजे पाकिस्तान के ये विमान भारतीय सीमा में घुस चुके थे। भारत की ओर से तुरंत जमीन से जवाबी हमला शुरू हुआ तो 9 विमान पाकिस्तान लौट गए। 10 बजकर 02 मिनट पर एक F16 ने भारतीय सेना के ऑयल स्टोरेज को उड़ाने का प्रयास किया। इसका बचाव करने के लिए भारत की ओर से सुखोई और मिग-21 बाइसन मैदान में उतरे।
‘विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ए-रियल हीरो’, किताब लिखने वाले प्रह्लाद नारायण माथुर बताते हैं मिग-21 में विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान थे। F-16 और मिग-21 में डॉग फाइट हो रही थी। विमानों के बीच की फाइट को डॉग फाइट कहा जाता है। 10 बजकर 8 मिनट पर अभिनंदन ने F-16 का पीछा करते हुए F-16 को मार गिराया। हालांकि, बाद में मिग-21 भी क्रैश हो गया। अभिनंदन ने खुद को इजेक्ट किया और पैराशूट से नीचे आ गए।
POK में गांववालों ने अभिनंदन से मारपीट की थी। पाक सेना के जवान लहूलुहान अभिनंदन से वहीं पूछताछ कर रहे थे। जिनेवा संधि के अनुसार किसी सैनिक से इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।
दुश्मन से बचाने के लिए अभिनंदन ने सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स खा लिए
घायल अभिनंदन जमीन पर पड़े थे। इतने में उन्होंने शोर सुना। देखा तो कुछ गांव वाले आ रहे थे। उन्होंने पूछा ये भारत है या पाकिस्तान। गांव वालों ने कहा भारत है। अभिनंदन ने सच्चाई जानने के लिए कहा भारत माता की जय…जय हिंद, लेकिन गांव वालों ने कोई जवाब नहीं दिया।
फिर अभिनंदन ने पूछा ये भारत का कौन सा इलाका है। एक ग्रामीण ने कहा होरान गांव (POK) है। ये गांव भारतीय सीमा से सात किलोमीटर दूर था। अभिनंदन ने कहा मेरी पीठ में चोट लगी है। क्या मुझे थोड़ा पानी मिलेगा। ये सुनने के बाद कुछ गांववाले पाकिस्तानी आर्मी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। अभिनंदन ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर तान रखी थी। गांववाले अभिनंदन पर पत्थर बरसाने लगे।
अभिनंदन समझ गए कि वो पाक में हैं। उनके पास कुछ गोपनीय दस्तावेज और नक्शे थे। गांववाले पत्थर बरसा रहे थे। अभिनंदन ने हवा में फायर किया और बचने के लिए भागने लगे। गांववाले भी पीछा करने लगे। आधा किलोमीटर भागने के बाद अभिनंदन एक तालाब किनारे पहुंचे और दस्तावेजों को पानी में भिगाकर खराब कर दिया। कुछ दस्तावेज वे खुद खा गए, ताकि वे दुश्मन के हाथ नहीं लगें। गांववालों ने अभिनंदन को पकड़ लिया और मारपीट करने लगे।
इस दौरान किसी ने पाक आर्मी को खबर कर दी थी। पाक आर्मी के दो जवान या अफसर पहुंचे और वहीं पर उनसे पूछताछ करने लगे। जवानों ने पूछा आप कौन हैं? अभिनंदन ने कहा मैं विंग कमांडर अभिनंदन आईडी नंबर 27981। अभिनंदन की आंखें सूजी हुई थीं। चेहरे से खून बह रहा था। अभिनंदन की आंखें कपड़े से बांधकर उसे पाक जवान यूनिट ले आए।
आंखों पर पट्टी बांधकर अभिनंदन को लाया गया था। पाकिस्तान की तरफ से वीडियो वायरल किया गया था। आलोचना के बाद इस वीडियो बाद में हटा दिया गया था।
‘आई एम सॉरी मेजर, मैं आपके ये नहीं बता सकता’
हेडक्वार्टर में अभिनंदन से पूछताछ हुई। पूछताछ करने वाला पाक आर्मी का मेजर था।
उसने पूछा आप कौन सा विमान उड़ा रहे थे। अभिनंदन ने कहा मैं आपको नहीं बता सकता। आपको मलबा मिल गया होगा।
फिर वह पूछता है कि आपका क्या मिशन क्या था। तब भी अभिनंदन कहते हैं कि मैं आपको नहीं बता सकता।
लेकिन अभिनंदन सामान्य सवालों के जवाब देते हैं, जैसे वो शादीशुदा हैं। भारत के किस हिस्से में रहते हैं।
भारत और पाक सरकार के बीच डील राजदूतों के माध्यम से हो रही थी। तब पाकिस्तान में भारत के राजदूत अजय बिसारिया ने पाक से कह दिया था कि अभिनंदन को वापस करना होगा।
अभिनंदन का वीडियो देखते ही एक्टिव हुई भारत सरकार
इस दौरान होरान गांव के किसी ग्रामीण ने सोशल मीडिया पर अभिनंदन काे पकड़ने वाला वीडियो डाल दिया। कुछ ही मिनटों में ये वीडियो भारत में भी देखा गया। भारत को कन्फर्म हो गया कि अभिनंदन जिंदा हैं और वे पाकिस्तान आर्मी की कस्टडी में हैं।
थोड़ी ही देर में पाकिस्तान आर्मी ने भी एक वीडियो वायरल कर दिया। इसमें वो विंग कमांडर अभिनंदन से पूछताछ कर रहे थे। ये एक प्रोपेगेंडा वीडियो था, जो एडिटेड था। इसमें अभिनंदन के मार्फत शांति की अपील की गई थी। पाकिस्तान आर्मी की तारीफ की गई थी।
जिनेवा संधि के तहत किसी युद्ध बंदी को तंग नहीं किया जाना चाहिए। न ही डराया या धमकाया जाना चाहिए। युद्ध बंदी से सिर्फ उसका नाम, सेना में पद और यूनिट के बारे में पूछा जा सकता है। अभिनंदन का वीडियो वायरल होते ही भारत सरकार एक्टिव हो गई। तुरंत विदेश मंत्रालय ने एक्शन प्लान बनाया। पाकिस्तान को संदेश भिजवाया गया कि वो जिनेवा संधि के अनुसार अभिनंदन को वापस लौटाए।
उस समय पाकिस्तान में भारत के राजदूत रहे अजय बिसारिया के मुताबिक जब ये घटनाक्रम हुआ वे दिल्ली में थे। अभिनंदन मामले में दोनों देशों के बीच राजदूतों के माध्यम से ही बात हो रही थी। उन्होंने पाकिस्तान को संदेश भिजवाया कि अभिनंदन को कुछ हुआ तो ठीक नहीं होगा। भारत सरकार ने कई तरीकों से पाकिस्तान पर डिप्लोमैटिक दबाव बनाने की योजना बनाई। उधर पाकिस्तान इस मामले को संयुक्त राष्ट्र ले जाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन भारत की सख्ती के आगे वो ऐसा नहीं कर सका।
हमले की आशंका से रातभर P5 देशों के राजदूत मीटिंग करते रहे
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की घेराबंदी के लिए भारत में P5 देशों चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के राजदूतों को बुलाया। एक दिन में तीन-तीन बार इनसे बात की गई। इसका उद्देश्य ये था कि सीधे ये लोग ही पाकिस्तान पर दबाव बनाएं।
जब लगातार पाकिस्तान सरकार के पास अलग-अलग देशों की ओर से फोन जाने लगे तो पाकिस्तान दबाव में नजर आने लगा।
इधर अजय बिसारिया ने भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर और ब्रिटेन के राजदूत डोमिनिक एक्स्विथ ने पाकिस्तान में वहां के अमेरिका और ब्रिटेन के राजदूतों को बताया कि वो पाकिस्तान के वार्ताकारों को बता दें कि भारत झुकने के मूड में नहीं है। यदि उसे और गुस्सा दिलाया गया तो बात युद्ध तक पहुंच सकती है।
इस बीच चीन ने मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा। उसने कहा कि वो भारत और पाकिस्तान में अपना प्रतिनिधि भेजकर मामले को सुलझा सकता है। भारत ने इससे इनकार करते हुए कहा कि वो इसे डील करने में सक्षम हैं।
जंजुआ ने कहा कि भारत ने मिसाइलें तैनात कर दी हैं
27 फरवरी 2023 को शाम 4 बजे इस्लामाबाद में अमेरिकी ऐंबैसी में US, UK और फ्रांस के राजदूतों की मीटिंग बुलाई गई। मीटिंग में पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ भी थीं। सभी राजदूत जंजुआ को ये समझा रहे थे कि हालात ठीक नहीं हैं। अभिनंदन को न सौंपने पर क्या अंजाम होगा, इन संभावना पर चर्चा हो रही थी।
अचानक 5 बजकर 45 मिनट पर जंजुआ के पास एक नोट आया। इसे पढ़ने के बाद जंजुआ गंभीर हो गईं और बोलना बंद कर दिया। उन्होंने बताया कि पाक आर्मी ने नोट भेजा है कि भारत ने पाकिस्तान की तरफ मुंह करके 9 मिसाइल्स तैनात कर दी हैं। वो कभी भी हमला कर सकता है।
भारतीय वायु सेना भी युद्ध तैयार है। वो अपने पायलट के न छोड़े जाने पर तबाही मचा सकती है। पाक विदेश सचिव ने US, UK और फ्रांस के राजदूतों से कहा कि प्लीज ये बात आप अपने-अपने राष्ट्राध्यक्षों को बताएं ताकि भारत पर दबाव बनाया जा सके। उस रात P5 देशों की राजधानियों में रातभर दफ्तर खुले रहे। कोई भी इस तनाव से नींद नहीं ले पाया कि कहीं भारत युद्ध न छेड़ दे।
इस्लामाबाद में US दूतावास जहां US, UK और फ्रांस के राजदूतों की मीटिंग बुलाई गई थी।
आधी रात को इमरान ने फोन किया, मोदी ने बात नहीं की
अजय बिसारिया अपनी किताब ‘एंगर मैनेजमेंट: द ट्रबल डिप्लोमैटिक रिलेशनशिप बिटवीन इंडिया एंड पाकिस्तान’ में लिखते हैं कि आधी रात के आस-पास मुझे भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहेल महमूद का फोन आया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान आपके PM नरेंद्र मोदी से बात करना चाहते हैं। मैं ऊपर गया और देखा। इसके बाद मैंने जवाब दिया कि इस समय हमारे प्रधानमंत्री (मोदी) उपलब्ध नहीं हैं। यदि इमरान खान उन्हें कोई मैसेज देना चाहते हैं तो मुझे बता दीजिए मैं बता दूंगा। इसके बाद उस रात उनका कोई फोन नहीं आया।
उधर दिल्ली में अमेरिका और ब्रिटेन के राजदूत आधी रात को ही लौट आए। उन्होंने मुझे बताया कि पाकिस्तान आतंकवाद रोकने को लेकर गंभीर है। वे अभिनंदन को छोड़ने के लिए भी तैयार हैं। पाकिस्तान के PM खुद अभिनंदन की रिहाई का ऐलान करेंगे। इस तरह भारत की चारों तरफ से दबाव बनाने की रणनीति काम आई और पाकिस्तान हमारे पायलट को लौटाने को तैयार हो गया।
पाक विदेशी मंत्री ने कहा, खुदा के लिए पायलट को छोड़ दो
अभिनंदन को छोड़ने के निर्णय से पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने घंटेभर तक पाक आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा, कुछ सांसद और मंत्रियों से बंद कमरे में बात की थी। उनके लिए ये बेहद कठिन रात थी। इस मीटिंग में इमरान खान को भी बुलाया था। बाजवा और इमरान के बीच मनमुटाव शुरू हो चुका था।
यही कारण था कि इमरान बैठक में नहीं आए। एसी चल रहा था फिर भी कुरैशी के माथे पर पसीना था। थोड़ी देर में बाजवा बैठक में पहुंचे। उनके पहुंचते ही कुरैशी ने कहा खुदा के लिए आप उस पायलट काे सलामत जाने दीजिए नहीं तो रात नौ बजे इंडिया हम पर हमला कर देगा। इसके बाद आर्मी की सहमति की सूचना इमरान को दी गई।
माथे पर पसीने वाली बात की पुष्टि सालभर बाद एक वायरल वीडियो में हुई थी। उस बैठक मौजूद पाकिस्तान के सांसद अयाज सादिक कह रहे थे कि उस दिन बाजवा से बात करते हुए कुरैशी के माथे पर पसीना था और उनके पैर कांप रहे थे।
पाकिस्तान अपने डर को शांति का प्रस्ताव कह रहा था। अगले दिन 28 फरवरी 2019 की दोपहर को पाकिस्तानी संसद में इमरान खान ने ये ऐलान किया था कि शांति संदेश के तौर हम भारतीय पायलट अभिनंदन को रिहा कर रहे हैं। इसे पूरी दुनिया ने लाइव देखा। ये ऐलान करने से पहले पाकिस्तान के PM ने भारत के विदेश सचिव विजय गोखले से विस्तार से बात की। ये भी भरोसा दिया था कि पुलवामा हमले की वो जांच कराएंगे।
पाक संसद में अभिनंदन को भारत भेजने का ऐलान करते तब के पाक PM इमरान खान।
अभिनंदन के लिए इस्लामाबाद प्लेन भेजने वाला था भारत
इधर भारत में विदेश मंत्रालय की टीम वो तरीका खोजने में लग गई कि किस तरह से अभिनंदन वापस लाएंगे। भारत नहीं चाहता था कि पाकिस्तान मीडिया का तमाशा करे। भारत ने कहा कि अभिनंदन अंतरराष्ट्रीय तरीके से स्वदेश लौट सकते हैं। भारत की ओर से प्रस्ताव रखा गया कि अभिनंदन को लेने के लिए एक विमान इस्लामाबाद जाएगा। पाकिस्तान सरकार ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने तय किया कि वो दोपहर दो से पांच बजे वाघा बॉर्डर से वो अभिनंदन को सौंपेगा।
पाक में तैनात भारत का अफसर ही अभिनंदन को लेकर आया
इसके बाद भारत ने पाकिस्तान में एक टीम को एक्टिव किया, जो अभिनंदन काे पाकिस्तान से लेकर आएगी। फाइनली तय किया गया कि एयर अटैची ग्रुप कैप्टन जॉय कुरियन वाघा जाएंगे। जॉय कुरियर तीन साल से पाकिस्तान में भारत के दूतावास में तैनात थे। उनकी स्वदेश वापसी होनी ही थी। उधर अभिनंदन को इस्लामाबाद से लाहौर लाया गया। अभिनंदन के कारण भारत ने वाघा-अटारी बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया था।
इस दौरान अजय बिसारिया इस्लामाबाद में अपने सहयोगियों के साथ लगातार फोन पर संपर्क में थे। वे पल-पल की अपडेट ले रहे थे। देश-विदेश का मीडिया वाघा-अटारी बॉर्डर पर दोपहर से ही जम गया था। रात 9.21 मिनट पर अभिनंदन भारत की सीमा में पहुंचे। इस वक्त तक पाकिस्तान की हिरासत में उनके 58 घंटे पूरे हो चुके थे।
22 अप्रैल 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के पाटण में बताया था कि हमने पाकिस्तान की तरफ मिसाइलें तैनात कर दी थीं। अगर पाकिस्तान हमारे विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को नहीं छोड़ता ताे कत्ल की रात होती।
1 मार्च को रात 9.21 मिनट पर अभिनंदन भारत की सीमा में पहुंच चुके थे।
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